May 25, 2024

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर आज पूरा देश ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मना रहा है:- विधायक असीम गोयल

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नारायणढ़ / 15 अगस्त / न्यू सुपर भारत

उपमंडल स्तर पर नारायणगढ़ अनाज मंडी में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में अम्बाला शहर के विधायक असीम गोयल ने ध्वजारोहण किया और परेड की सलामी ली। इस अवसर पर उन्होंने वार विडो, स्वतंत्रता सैनानियों/शहीदों के परिजनों, शुभ्र ज्योतसना पैंशन योजना के अन्तर्गत पेंशन प्राप्त करने वाले लोगों,

सराहनीय कार्य करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों तथा शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी विद्यार्थियों सहित अन्य लोगों को भी सम्मानित किया। समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले बच्चों को विधायक असीम गोयल ने अपनी ओर से प्रोत्साहन स्वरूप 51 हजार रूपये की राशि देकर प्रोत्साहित किया।

समारोह में पुलिस तथा विभिन्न स्कूलों की एनसीसी टुकडिय़ों ने मार्च पास्ट कर सलामी दी। इस अवसर पर अपने संदेश में विधायक असीम गोयल ने कहा कि आज हर भारतवासी के लिए हर्षोल्लास का दिन है। आज हर गली, हर मोहल्ले में तिरंगा है, हर घर-हर दफ्तर में तिरंगा है, हर वाहन, हर हाथ में तिरंगा है। पूरा देश तिरंगे के रंगों में रंगा है, देशभक्ति के रंग में रंगा है। रंगा भी क्यों न हो आज हमने स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में 75 वर्ष पूरे कर लिए हैं।

उन्होंने स्वतंत्रता की बलिवेदी पर अपने प्राणों की आहुति देने वाले सभी ज्ञात-अज्ञात शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे उन वीर सैनिकों को भी सलाम करते है, जिन्होंने आजादी के बाद देश की एकता व अखण्डता की खातिर अपने प्राण न्योछावर कर दिए।
उन्होंने कहा कि सन 1857 की क्रांति सबसे पहले अम्बाला छावनी से शुरू हुई थी। यहां से उठी चिंगारी ने न केवल प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का रूप धारण कर ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन का अंत किया, बल्कि आगे चलकर ऐसा जन-आन्दोलन खड़ा कर दिया, जिसके बलबूते पर हम सन 1947 में अंग्रेजी हुकूमत को उखाड़ फेंकने में सफल रहे।

सन 1857 की क्रांति के दौरान प्रदेश का हर गांव क्रांति का केन्द्र बन गया था। भिवानी का रोहणात गांव, हांसी की लाल सडक़, झज्जर की लाल डिग्गी, महम का आजाद चौक और नसीबपुर व तावड़ू की लड़ाई अंग्रेजी हुकूमत के जुल्मो-सितम के खिलाफ हरियाणावासियों के संघर्ष और बलिदान के साक्षी हैं।

उन्होनें कहा कि जो कौमें अपने सेनानियों, अपने शहीदों को याद नहीं रखतीं, उनका अस्तित्व मिट जाया करता है। इसी उद्देश्य से सन 1857 की क्रांति के शहीदों की स्मृतियों को सहेजने के लिए अम्बाला छावनी में शहीदी स्मारक का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर आज पूरा देश ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मना रहा है।

इसी कड़ी में नवम पातशाह श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व पर पानीपत में राज्यस्तरीय समारोह आयोजित किया गया था। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने दशम पातशाह श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के साहबजादों-जोरावर सिंह और फतेह सिंह के शहीदी दिवस 26 दिसम्बर को हर वर्ष ‘वीर बाल दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया है।अमर स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाने की पहल भी की है।

उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गौरव का विषय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 13 से 15 अगस्त तक देशभर में ‘हर घर में तिरंगा’की अनूठी मुहिम चलाई है। हरियाणावासियों ने भी उसी जोश और जज्बे के साथ अपने 60 लाख घरों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया है। उन्होंने कहा कि हमारे किसानों ने अपने पसीने से देश के अन्न भंडार भरने का काम किया है तो हमारे जवान सेना में भर्ती होकर देश के लिए मर-मिटना अपनी शान समझते हैं।

