May 18, 2024

जिला में खाद की कमी नहीं आने दी जाएगी, डीसी अजय सिंह तोमर ने बैठक लेकर की समीक्षा

0

फतेहाबाद / 11 अक्टूबर / न्यू सुपर भारत

उपायुक्त अजय सिंह तोमर ने जिला में उर्वरक के स्टॉक और किसानों की मांग अनुसार खाद उपलब्ध करवाने बारे बैठक लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये है। उपायुक्त ने कहा जिला में उर्वरक की कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी और किसानों को बिजाई के लिए खाद उपलब्ध होगी। उन्होंने कृषि विभाग और संबंधित कंपनियों को खाद की उपलब्धता बारे आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। साथ ही उर्वरकों के भंडार के पुख्ता इंतजाम करने को कहा। किसानों को खाद के संबंध में कोई परेशानी नहीं होने दी जाए।

उन्होंने कहा कि सभी किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध करवाई जाएगी। किसान रबी फसल की बिजाई के समय में जरूरत अनुसार ही उर्वरक खरीदें ताकि सभी किसानों को समय पर पर्याप्त खाद प्राप्त हो सके। उन्होंने बताया कि कृषि विभाग द्वारा डीएपी, एनपीके तथा एसएसपी खादों का रबी की बिजाई के लिए पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों से कहा है कि वे कंपनी से संपर्क करे और उन्हें निर्देश दें कि समय पर खाद उपलब्ध करवाएं ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डॉ. राजेश सिहाग ने बताया कि जिला में खाद की कोई समस्या नहीं है। अगले सप्ताह एक रेक लगेगा जिससे जिला को खाद उपलब्ध होगी। उन्होंने बताया कि पिछले साल सितंबर 2022 में किसानों ने 51085 मीट्रिक टन यूरिया खाद की खरीद की थी। इस वर्ष सितंबर 2023 में किसानों ने 89902 मीट्रिक टन यूरिया की खरीद की है। उन्होंने बताया कि सितंबर 2022 में किसानों ने 15671 मीट्रिक टन डीएपी की खरीद की थी जबकि इस सितंबर 2023 में किसानों ने 22532 मीट्रिक टन डीएपी की खरीदी की है। उन्होंने बताया कि ये आंकड़े दर्शाते हैं कि माह अनुसार किसानों ने ज्यादा खरीद की है, इसलिए खाद की कमी नहीं है और पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध हो रही है।

उपनिदेशक डॉ. राजेश सिहाग ने जिला के सभी किसानों से अपील की है कि वे सरसों की बिजाई के लिए एसएसपी खाद का प्रयोग करें, क्योंकि एसएसपी में फास्फोरस के अलावा सल्फर तत्व भी पाया जाता है जोकि सरसों की फसल में तेल की मात्रा को बढ़ाता है। गेहूं की फसलों की बिजाई में एनपीके 12:32:16 खाद का प्रयोग करें, जिसके तीन मुख्य तत्व नाइट्रोजन, फास्फोरस व पोटाश मौजूद होते हैं। इससे भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ती है तथा पैदावार भी अधिक होती है। उपनिदेशक ने कहा कि किसान नैनो यूरिया व नैनो डीएपी इस्तेमाल भी करें। जिला में इसकी उपलब्धतता पर्याप्त मात्रा में है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *