लोगों को जागरूक करने के उदेश्य से ही काननूी जागरूकता एवं सेवा शिविरों का आयोजन किया जा रहा है-सीजेएम डॉ. सुखदा प्रीतम
नारायणगढ़ / 21 अक्तूबर / न्यू सुपर भारत
सीजेएम एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव डॉ0 सुखदा प्रीतम ने कहा कि आजादी के 75 साल बाद भी अधिकांश लोगों को अब भी यह नहीं पता कि उनके क्या अधिकार है। लोगों को जागरूक करने के उदेश्य से ही काननूी जागरूकता एवं सेवा शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। सीजेएम आज डीएवी स्कूल नारायणगढ़ में उपमण्डल विधिक सेवा समिति द्वारा आयोजित माइक्रो कानूनी जागरूकता एवं सेवा शिविर में उपस्थित लोगों को बतौर मुख्यतिथि सम्बोंधित कर रही थी।
उन्होंने कहा कि एक ही स्थान पर विभिन्न विभागों के एकत्रित होने से लोगों को जहां सुगमता से सरकारी विभागों की स्कीमों की जानकारी मिल जाती है वहीं पर विभागों से सम्बंधित उनके कार्य भी हो जाते है। उन्होंने विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम, 1987 के बारे में विस्तार से जानकारी भी दी।
उन्होंने कहा कि ई-कोर्टस सेवाएं एप के तहत कोई भी व्यक्ति इंटरनेट के माध्यम से घर बैठे जिला न्यायालय, उच्च न्यायालय एवं सर्वोच्च न्यायालय में लंबित अपने मुकदमें से सम्बंधित जानकारी प्राप्त कर सकता है। बता दें कि कानूनी जागरूकता शिविर में लगभग एक हजार लोगों ने भाग लेकर जानकारी प्राप्त की और पात्र लोगों ने जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर अपने कार्य करवाये।
इस अवसर पर सिविल जज सीनियर डिवीजन एवं उपमंडल विधिक सेवा समिति नारायणगढ़ की चेयरपर्सन सुमित्रा कादियान, सिविल जज जूनियर डीवीजन मोनिका जांगडा, एसडीएम नीरज, तहसीलदार दिनेश सिंह तथा विद्यालय के प्राचार्य आर॰पी॰राठी ने मुख्य अतिथि सीजेएम डॉ. सुखदा प्रीतम का यहां पहुंचने पर पुष्प गुच्छ देकर उनका स्वागत किया।
बॉक्स- मीडिया से बातचीत में सीजेएम एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव डॉ0 सुखदा प्रीतम ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव के अन्तर्गत कानूनी जागरूकता एवं सेवा शिविरों का आयोजन पूरे जिला में डीएलएसए द्वारा किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि माइक्रो कानूनी जागरूकता एवं सेवा शिविर के अलावा मेगा कानूनी जागरूकता एवं सेवा शिविर का भी आयोजन किया जा चुका है। उन्होंने प्रशासन के सहयोग से आयोजित इस कानूनी जागरूकता एवं सेवा शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा लोगों को दी गई जानकारी की सराहना की।
इससे पूर्व मुख्यातिथि ने कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ की। डी॰ए॰वी॰ गान तथा स्वागत गीत के साथ कार्यक्रम का प्रारंभ किया गया। इस अवसर पर 19 विभागों के द्वारा स्टाल लगाये गये थे।