टीबी मुक्त अभियान को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने टीबी मरीजों को वितरित की पोषण किट
फतेहाबाद / 22 सितंबर / न्यू सुपर भारत
टीबी मरीजों को सामाजिक संस्थाएं व कोई भी व्यक्ति गोद लेकर उन्हें पोषण व व्यवसायिक सहायता उपलब्ध करवा सकेगा। इससे टीबी मरीज के साथ-साथ उसके परिवार को भी मदद मिलेगी। स्वास्थ्य विभाग हरियाणा ने इस मुहिम को आगे बढ़ाते हुए शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने एक-एक टीबी मरीज को गोद लेकर गति प्रदान करने का प्रयास किया व उक्त मरीजों को 6 महीने तक पोषण सहयोग करने का आश्वासन दिया। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ. सपना गहलावत सहित सिविल सर्जन कार्यालय में डॉ. अनामिका बिश्नोई, डॉ. संगीता, डॉ. कुलदीप गौरी, डॉ. अमित सैनी, डॉ. हिमेश बंसल, डॉ. कुलदीप चौधरी, डॉ. सुरेंद्र बिस्सु, मेजर डॉ. शरद तुली, डॉ. यजुराज बत्रा, रविंद्र लेखा अधिकारी, पूनम रानी एमईओ ने टीबी मरीजों को गोद लिया।
जिले में फिलहाल 1212 मरीजों का उपचार चल रहा है। डॉक्टरों की माने तो टीबी ग्रस्त मरीज को कम से कम 6-9 माह तक दवा लेनी पड़ती है और परहेज भी करना होता है। ऐसे में वह अपने परिवार की देखरेख नहीं कर पाता है। इसके चलते प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर स्वास्थ्य विभाग ने ये मुहिम 17 सितंबर 2022 को शुरू की है।
येे है जिले में टीबी मरीजों की स्थिति:-
जिला में भट्टू में भट्टू में 189, भूना में 164, फतेहाबाद में 350, रतिया में 196 तथा टोहाना में 313 टीबी मरीज है।
ये हैं टीबी के लक्षण:-
दो सप्ताह से ज्यादा खांसी रहना, रात को सोते समय पसीना आना, बुखार आना, संक्रमण बढऩे के साथ बढऩा, थकावट होना, वजन कम होना व सांस लेने में दिक्कत होना टीबी के लक्षणों में शामिल है।इस कार्यक्रम के तहत सिविल सर्जन डॉ. सपना गहलात ने ईलाजरत टीबी मरीजों को सामाजिक स्तर पर सामाजिक संस्थाओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा सामाजिक सहायता उपलब्ध करवाने की अपील की। सामाजिक सहायता के तहत इच्छुक समाजसेवी संस्थाएं टीबी मरीज को उपचार सहायता, पोषण सहायता और व्यवसायिक सहायता उपलब्ध करा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि जिले में 1212 टीबी मरीज इस समय उपचार ले रहे हैं। समाजसेवी संस्थाओं, अधिकारियों व आम जनता से अपील की कि वे सरकार के इस अभियान में सहयोग करें व टीबी मरीजों को गोद लेकर सामाजिक सहायता देना सुनिश्चित करें ताकि टीबी मरीज ईलाज के दौरान पोषण के अभाव टीबी का ईलाज बीच में न छोड़े और देश टीबी मुक्त बनाने में सहयोग करें। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से डीपीसी कपिल कुमार, पीपीएमसुशील कुमार, एसटीएस सुरेंद्र सिंह, निक्षय ऑपरेटर बिमल रानी उपस्थित रहे।