सामाजिक सहभागिता के साथ जनसेवा में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं औद्योगिक इकाईयां :डीसी

झज्जर/ 02 अगस्त / न्यू सुपर भारत
डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने कहा कि शासन-प्रशासन के साथ ही सामाजिक रूप से दायित्व निभाने में औद्योगिक इकाईयां आगे आ रही हैं और जनसेवा में उनकी भूमिका सराहनीय है। डीसी बुधवार को लघु सचिवालय सभागार में हरियाणा सीएसआर कमेटी की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ओधोगिक संस्थान शिक्षा, स्वास्थ्य, बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ- साथ कौशल विकास, कला एवं संस्कृति और खेल गतिविधियों को भी बढावा देने में सरकार और प्रशासन का सहयोग करें।
इस बीच हरियाणा सीएसआर ट्रस्ट के अतिरिक्त सीईओ गौरव सिंह ने पीपीटी के माध्यम से हरियाणा सीएसआर ट्रस्ट की कार्यप्रणाली पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए संस्थाओं से सरकार और प्रशासन के सहयोग की बात दोहराई।
डीसी ने कंपनी प्रतिनिधियों से सीएसआर के तहत किए जा रहे कार्यों बारे जानकारी ली और औद्योगिक इकाईयों द्वारा सामाजिक दायित्व के संबंध में उठाए जाने वाले पहलुओं पर भी चर्चा की। उन्होंने अपील की कि कंपनी को नियमानुसार लाभ का कुछ हिस्सा सीएसआर के तहत सामाजिक कार्यों पर भी खर्च किया जाना प्रावधान के अनुरूप है। उन्होंने कहा कि सीएसआर फंड का सही प्रयोग हो, इसके लिए जिला स्तरीय कमेटी भी गठित की गई है। उन्होंने कहा कि सीएसआर मद का इस्तेमाल स्वास्थ्य, शिक्षा समेत अन्य क्षेत्रों में प्राथमिकता के साथ किया जाए ताकि आमजन को सीएसआर फंड का लाभ प्रभावी रूप से जनहित में मिल सके।
उन्होंने कहा कि सीएसआर पोर्टल पर निरंतर औद्योगिक इकाईयां अपडेट रखें। उन्होंने कहा कि कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) के तहत कंपनी सामाजिक प्रक्रियाओं के साथ अपनी व्यावसायिक प्रक्रियाओं को एकीकृत करने के लिए नैतिक और पारदर्शी तरीके से अपने कार्यों का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि सीएसआर एक ऐसी रचनात्मक अवधारणा है जिसमें निरंतर रूप से अपनी औद्योगिक इकाइयों के क्षेत्रों में और आस-पास रहने वाले लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए लगातार अपनी गतिविधियों को अपग्रेड करने के लिए प्रतिबद्ध रहना होता है।
डीसी ने कहा कि जिला भर में स्थापित ओधोगिक इकाइयों के पास ऐसे उपकरण जिनकी किसी विशेष परिस्थिति में जरूरत पड़े, उनकी सूची जल्द भिजवाई जाए, ताकि किसी भी प्रकार की आपदा से निपटा जा सके और उन उपकरणों का समुचित उपयोग भी हो सके। साथ ही संस्थानों से सीएसआर में चल रहे कार्यों की प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी तैयार करने की बात कही। कंपनी प्रतिनिधि कौशल विकास को बढावा देते हुए ऐसे कार्यक्रम चलाए, जिससे युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा जा सके।
बैठक में इन अधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों की रही मौजूदगीइस अवसर पर सीटीएम परवेश कादियान, जिला उधोग केंद्र की संयुक्त निदेशक विजय लक्ष्मी,एक्सटेंशन आफिसर सरिता रंगा सहित अनेक कंपनी प्रतिनिधि व गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।