May 24, 2024

पंचायत स्तर पर बनेंगी ‘टीबी फोरम’: जतिन लाल

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मंडी, 14 सितम्बर / न्यू सुपर भारत न्यूज़ :

मंडी जिला को क्षय रोग मुक्त बनाने के लिए पंचायत स्तर पर ‘टीबी फोरम’ गठित की जाएंगी। सब की भागीदारी के साथ एक व्यापक अभियान चलाकर दिसंबर 2021 तक मंडी जिला को पूर्णतः क्षय रोग मुक्त जिला बनाने के लिए लक्षित प्रयास किए जाएंगे।

अतिरिक्त उपायुक्त जतिन लाल ने यह बात राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री क्षय रोग निवारण योजना की समीक्षा बैठक के उपरंात कही।जतिन लाल ने कहा कि हर तीन माह में इस अभियान की समीक्षा की जाएगी ताकि लक्ष्य को समय पर निर्धारित किया जा सके ।उन्होंने कहा कि इस अभियान को तीव्र गति देने के लिए आयुर्वेद विभाग, आशा कार्यकर्ताओं के साथ आंगनबाड़ी पंचायती राज संस्थाओं के पदाधिकारियों व प्रतिनिधियों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा कि लक्ष्य की पूर्ति के लिए समस्त सामाजिक संस्थाओं का सहयोग भी लिया जाएगा।    

अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि निक्षय पोषण योजना के तहत जिला में 2018 से अब तक लगभग 2 करोड़ की राशि पौष्टिक आहार पर व्यय की गई। इसके अतिरिक्त अति गम्भीर रोगियों (एमडीआर) को प्रतिमाह 2000 तथा अन्य सभी को 500 रूपए प्रति माह की राशि भी प्रदान की जा ही है। क्षय रोग में अति गम्भीर पीड़ित रोगी की 6 माह की दवा किट पर 18 लाख की राशि व्यय की जाती है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेन्द्र शर्मा ने कहा कि समय पर लक्षणों की सही पहचान से टीबी पर जीत संभव है।

उन्होंने कहा टीबी का आधुनिक और सम्पूर्ण उपचार सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों में बिल्कुल मुफत है। यदि किसी व्यक्ति को 2 हफ्ते से लगातार खांसी, बुखार, रात मंे पसीना आना, भूख न लगना ओर वजन में यदि लगातार गिरावट हो तो व्यक्ति को तुरन्त अपना परीक्षण करवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि टीबी नैट टैस्टिंग लैब सुविधा क्षेत्रीय अस्पताल मंडी और मेडिकल कॉलेज नेरचौक में उपलब्ध है। शीघ्र यह सुविधा सरकाघाट सिविल अस्पताल में भी उपलब्ध होगी। विश्व स्वास्थ्य संगठन सलाहकार डॉ. रविन्द्र कुमार ने अभियान बारे  विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि भारत वर्ष को 2025 तक क्षय रोग मुक्त बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बैठक में क्षय रोग वीरों को विशेष तौर पर आमंत्रित कर उनके अनुभवों का साझा किया गया। वीरों ने कहा कि क्षय रोग उन्मूलन बारे ग्रामीण स्तर पर अधिक से अधिक जागरूकता शिविर लगाए जाएं।

     इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष सरला ठाकुर, सुपरिंटेडट मैडिकल कॉलेज नेरचौक डॉ. जीवानन्द चौहान,  एमओएच डॉ0 दिनेश ठाकुर, मैडिकल सुपरिंटेडट जोनल अस्पताल डॉ. डी.एस.वर्मा, उप निदेशक आयुर्वेद विभाग डॉ. गोविन्द राम, जिला पंचायत अधिकारी हरि सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। 

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