June 16, 2024

बच्चों के शारीरिक, मानसिक तथा भावनात्मक विकास के लिए जरूरी है बाल अधिकार : अमित कुमार

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फतेहाबाद / 14 सितंबर / न्यू सुपर भारत

आजादी के अमृत महोत्सव के तहत जिला बाल संरक्षण जिला इकाई द्वारा स्थानीय बाल भवन में किशोर न्याय अधिनियम व पोक्सो एक्ट की जागरूकता के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमित कुमार ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। कार्यक्रम में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए अतिरिक्त सीईओ श्री कुमार ने कहा कि बाल अधिकार बच्चों के विकास के लिए महत्वपूर्ण है।

बच्चों को आजादी मिलना ही उनके विकास का पहला रास्ता है। जिन बच्चों के पास कोई अधिकार नहीं है, वे खुद से आत्मनिर्भर नहीं हो सकते है। बच्चों के शारीरिक, मानसिक तथा भावनात्मक विकास के लिए बाल अधिकार बहुत महत्वपूर्ण है।

जिप के अतिरिक्त सीईओ अमित कुमार ने कहा कि बालश्रम, भिक्षावृत्ति, बाल अपराध आदि पर रोक लगाना बहुत जरूरी है क्योंकि इससे बच्चों का विकास रूक जाता है। बच्चे ही कल के राष्ट्र के निर्माता है और शिक्षक वर्ग उन्हें प्रारम्भिक शिक्षा से लेकर ही एक अच्छा इन्सान पढ़ा लिखा बनाते हैं और समाज में अच्छा नागरिक बनकर देश के विकास में अपना बहुमूल्य सहयोग देते हैं।

उन्होंने कहा कि बच्चे ही देश का भविष्य हैं और इन्हें सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए विभिन्न विभागों के माध्यम से कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। इन योजनाओं के अलावा बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए भी कुछ महत्वपूर्ण अधिनियम बनाए गये हैं। इनका लाभ सभी बच्चों को मिलना चाहिए। जागरूकता कैंप के दौरान बच्चों के अधिकारों के लिए बनाए गए विभिन्न कानून जैसे किशोर न्याय अधिनियम 2015, पोक्सो अधिनियम व मिशन वात्सल्य योजना के बारे में विस्तार से चर्चा की गई।

जागरूकता कैंप के उपरांत बाल श्रम व भिक्षावृति को रोकने तथा बच्चों की उचित देखभाल करने को लेकर एक रैली का आयोजन किया गया, जिसमें शांति निकेतन पब्लिक सीनियर सैकेंडरी स्कूल, ढिंगसरा के विद्यार्थियों ने बढ़ चढक़र भाग लिया। रैली के दौरान विद्यार्थियों ने नागरिकों से मिलकर बच्चों के शारीरिक, मानसिक व सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने व बच्चों को स्कूल भेजने का आग्रह किया।

यह रैली स्थानीय पपीहा पार्क से शुरू होकर बीघड़ रोड, जीटी रोड से होते हुए लाल बत्ती चौक, फव्वारा चौक, धर्मशाला रोड से होते हुए स्थानीय बाल भवन में पहुंची। जागरूकता कैंप के दौरान बच्चों के अधिकारों के लिए बनाए गए विभिन्न कानून जैसे किशोर न्याय अधिनियम 2015, पोक्सो अधिनियम व मिशन वात्सल्य योजना के बारे में विस्तार से चर्चा की गई।

कार्यक्रम के दौरान जिला बाल कल्याण अधिकारी जगदीश कुमार ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन से बच्चों व आमजन में शिक्षा के प्रति लग्न पैदा होती है और यदि कोई बच्चा बिना शिक्षा के दिखता है तो उसे भी शिक्षा से जोडऩे का काम किया जाता है। जिला बाल संरक्षण अधिकारी सुरजीत बाजिया ने कहा कि विभाग द्वारा समय-समय पर रैलियों के आयोजन व विभिन्न एरिया के विजीट व सर्वे करके यह सुनिश्चित किया जाएगा कि जिला के अन्दर बालश्रम, भिक्षावृत्ति जैसी समस्याएं जड़ से खत्म हो।

बाल कल्याण समिति अध्यक्ष नरेन्द्र मोंगा ने इस अवसर पर कहा कि देखभाल व सुरक्षा वाले बच्चों को कमेटी द्वारा हरसंभव मदद की जाएगी। यूनिट के विधि सह परिविक्षा अधिकारी बृजेश कुमार सेवदा द्वारा रैली व जागरूकता कैम्प के दौरान बताया गया कि बालश्रम करवाना एक अपराध है, जिसके लिए कानून में सजा का प्रावधान भी है। शिक्षाविद् सर्वजीत मान ने कहा कि विद्यार्थियों के माध्यम से विभिन्न प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को जागरूक किया जाएगा और स्कूल उसमें हरसंभव सहायता करेगा।

इस दौरान पुलिस विभाग से पहुंचे सब इंस्पेक्टर जिले सिंह ने कहा कि बच्चों मे नशे की समस्या को खत्म करना बहुत जरूरी है। इकाई से काउंसलर कुलदीप कौर ने सुझाव दिया कि बच्चों को अपने माता-पिता से बाते करना महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर बाल कल्याण समिति सदस्य सतबीर सिंह, जिला बाल संरक्षण यूनिट से मुकेश, सामाजिक कार्यकर्ता आशा रानी, आउटरिच वर्कर सविना, लेखाकार जोगिन्द्र, सहायक राहुल सचदेवा, सुरेन्द्र कुमार, निशु, जसवंत, कुसुम, अरूण, भाल सिंह, विनोद कुमार आदि मौजूद रहे।

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