पहले या दूसरे विश्वयुद्ध की बात हो, 1965 या 1971 का भारत-पाक युद्ध हो, 1962 में चीन के साथ हुए रेजांगला युद्ध की दास्तां हो या फिर कारगिल के ‘ऑप्रेशन विजय’ का विषय, हरियाणा के जवानों ने सदैव अपने खून से इतिहास लिखा है। आज भी हमारी सेना में हर दसवां जवान हरियाणा से है। हम अपने शहीदों के बलिदानों का कर्ज तो नहीं चुका सकते, लेकिन उनके परिजनों की देखभाल करके उनके प्रति अपनी कृतज्ञता अवश्य जता सकते हैं।

भूतपूर्व सैनिक व अद्र्ध-सैनिक बलों के कल्याण के लिए प्रदेश में ‘सैनिक व अर्ध-सैनिक कल्याण विभाग‘ का गठन किया है। युद्ध के दौरान शहीद हुए सेना के जवानों व अर्ध-सैनिक बलों के जवानों की अनुग्रह राशि 20 लाख रुपये से बढ़ाकर 50 लाख रुपये की गई है। आई.ई.डी. ब्लास्ट के दौरान शहीद होने पर भी अनुग्रह राशि बढ़ाकर 50 लाख रुपये तक की गई है। वर्तमान सरकार के कार्यकाल में अब तक शहीद सैन्य व अर्ध-सैनिक बलों के 347 आश्रितों को अनुकम्पा के आधार पर नौकरी दी गई है।

उन्होंने कहा कि आजादी के समय जिस देश में सूई तक नहीं बनती थी, वह आज अपनी उन्नत प्रौद्योगिकी के बल पर मिसाइलें बना रहा है। इससे भी आगे बढकर चंद्रयान और मंगलयान जैसे मिशन चला रहा है। आज देश में रेल और सडक़ यातायात का एक मजबूत नेटवर्क मौजूद है। आज कई क्षेत्रों में पूरा विश्व हमारा लोहा मानता है।

‘सुशासन से सेवा’ के संकल्प के साथ जनसेवा का दायित्व संभालने वाली वर्तमान सरकार ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के ‘सबका साथ-सबका विकास’ और ‘हरियाणा एक-हरियाणवी एक’ के मूलमंत्र पर चलते हुए सबकी तरक्की और उत्थान के लिए काम किया है।

महामना पंडित दीनदयाल उपाध्याय मानते थे कि तरक्की का लाभ समाज में आखिरी पायदान पर खड़े व्यक्ति तक पहँुचना चाहिए, यही अन्त्योदय है। उनके इसी दर्शन के अनुरूप वर्तमान सरकार ने ई-गवर्नेंस के जरिए व्यवस्था परिवर्तन कर सरकारी सेवाओं और योजनाओं का लाभ पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने की जो मुहिम शुरू की थी, वह परिवार पहचान-पत्र तक पहुंच चुकी है।

इसके तहत सभी परिवारों के परिवार पहचान-पत्र बनाए जा रहे हैं। इस एकमात्र दस्तावेज से सभी योजनाओं और सेवाओं का लाभ अब पात्र व्यक्ति को घर बैठे ही मिलने लगा है। यदि कोई व्यक्ति वृद्धावस्था पेंशन के लिए निर्धारित आयु पूरी कर लेता है तो अब उसे अपनी पेंशन बनवाने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पडते। परिवार पहचान पत्र के माध्यम से उसकी पेंशन अपने-आप शुरू हो जाती है।

सरकार ने सबसे गरीब लोगों का जीवन-स्तर ऊंचा उठाने के लिए ‘मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना’ शुरू की है। इसके तहत सबसे गरीब परिवारों की पहचान करके उनकी वार्षिक आय कम से कम 1.80 लाख रुपये की जा रही है। अब तक 30 हजार परिवारों को रोजगार के लिए ऋण व अन्य सहायता दी है।

