May 25, 2024

डेंगू से बचाव के बारे में जागरुक होना बहुत जरुरी- डाॅ. प्रकाश दरोच

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मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रकाश दरोच

बिलासपुर / 11 सितम्बर / न्यू सुपर भारत न्यूज़

मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डाॅ. प्रकाश दरोच ने जानकारी देते हुए बताया कि लोगो को डेंगू से बचाव के बारे में जागरुक होना बहुत जरुरी है। क्योंकि आजकल बरसात के मौसम में इन चीजों का फैलाव होता है इनसे बचना भी हमारे जीवन के लिए बहुत जरुरी है।

उन्होंने बताया कि डेंगू पिछले कुछ वर्षों में बिलासपुर में फैला था तो हमें इसके बारे में जागरुक होना जरुरी है और इससे बचने के लिए पहले ही उपाए करने होंगे। उन्होंने बताया कि उपायुक्त द्वारा इस दिशा में सभी विभागों को इससे बचाव हेतु अपनी-अपनी जिम्मेदारी से अवगत करवा दिया है कि सम्बन्धित अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में बचाव हेतु कार्य करें।

उन्होंने कहा कि डेंगू के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि डेंगू बुखार अधिकतर बरसात के महीनों जुलाई, अगस्त व सितम्बर में होने वाला रोग है। यह एडीस नामक मादा मच्छर के काटने पर फैलता है। एडीस मादा मच्छर डेंगू से ग्रसित व्यक्ति को काट कर  8 से 10 दिनों में खुद संक्रमित हो जाती है, जब वह स्वस्थ व्यक्ति को काटती है तो एक किस्म के विषाणु के संक्रमण से उसे 5-6 दिन में रोग के लक्षण व्यक्ति का चेहरा लाल, उच्च बुखार, सिर, मांसपेशी तथा जोड़ दर्द, आंखो को हिलाने डुलाने में दर्द, चेहरे, गले तथा छाती पर लाल चकत्ते, मितली व उल्टी आने शुरू हो जाते हैं। ऐसे में शीघ्र डाक्टर से सम्पर्क करें, 5 से 7 दिन में सामान्य उपचार से रोगी ठीक हो जाता है।

उन्होंने बताया कि डेंगू रक्तावी बुखारः डेंगू के एक से अधिक विषाणुओं के संक्रमण से अति तीब्र किस्म का रक्तावी डेंगू बुखार हो जाता है जिसमें रोगी के नाक, मसूड़ों और योनि से रक्तस्राव और काले रंग का मल और लाल मूत्र आने के लक्षण प्रकट होते है, ऐसे में रोगी को तुरन्त नजदीकी अस्पताल में दाखिल करवाने की जरूरत होती है अन्यथा यह स्थिति घातक हो जाती है।

उन्होंने बताया कि छोटे गढों को मिट्टी से भर कर, बड़े गढों में खड़े पानी में मिट्टी तेल या प्रयोग किए गए मूवआयल की बूंदे डाल कर या मच्छर द्वारा अण्डे देने के स्थानों पर लार्वा भक्षक गंम्बूजिया मच्छली डाल कर, मच्छर के लार्वा पैदा होने पर रोक लगाई जा सकती है।

प्रयोगशाला में रक्त की जांच से रोग का पता लगाया जाता है। डेंगू का कोई विषेश उपचार नहीं है, रोगी को लक्षण के आधार पर दवा की जरूरत होती है। शरीर के तापमान को कम करने के लिए
पैरासिटामोल का प्रयोग करें। डाॅ0 की सलाह के बगैर कोई दवा न लें। किसी प्रकार का बुखार होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जांच करवाऐं क्षेत्रीय अस्पाताल बिलासपुर में डेंगू, निदान के लिए मुुफ्त जाच की जाती है। उन्होंने आमजन से अपील की कि कोई भी लक्षण दिखने पर नजदीकी अस्पताल में सम्पर्क करें।

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