May 24, 2024

कार्यशाला में कौशल विकास एवं व्यावासायिक कौशल के माहिरों ने विद्यार्थियों को रचनात्मक कार्य की जानकारी देकर किया जागरूक

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फतेहाबाद / 16 दिसंबर / न्यू सुपर भारत

पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय, खारा खेड़ी में आयोजित कला कार्यशाला में कौशल विकास एवं व्यावासायिक कौशल के माहिरों ने गत लगभग एक महीने तक विद्यार्थियों को रोजगारपरक एवं कला समेकित निर्माण की निपुणता का हुनर सिखाया। इस दौरान विद्यार्थियों में शिल्पकला, उद्योग, वेल्डिंग, बागवानी और हस्तशिल्प क्षेत्र में नए कौशल का विकास हुआ। इस आयोजन में कला व रचनात्मक निर्माण के क्षेत्र में अग्रणी व्यक्तित्व कारीगर और व्यावासायिक कौशल निपुण कारपेंटर, वेल्डर, गार्डेनिंग एक्सपर्ट कार्यरत जिन्होंने विद्यार्थियों को विभिन्न क्षेत्रों में कौशल विकसित करने के लिए मार्गदर्शन दिया।
इस कला शिविर का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को सृजनात्मक और कौशल विकसित करने का है।

इस वर्कशॉप में विद्यार्थियों को बागवानी, शिल्पकला, वेल्डिंग, पॉटरी, उद्योग और हस्तशिल्प क्षेत्र में नए और उपयोगी कौशल सिखाए गए हैं। इसमें सहारा देने वाले कई निपुण कारीगर शिक्षा के क्षेत्र में अपनी साकारात्मक योगदान के लिए चुने गए थे, जो विभिन्न क्षेत्रों में कौशल और व्यावासायिक ज्ञान के लिए तैयार हैं।

विद्यार्थियों को सिखाए गए कौशल:
कारपेंटरी: एक माह के कार्यक्रम के दौरान, विद्यार्थियों को कारपेंटरी के क्षेत्र में कौशल सिखाए गए। उन्हें लकड़ी के साथ काम करके आसन से लेकर अद्वितीय नक्काशी बनाने का अभ्यास किया गया।
गार्डनिंग: हरित क्षेत्र के माहिरों ने विद्यार्थियों को बागबानी की विधियों और पौधों की देखभाल का सिखाया और उन्हें अपने हाथों से बगीचे सजाने का अवसर दिया।

वेल्डिंग: विद्यार्थियों को वेल्डिंग के क्षेत्र में नए और उपयोगी कौशल का परिचय किया गया। उन्हें मेटल की जोड़ी और विभिन्न कार्यों में उपयोगी फ्रेम्स आदि बनाने का कौशल सिखाया गया।
हस्तशिल्प: सृजनात्मकता के क्षेत्र में विद्यार्थियों को अलग-अलग सामग्रियों का उपयोग करके पॉटरी व अन्य हस्तशिल्प बनाने का कौशल सिखाया गया।

कारिगरी: इस क्षेत्र में कुशल विद्यार्थियों को अपनी शिक्षा में आगे बढ़ने के लिए निर्देशन मिला और उन्हें व्यवसायिक सफलता की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित किया गया।समापन सत्र में कार्यशाला के सृजनात्मक उत्पादों का प्रदर्शन किया गया जिसे आगंतुकों द्वारा सराहा गया तथा  साकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की।  विद्यालय के प्राचार्य अनूप सिंह ने बताया कि इस कला शिविर ने विद्यार्थियों को नए और सुरक्षित कौशल सिखाने में सहायक होने का संकेत दिया है। समर्पित शिक्षा के माध्यम से विद्यार्थी न सिर्फ कौशल विकसित कर रहे हैं बल्कि वह अपनी सृजनात्मक प्रतिभा का परिचय भी दे रहे हैं।

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