गरीब परिवारों को ‘मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना’ के तहत 6 हजार रुपये वार्षिक सहायता दी जा रही है। प्रदेष में सभी तरह की सामाजिक सुरक्षा पेंशन 1 अप्रैल, 2021 से बढ़ाकर 2500 रुपये मासिक की गई हैं।‘आयुष्मान भारत योजना’ के तहत 27 लाख गरीब परिवारों को 5 लाख रुपये तक का वार्षिक मुफ्त इलाज करवाने की सुविधा दी जाएगी।

वर्तमान सरकार ने प्रदेश के हर क्षेत्र का समान विकास किया है। इस दिशा में पूरे प्रदेश में बड़ी-बड़ी परियोजनाएं स्थापित की हैं। प्रदेश में 17 नए राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किये गये हैं। इनमें से 6 का कार्य पूरा हो चुका है। इन सभी राजमार्गों के बन जाने के बाद प्रदेश के हर जिले से कम से कम एक राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरेगा।

सामान की ढुलाई के लिए अलग से बनाई जा रही रेलवे की दो बड़ी लाइनें भी हरियाणा प्रदेश से गुजरेंगी। वेस्टर्न डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर का 177 किलोमीटर और ईस्टर्न डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर का 72 किलोमीटर स्ट्रेच हरियाणा में पड़ेगा।

खरखौदा के निकट लगभग 3,300 एकड़ भूमि पर अत्याधुनिक औद्योगिक एवं वाणिज्यिक टाउनशिप तथा सोहना में 1400 एकड़ में आई.एम.टी. विकसित किया जा रहा है।
पलवल से सोनीपत वाया सोहना-मानेसर-खरखौदा-कुंडली तक 6 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर पर कार्य शुरू हो चुका है। हिसार में प्रदेष का पहला इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाया जा रहा है। सोनीपत के बड़ी में 161 एकड़ भूमि पर रेल कोच रिपेयर फैक्टरी लगाई जा रही है।

बाढ़सा के एम्स परिसर में राष्ट्रीय कैंसर संस्थान स्थापित किया गया है। जिला रेवाड़ी में भी एम्स के निर्माण की प्रक्रिया चल रही है। अम्बाला छावनी के सिविल अस्पताल में टरशरी कैंसर केयर सेंटर (टी.सी.सी.सी.) की स्थापना की गई है।प्रदेश में समान विकास की दृष्टि से सरकार का लक्ष्य हर जिले में मेडिकल कॉलेज व 200 बैड का अस्पताल खोलना है।कलस्टर अप्रोच के तहत सभी क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में स्कूल और 20 किलोमीटर के दायरे में एक कॉलेज खोला गया है।

सरकार ने अपनी भावी पीढ़ी को कौशल व संस्कार-युक्त रोजगार परक शिक्षा प्रदान करने के लिए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लागू की है। इसे 2025 तक ही पूर्ण रूप से लागू कर दिया जाएगा। प्रदेश में स्कूल से लेकर विश्वविद्यालय तक की शिक्षा को कौशल के साथ जोड़ा गया है। सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले 10 वीं से 12 वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को 5 लाख टेबलेट दिए जा रहे हैं।
वर्तमान सरकार के कार्यकाल में लगभग 87 हजार युवाओं को योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरियां दी गई हैं। आउटसोर्सिंग से जुड़ी सेवाओं में ठेका प्रथा बंद करने के लिए ‘हरियाणा कौशल रोजगार निगम’ बनाया गया है।

युवाओं को नौकरी के लिए बार-बार आवेदन करने व फीस भरने से छुटकारा दिलाने के लिए ‘एकल पंजीकरण’ की सुविधा शुरू की है। बार-बार प्रतियोगी परीक्षा से निजात दिलाने के लिए ‘कॉमन पात्रता परीक्षा’ का प्रावधान किया गया है।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने हाल ही में ‘अग्निपथ’ योजना शुरू की है। इसका सबसे अधिक लाभ हरियाणा के युवाओं को ही मिलेगा क्योंकि सेना में हमारे युवा ज्यादा भर्ती होते हैं। हरियाणा में उन्हें पुलिस भर्ती में प्राथमिकता देने के अलावा विभिन्न क्षेत्रों में उनके लिए नौकरियों के अवसर खोले जा रहे हैं।
खेलों में हमारे खिलाडिय़ों ने ओलम्पिक व अन्य अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतकर देश व प्रदेश का नाम रोशन किया है। प्रदेश में गत जून माह में ‘खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2021’ का सफल आयोजन किया गया। हमारे खिलाडिय़ों ने इन खेलों में 137 पदक जीतकर देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया।

