June 16, 2024

मशरूम उत्पादन के लिए अनुकूल है ऊना की जलवायु ***कुठार कलां के रविंदर इसी साल लगाए मशरूम प्लांट से कर रहे हैं अच्छी कमाई ***थैंक यू सीएम साहब! 15 दिन में मशरूम से कमाए 40 हज़ार

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ऊना / 14 दिसम्बर / राजन चब्बा

                हिमाचल प्रदेश सरकार की योजनाएं आम आदमी के कल्याण एवं उत्थान के लिए मददगार सिद्ध हो रही हैं। जि़ला ऊना के कुठार कलां निवासी रविंदर शर्मा ने इसी साल अपने घर में बागवानी विभाग की मदद से मशरूम का एक छोटा प्लांट लगाया था। लेकिन छोटा प्लांट होने के बावजूद वह 15 दिन में ही 40 हज़ार रुपए की आय अर्जित करने में कामयाब रहे। अभी फरवरी माह तक उनके प्लांट में मशरूम उत्पादन जारी रहेगा। उन्हें इस सीजन में अपने प्लांट से अच्छी कमाई की आस है।   

                अपने उद्यम के बारे में बात करते हुए रविंदर शर्मा बताते हैं, ‘‘दो माह पूर्व मैंने अपने घर पर एक छोटे कमरे में मशरूम का यूनिट लगाया था। प्रदेश सरकार की ओर से मुझे इसके लिए 50 हज़ार रुपये अनुदान के रूप में प्राप्त हुए। विभाग ने मुझे पालमपुर में मशरूम उत्पादन की ट्रेनिंग करवाई। मशरूम उत्पादन की सभी बारी$िकयां सीखने के बाद मैंने अपना मशरूम प्लांट स्थापित किया। विभाग के अधिकारियों ने हर प्रकार से मेरा साथ दिया। अब मेरे प्लांट में मशरूम का बेहतर उत्पादन हो रहा है।’’

                रविंदर शर्मा अपने मशरूम उत्पादन से बेहद उत्साहित हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बेहतर योजनाएं बना रही है तथा सभी को इनका लाभ उठाकर अपनी आमदनी बढ़ानी चाहिए। बेरोज़गार युवकों को स्वरोज़गार की दिशा में $कदम बढ़ाने चाहिए। इस तरह वे अपने लिए आजीविका के अच्छे साधन ढूंढ सकते हैं। अपने यूनिट में उगाए मशरूम को रविंदर ऊना तथा नंगल की मंडियों में बेच रहे हैं।

मशरूम उत्पादन के लिए अनुकूल है ऊना की जलवायु

                बागवानी विभाग के विषय वाद विशेषज्ञ डॉ के.के. भारद्वाज बताते हैं कि मशरूम उत्पादन के लिए ऊना जि़ला की जलवायु अनुकूल है। जि़ला में अक्तूबर से फरवरी माह तक मशरूम उत्पादन होता है। उन्होंने कहा कि मशरूम एक ऐसा व्यवसाय है, जिसे अपना कर किसान कुछ माह में ही दोगुना लाभ प्राप्त कर सकते हैं। मशरूम में विटामिन डी, प्रोटीन तथा कई तरह के पोषक तत्व होते हैं, जिससे वर्ष भर इनकी मांग बनी रहती है।

सरकार कर रही है मशरूम उत्पादन में मदद

                बागवानी विभाग के उप निदेशक डॉ. सुभाष चंद बताते हैं कि हिमाचल खुंब विकास योजना के तहत प्रदेश सरकार 20 मीट्रिक टन की क्षमता वाला यूनिट लगाने के लिए अधिकतम आठ लाख रुपए की सब्सिडी तथा एक लाख रुपए का घरेलू यूनिट लगाने के लिए  50 हज़ार रुपए की सब्सिडी प्रदान करती है। इसके अलावा कंपोस्ट यूनिट लगाने के लिए 40 प्रतिशत तथा मशरूम बीज की लैब स्थापित करने हेतु अधिकतम  छ: लाख रुपए की सब्सिडी प्रदान करती है। कोई भी जानकारी हासिल करने के लिए इच्छुक उद्यमी उद्यान विभाग के उप निदेशक कार्यालय के फोन नंबर 01975-223235 पर संपर्क कर सकते हैं या अपने इलाके के विषय वाद विशेषज्ञ (एस.एम.एस) से बात कर सकते हैं।

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