June 16, 2024

बाल भवन में जिला स्तरीय पारितोषिक वितरण कार्यक्रम में उपायुक्त ने किया बच्चों को सम्मानित

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-बाल भवन में ई-बाल पुस्तकालय का निरीक्षण कर कॉमन सर्विस सेंटर का किया उद्घाटन
-3 से 6 वर्ष की बच्चियों के साथ केक काटकर मनाया बालिकाओं का जन्मदिन

फतेहाबाद / 24 नवम्बर / न्यू सुपर भारत न्यूज़ :


बच्चे देश के भावी कर्णधार एवं राष्ट्र निर्माता है, इसलिए अभिभावक व शिक्षक बच्चों को बेहतर शिक्षा-दिक्षा व संस्कार दें। शिक्षित व संस्कारवान व्यक्ति समाज व देश के नवनिर्माण में अह्म भूमिका निभाता है।

स्थानीय बाल भवन में जिला स्तरीय पारितोषिक वितरण समारोह का शुभारंभ कर बच्चों को सम्मानित करते उपायुक्त एवं जिला बाल कल्याण परिषद के अध्यक्ष डॉ. नरहरि सिंह बांगड़।


यह बात उपायुक्त एवं जिला बाल कल्याण परिषद के अध्यक्ष डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ ने स्थानीय बाल भवन के प्रांगण में जिला स्तरीय पारितोषिक वितरण व बाल दिवस कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए बच्चों को सम्मानित करते हुए कहीं। इस मौके पर उपायुक्त डॉ. बांगड़ ने बाल भवन प्रांगण में कॉमन सर्विस सेंटर का भी शुभारंभ किया। उपायुक्त ने कहा कि इस कॉमन सर्विस सेंटर के शुरू होने से आस-पास के लोगों को नजदीक ही अनेक प्रकार की सुविधाएं व सरकारी की कल्याणकारी योजनाओ का लाभ दिया जा सकेगा। उपायुक्त ने ई-बाल पुस्तकालय का निरीक्षण कर की गई व्यवस्था का भी जायजा लिया।

स्थानीय बाल भवन में कॉमन सर्विस सेंटर का शुभारंभ करते उपायुक्त एवं जिला बाल कल्याण परिषद के अध्यक्ष डॉ. नरहरि सिंह बांगड़।


उपायुक्त ने केक काटकर बच्चियों का मनाया जन्मदिन:-
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत 24 नवंबर को स्थानीय बाल भवन प्रांगण में जिला स्तरीय बालिका दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें उपायुक्त एवं जिला बाल कल्याण परिषद अध्यक्ष डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। जिला स्तरीय कार्यक्रम में उपायुक्त डॉ. बांगड़ ने 3 से 6 वर्ष तक की बच्चियों के साथ केक काटकर उनका जन्मदिवस मनाया। उपायुक्त डॉ. बांगड़ ने कहा कि जिला में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को सफल बनाने में हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर दिन-प्रतिदिन नई-नई गतिविधियां कर लोगों को अभियान के प्रति जागरूक किया जा रहा है।

स्थानीय बाल भवन में 3 से 6 वर्ष की बच्चियों के साथ केक काटकर उनका जन्मदिन मनाते उपायुक्त एवं जिला बाल कल्याण परिषद के अध्यक्ष डॉ. नरहरि सिंह बांगड़।