हाल ही में बर्मिंघम में हुए कॉमनवैल्थ गेम्स में भारत को मिले 61 पदकों में से 20 पदक हमारे खिलाडिय़ों ने जीते हैं। इनमें 17 पदक व्यक्तिगत स्पर्धा के और 3 टीम स्पर्धा के शामिल हैं।
हरियाणा देश का पहला राज्य है, जो पदक विजेता खिलाडिय़ों को सर्वाधिक नकद पुरस्कार राशि देता है। वर्तमान सरकार ने खिलाडिय़ों को 335 करोड़ रुपये से अधिक के नकद पुरस्कार दिए हैं।

उत्कृष्ट खिलाडिय़ों के लिए सुरक्षित रोजगार सुनिश्चित करने हेतु खेल विभाग में 550 नए पद सृजित किए गए हैं। इससे खिलाडिय़ों को अब अपने कैरियर की चिंता नहीं रहेगी।
सरकार महिलाओं को सुरक्षित परिवेश मुहैया करवाने के साथ-साथ उन्हें आर्थिक व सामाजिक रूप से भी सशक्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस दिशा में पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को 50 प्रतिषत प्रतिनिधित्व दिया गया है। महिला सुरक्षा को सुदृढ़ करने के लिए पुलिस में उनकी संख्या 15 प्रतिशत की जा रही है।महिलाओं को रोजगार देने के लिए 51 हजार से अधिक स्वयं सहायता समूहों का गठन किया है।

किसानों के उत्थान के लिए कई अहम निर्णय लिए गए हैं। ‘एम.एस.पी’ पर फसल खरीद की बात हो या प्राकृतिक आपदा से फसल नुकसान की भरपाई का विषय, सरकार ‘बीज से बाजार तक‘ हर कदम पर किसान के साथ खड़ी रही है।

एम.एस.पी. पर 14 फसलों की खरीद करने वाला हरियाणा देश का एकमात्र राज्य है। सरकार ने प्राकृतिक आपदा से खराब फसलों के लिए मुआवज़ा राशि 12 हज़ार रुपये से बढ़ाकर 15 हज़ार रुपये प्रति एकड़ की है।

हरियाणा देश का पहला राज्य है, जिसने बागवानी फसलों को मौसम की मार से बचाने के लिए ‘मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना‘ शुरू की है। प्रदेश में पशुपालन को प्रोत्साहित करने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड की तर्ज़ पर ’पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड योजना’ शुरू की गई है।

उन्होंने कहा कि हमारी अर्थ-व्यवस्था को आगे बढ़ाने में उद्योगों का बड़ा योगदान है। रोजगार-सृजन में भी इनकी अहम भूमिका होती है। इसलिए सरकार ने हरियाणा उद्यम एवं रोजगार नीति-2020 लागू की है। इस नीति का लक्ष्य 5 लाख नई नौकरियों का सृजन करना, एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश जुटाना और निर्यात को दोगुणा करना है।

उद्योगों की ‘कॉस्ट ऑफ डुइंग बिजनेस’ को कम करने हेतु औद्योगिक प्लॉटों के लिए विषेष लीजिंग पॉलिसी बनाई गई है। प्रदेश में ब्लॉक स्तर पर लघु व मध्यम उद्योगों के ‘कलस्टर’ स्थापित किए जा रहे हैं। सरकार की उद्योग हितैषी नीतियों के फलस्वरूप स्टार्ट अप इण्डिया कार्यक्रम में हरियाणा अग्रणी राज्य के रूप में उभरा है।

