May 25, 2024

स्पीति में पहली बार वीडियो कॉन्फ्रेंस **वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जुड़ी स्पीति की स्वयं सहायता समूह की सदस्य

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*मुख्यमंत्री एक बीघा योजना हुई लांच

लाहौल स्पीति / 21 मई / न्यू सुपर भारत न्यूज़

लाहौल स्पीति के काजा उपमंडल  में पहली बार वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से मुख्यमंत्री ने *मुख्यमंत्री एक बीघा*  योजना को लांच किया है। गुरुवार को स्पीति के स्वयं सहायता समूह के साथ खंड विकास अधिकारी कार्यालय में मुख्यमंत्री जयराम  ठाकुर ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जुड़े। इस दौरान मुख्यमंत्री एक बीघा योजना को लांच किया गया तथा इस योजना के बारे में मुख्यमंत्री ने जानकारी रखी। खुरिक पंचायत की रंगरिक रेवा से स्वयं सहायता समूह की सदस्य छेरिंग ने मुख्यमंत्री से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बात करते हुए बताया कि इस योजना के तहत वे काम करेंगे। छेरिग ने मुख्यमंत्री का अभिवादन स्पीति की बोली जुले के साथ किया। मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंस की शुरुआत होते ही सबसे पहले स्पीति से जुड़े स्वयं सहायता समूह से बात करने का फैसला लिया कि पहली बार दूरदराज के क्षेत्र स्पीति से वीडियो कॉन्फ्रेंस करने का अवसर मिला है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने स्पीति के लोगों को कोरोना के प्रति जिस तरह नियमों का पालन सख्ती से कर रहे हैं ।

उसी का नतीजा है कि आज स्पीति में एक भी मामला सामने नहीं आया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने  मुख्यमंत्री एक बीघा योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस योजना के तहत एक लाख रुपए तक कृषि  विभाग के माध्यम से शाक वाटिका के लिए खर्च किया जाएगा। यह कार्य स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा किया जाएगा जोकि मनरेगा के तहत इस योजना में काम करेंगी । इस योजना में भूमि सुधार, जल संरक्षण केंचुआ खाद आजोला पिट निर्माण पौधारोपण आदि कार्य किए जाएंगे। इस मौके पर खंड विकास अधिकारी धैर्य शर्मा ने बताया कि स्पीति में पहली बार वीडियो कॉन्फ्रेंस की गई है यह अपने आप में एक नया प्रयास है स्पीति का चयन मुख्यमंत्री एक बीघा योजना के लिए एन आर एल यू एम में बेहतर प्रदर्शन की वजह से हुआ है ।

स्पीति में कई सहायता समूह है। जोकि  इस योजना में हिस्सा लेने को तैयार हो चुके हैं। ऐसे में स्पीति की महिलाओं की आय भी बढ़ेगी साथ ही साथ किचन गार्डन के माध्यम से सब्जी उगाएंगी। हमारे लिए चुनौती था कि स्पीति में वीडियो कॉन्फ्रेंस आयोजन किया जाना। लेकिन जिओ के माध्यम से हम पहली बार वीडियो कॉन्फ्रेंस हिस्सा लेने सफल हुए। इस मौके पर कई स्वयं सहायता समूह की सदस्या मौजूद रहे।

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