अमृत सरोवर मिशन के अन्तर्गत गांव लौटों में तालाब के निर्माण/नवीनीकरण का कार्य किया जा रहा है – जिस पर 54.27 लाख रूपये की राशि की जाएगी खर्च
नारायणगढ़ / 4 मई / न्यू सुपर भारत
अमृत सरोवर मिशन के अन्तर्गत गांव लौटों में तालाब के निर्माण/नवीनीकरण का कार्य किया जा रहा है। जिस पर 54.27 लाख रूपये की राशि खर्च की जाएगी। गांव के तालाब की खुदाई/निर्माण कार्य शुरू होने से ग्रामीणों ने भी खुशी व्यक्त करते हुए सरकार का धन्यवाद किया है। गांव के निवर्तमान सरपंच संजीव कुमार ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव की श्रंखला में गांव के जोहड़ की खुदाई का कार्य शुरू हो चुका है।
उन्होंने कहा कि जोहड़/तालाब की खुदाई के साथ-साथ इसके सौन्दर्यकरण पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके चारों ओर पेड़-पौधे लगाये जाएगें और सैर करने के लिए ट्रैक भी बनेगा। इस तालाब के बनने से गांव का पानी और बारिश का पानी एक जगह एकत्रित हो पाएगा। जोकि पशुओं व सिंचाई आदि के काम में आ पाएगा।
बीडीपीओं संजय टांक ने बताया कि हरियाणा में हरियाणा तालाब एवं अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण की स्थापना की गई है। विकास एवं पंचायत विभाग द्वारा तालाबों के नवीनीकरण एवं विकास का कार्य तालाब प्राधिकरण की तकनीकी सहायता से किया जा रहा है।
तालाबों से सम्बन्धित जो पुनरोद्धार का कार्य किया जायेगा उसके तहत गंदे पानी का उपचार किया जायेगा तथा उपचारित पानी का कृषि में प्रयोग किया जायेगा।
भू-जल स्तर में सुधार होगा। आबादी क्षेत्र/गलियों में गंदे पानी का ठहराव नहीं होगा तथा गांव का वातावरण साफ-सुथरा रहेगा। बीमारियों में रोकथाम में मदद मिलेगी, तालाबों की क्षमता बढने से वर्षा के पानी का अधिक संचय होगा। शून्य अपशिष्ट जल तथा पानी का संरक्षण का लक्ष्य हासिल किया जा सकेगा। मनरेगा श्रमिकों एवं अन्य गरीब परिवारों के रोजगार के अवसर बढेंगे व उनकी आमदनी में वृद्धि होगी।
बॉक्स- गांव के निवर्तमान पंच विकास कुमार, दीप कुमारी, कमलजीत कौर, राजीव पूरी, महेन्द्र लाल आदि ने भी गांव के तालाब की खुदाई का कार्य शुरू होने पर प्रसन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि इससे बारिश के पानी का संचय हो पाएगा और गांव का पानी इधर-उधर एकत्रित नहीं होगा।
ग्रामीणों ने कहा कि पहले पानी के साधन कम थे और वर्षा के पानी पर ही ज्यादा निर्भर रहना पड़ता था, गांव के लोग आपसी सहयोग से जोहड़/तालाब खोदते थे और पानी एकत्रित कर प्रयोग में लाते थे। लेकिन जैसे पानी के साधन टयूबैल आदि लगने लगे तो लोागें ने काफी समय से तालाबों की साफ-सफाई की ओर ध्यान नहीं दिया जिसके कारण ये प्रदूषित हो गए। समय के साथ-साथ इन तालाबों में अपशिष्ट मिलने लगे। तालाबों का पानी ओवरफ्लो होने लगा । अब तालाबों की दशा सुधरने से जहां जमीनी पानी रिचार्ज हो पाएगा वहीं यह सिंचाई और अन्य कामों में भी आ सकेगा।
बता दें कि तालाबों को बचाने और उनके जीर्णोदार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में अमृत सरोवर मिशन की शुरूआत की है। जिसके अन्तर्गत मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी गत रविवार को सोनीपत जिले के नाहरा गांव में आयोजित राज्य स्तरीय अमृत सरोवर मिशन के शुभारंभ किया था।
प्रदेशभर के 111 स्थानों पर आयोजित अमृत सरोवर मिशन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े जनप्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा था कि प्रधानमंत्री ने जल ही जीवन है के मूल मंत्र को समझा है और देशभर के तालाबों को बचाने का आह्वान किया है। हरियाणा सरकार भी तालाबों के निर्माण/नवीनीकरण पर विशेष ध्यान दे रही है।