प्रदेश के गांवों का विकास सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। जल जीवन मिशन के तहत हर घर में नल से जल पहुंचाने वाला हरियाणा देश का पहला बड़ा राज्य है। गांवों को ‘लाल डोरा मुक्त’ करने की हमारी योजना को केन्द्र सरकार ने ‘स्वामित्व योजना’ के रूप में पूरे देश में लागू किया है।
ग्रामीण क्षेत्रों को डिजिटल बनाने के लिए ‘ग्राम दर्शन पोर्टल’ षुरू किया गया है। यह पोर्टल गांवों का साइबर फेस है। इस पर 6197 ग्राम पंचायतों का डिजिटल डाटा उपलब्ध है।

पंचायती राज संस्थाओं के सशक्तिकरण के लिए विभिन्न योजनाएं जिला परिषदों को हस्तांतरित की गई हैं। जिला परिषद के अध्यक्ष को डी.आर.डी.ए. का चेयरमैन बनाया है।
सरकार ने नगर निकायों को शक्तियों के विकेंद्रीकरण के लिए कई कदम उठाए हैं। शहरी निकायों को मजबूत करने के लिए सरकार ने मेयर का प्रत्यक्ष चुनाव करवाया है। पंचायती राज संस्थाओं और शहरी स्थानीय निकायों की वित्तीय स्थिति मजबूत करने के लिए सम्पत्ति के पंजीकरण पर स्टाम्प शुल्क का दो प्रतिशत राजस्व इन्हें प्रदान किया गया है।

शहरों में आधारभूत संरचना सुदृढ़ बनाने की दिशा में करनाल, गुरुग्राम, फरीदाबाद और पंचकूला को स्मार्ट सिटी बनाया जा रहा है।प्रदेश में पर्याप्त और गुणवत्तापूर्ण बिजली मिल रही है। ‘म्हारा गांव जगमग गांव योजना’ के तहत प्रदेश के लगभग 80 प्रतिशत यानि लगभग 5600 गांवों को 24 घण्टे बिजली दी जा रही है।

हरियाणा में सबको सस्ती, सुलभ और आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं। प्रदेश में 231 प्रकार के ऑप्रेशन, 69 प्रकार के टैस्ट और 23 प्रकार की दंत चिकित्सा मुफ्त की जाती हैं। साथ ही, 460 दवाइयां भी मुफ्त दी जाती हैं।प्रदेश में चिकित्सा सुविधाओं का निरंतर विस्तार किया जा रहा है। आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा गया है। इसके लिए प्रदेश में ‘आयुष हैल्थ एण्ड वैलनेस सेंटर’ स्थापित किये जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने पिछले पौने आठ वर्षों में जातिवाद, क्षेत्रवाद और भाई-भतीजावाद से ऊपर उठकर काम किया है। स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ के इस पावन अवसर पर हम देश और प्रदेश को सशक्त, स्वच्छ, स्वस्थ और खुशहाल बनाने के लिए एकजुट होकर काम करने का संकल्प लें।

इस अवसर पर एसडीएम सलोनी शर्मा, डीएसपी आदर्शदीप सिंह, भाजपा जिला कार्यकारिणी सदस्य सुमन सैनी, निवर्तमान जिला परिषद चेयरमेन सुरेन्द्र राणा, रितेश गोयल, तहसीलदार दिनेश सिंह, नगरपालिका प्रधान रिंकी वालिया, नायब तहसीलदार संजीव अत्री, मडंल प्रधान संजीव गुज्जर, रणदीप सिंह बांका सैनी, जसविन्द्र बख्तुआ, एमिनेन्ट पर्सन नरेन्द्र राणा कुराली व मुकेश गर्ग लक्की, सांसद नायब सैनी के निजी सचिव सोहन सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता अश्विनी अग्रवाल, राकेश बिन्दल, खण्ड शिक्षा अधिकारी नारायणगढ़ राकेश कुमार, खण्ड शिक्षा अधिकारी शहजादपुर ज्योति,