उपायुक्त डॉ. बांगड़ ने कहा कि बच्चों को प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेने के लिए अवसर दें और उनके लिए प्लेटफॉर्म निर्धारित करें। हर वर्ष 14 नवंबर को बाल दिवस तथा 24 जनवरी को बालिका दिवस के रूप में मनाया जाता है। 14 नवंबर व 24 जनवरी के दिन महत्वपूर्ण दिवस है। इन दिनों के महत्व को देखते हुए आज के दिन 24 नवंबर जिला स्तरीय पारितोषिक वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम के दौरान बाल कल्याण परिषद द्वारा आयोजित करवाई गई विभिन्न ऑनलाइन प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को पुरस्कृत किया गया। उपायुक्त डॉ. बांगड़ ने गुरू तेग बहादुर शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में श्रदा-सुमन अर्पित किए और सर छोटू राम के जन्मदिवस की नागरिकों को बधाई दी। कार्यक्रम के दौरान बाल भवन द्वारा आयोजित करवाई गई ऑनलाइन प्रतियोगिताओं के जिला स्तर पर विजेता 97 बच्चों को पुरस्कार वितरीत किए। इन प्रतियोगिताओं में लगभग 1000 बच्चों ने ऑनलाइन भाग लिया था।
उपायुक्त डॉ. बांगड़ ने कहा कि प्रतिस्पर्धाओं से बच्चे की शॉफ्ट स्कील विकसित होगी और उनके आत्म विश्वास बढ़ेगा। प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेना बच्चे के लिए आज के समय में बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धाओं में पदक मिले या न मिले यह कोई मायने नहीं रखता, परन्तु प्रतिस्पर्धा बच्चे में आत्म विश्वास, उत्साह व अनुशासन को बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि बच्चे देश के भावी कर्णधार है इसलिए बच्चों का लालन पोषण, उन्हें ज्ञान देना, संस्कारवान बनाना, बेहतर शिक्षा देना हम सबका परम कर्तव्य बनता है। उपायुक्त ने कहा कि शिक्षा, रहन-सहन और पालन पोषण में अनेक प्रकार के परिवर्तन आए है। इसलिए बच्चे भी ऊर्जा के सकारात्मक प्रयोग करते हुए अच्छे रास्ते पर चले। उन्होंने कहा कि बच्चों के संरक्षण और सुरक्षा के लिए अनेक आयोग और परिषद का गठन हुआ है। इसके साथ-साथ प्रशासन, अभिभावक, अध्यापक, समाज के प्रबुुद्ध लोगों को भी बच्चों की सुरक्षा व बेहतर वातावरण देने के लिए तत्पर रहना चाहिए और समय-समय पर स्कूलों का भी भ्रमण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चे के व्यक्तित्व का चहुंमुखी विकास होना चाहिए, इसके लिए बच्चों में सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ-साथ खेलों और दूसरी प्रतियोगिताओं में भाग लेना जरूरी है। उन्होंने बच्चों से आह्वान किया कि वे प्रकृति के साथ चले और आगे बढ़े।
इस मौके पर जिला बाल कल्याण अधिकारी जगदीश खटाणा का कहा उपायुक्त के आदेशों तथा उनके कुशल मार्गदर्शन में विभिन्न प्रकार की गतिविधियां चलाई जा रही है। उन्होंने बताया कि बाल भवन प्रांगण में ई-बाल पुस्तकालय का सौंदर्यकरण किया गया है। दस अक्टूबर से दस नवंबर तक बाल भवन द्वारा ऑनलाइन प्रतियोगिताएं आयोजित करवाई गई, जिसमें 29300 बच्चों ने भाग लिया। प्रदेश भर में जिला फतेहाबाद पांचवे स्थान पर रहा। पुरस्कार वितरण समारोह के अवसर पर नन्हे-मुन्ने बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुती दी। बच्चों ने कोरोना संक्रमण से बचाव व स्वच्छ भारत मिशन पर स्वच्छता का संदेश दिया। राज्य स्तरीय जयहिंद प्रतियोगिता में जिला के तीन विजेता बच्चों पारथ अग्रवाल, सेजल रानी तथा अरनब मगो को उपायुक्त ने एक-एक हजार रुपये की राशि देकर सम्मानित किया। इन बच्चों ने देशभक्ति से ओतप्रोत गीतों की शानदार प्रस्तुति देकर जिला का नाम रोशन किया। कार्यक्रम में जीएम रोडवेज कृष्ण कुमार, सचिव रेडक्रॉस नरेश झांझड़ा, पूर्व चैयरमेन रामराज मेहता, पीओ आईसीडीएस राजबाला, एचएल सेठी, ईश्वर सेठी, जय सिंघल, एडवोकेट योगेश गुप्ता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा बड़ी संख्या में बच्चे व उनके अभिभावक मौजूद रहे।

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