राजकीय माध्यमिक विद्यालय खानपुर राजपुतान के मुख्य अध्यापक सुरेन्द्र धीमान, मार्किट कमेटी सचिव धमेन्द्र पाल, कार्यकारी अभियंता जन स्वास्थ्य सुनील शर्मा, रिंकल गुजराल, कवंलदीप, अमन सूद, आशीष बंसल, सुरेन्द्र मारवाह, सुरेश सहोता, अनिल गुप्ता, हरप्रीत भल्ला, नगरपालिका सचिव राजेश कुमार, सौरभ, मंगूराम कंजाला, अशोक साहनी, जगपाल सैनी, जिया लाल सैनी, स्वर्ण सैनी, कृष्णधारी, निवर्तमान सरपंच रणधीर सैनी, पार्षद प्रदीप गोयल, सिम्पी गेरा, राजेश कुमार, रानी धीमान,

जश्न ढींगरा, कुलदीप सिंह, तरूण कुमार, पिंकी कांगडा, ओम प्रकाश घासी, परविन्द्र कौर, पूर्व पार्षद प्रीतपाल कौर मक्कड़, राजू मक्कड़, भीम सेन गेरा, नरेन्द्र पराशर, प्रिन्स गुप्ता, आषु गुप्ता, कुलवंत कौर, पूर्व चेयरमैन अमित वालिया, भूपेन्द्र कपूर, मदन चानना, ओपी चानना, प्रेमचन्द अग्रवाल सहित काफी संख्या मे गणमान्य व्यक्ति और पार्षद तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहें। समारोह में एसडीएम सलोनी शर्मा ने विधायक असीम गोयल को स्मृति चिन्ह भेंट किया।

समारोह में परेड/ मार्च पास्ट में हरियाणा पुलिस की टुकड़ी ने भाग लिया। परेड कमांडर एसआई धर्मपाल के नेतृत्व में परेड की गई। पुलिस की टूकड़ी का नेतृत्व प्लाटून कंमाडर एएसआई बलदेव राज द्वारा किया गया। राजकीय महाविद्यालय नारायणगढ़ की एनसीसी टूकड़ी का नेतृत्व जितेन्द्र सिंह द्वारा, राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सकैण्डरी स्कूल नारायणगढ़ की टुकड़ी का नेतृत्व हरदीप सिंह ने,

राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सकैण्डरी स्कूल शहजादपुर की टुकड़ी का नेतृत्व कपिल ने, राजकीय सीनियर सकैण्डरी स्कूल पतरेहड़़ी की टुकड़ी का नेतृत्व हर्ष के द्वारा किया गया। इसी प्रकार डीएवी सीनीयर सैकण्डी स्कूल (स्काउट) की टूकडी का नेतृत्व गौरव तथा डीएवी सीनीयर सैकण्डी स्कूल की (गाईड) की टुकडी का नेतृत्व रिजक तथा पैरामाऊंट स्कूल अकबरपुर का नेतृत्व लक्ष्य द्वारा किया गया।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों में डम्बल की प्रस्तुति एसडीहाई स्कूल के बच्चों द्वारा, लेजियम राजकीय कन्या सीनीयर सैकण्डरी स्कूल नारायणगढ़ की छात्राओं द्वारा, योगा आर्य सीनीयर सैकण्डरी स्कूल नारायणगढ़ के विद्यार्थीयों द्वारा तथा बल्यू बैल्स स्कूल के बच्चों द्वारा राष्ट्र भक्ति पर आधारित गीत, सन राईज स्कूल बनौदी द्वारा राष्ट्र भक्ति पर आधारित गीत, मां भगवती निकेतन सी.सै. स्कूल शहजादपुर द्वारा हरियाणवी नृत्य,

राजकीय सीनीयर सैकण्डरी स्कूल धनाना की छात्राओं द्वारा हरियाणवी लोक नृत्य, एमडी हाई स्कूल बड़ी बस्सी के बच्चों द्वारा पंजाबी गिद्धा, राजकीय कन्या सीनीयर सैकण्डरी स्कूल नारायणगढ़ की छात्राओं द्वारा हरियाणवी नृत्य एवं समापन अवसर पर राष्ट्र गान तथा राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सकैण्डरी स्कूल नारायणगढ़ के बच्चों द्वारा बैंड पर अपनी प्रस्तुति दी गई। मंच संचालन प्राध्यापक सुरेश गोयल द्वारा किया गया। समारोह में सभी टीमों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

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