May 24, 2024

मूर्तिकला के विकास को बढ़ावा देना ‘टाबर उत्सव‘ का मुख्य उद्देश्य : डीसी

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 झज्जर / 08 जून / न्यू सुपर भारत

कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग, हरियाणा एवं शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वाधान में स्कूल स्तर के 5वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए 30 दिवसीय ग्रीष्मकालीन शिविर‘‘टाबर उत्सव-2023‘का आयोजन राज्य के 22 जिलों के 22 सरकारी विद्यालयों में किया जा रहा है। झज्जर में यह शिविर शहीद रमेश कुमार मॉडल संस्कृति झज्जर परिसर में चल रहा है,   जिसमें प्रात: नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक विद्यार्थियों को आधुनिक मूर्तिशिल्प क्ले मॉडलिंग, रिलीफ एवं थ्री डी स्कलप्चरल आर्ट में हरियाणा संस्कृति पर आधारित प्रशिक्षण दिया जा रहा है।  यह जानकारी डीसी कैप्टन शक्ति सिंह ने शुक्रवार को यहां दी।

डीसी ने बताया कि यह आयोजन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजेश खुल्लर, महानिदेशक अमित अग्रवाल, शिक्षा विभाग के निदेशक, डॉ अंशज सिंह के मार्गदर्शन में कला एवं सांस्कृतिक अधिकारी (मूर्तिकला) हृदय प्रकाश कौशल तथा कार्यक्रम अधिकारी (कल्चर) पूनम अहलावत की देखरेख में आयोजित किया जा रहा है।

कैप्टन शक्ति सिंह ने बताया कि इस 30 दिवसीय ग्रीष्मकालीन शिविर ‘‘टाबर उत्सव‘‘ का उद्देश्य हरियाणा के होनहार छात्र-छात्राओं को मूर्ति शिल्प कला में अपनी प्रतिभा निखारने व राज्य में लुप्त हो रही मूर्तिकला के विकास को बढ़ावा देना है। उन्होंने बताया कि इस उद्देश्य के साथ-साथ होनहार कलाकारों को सुमार्ग देने, सरकारी स्कूल स्तर के विद्यार्थियों को कला के क्षेत्र में तकनीकी दृष्टिकोण प्रयोगात्मक अभ्यास के साथ निपुण बनाने का प्रयास किया जाएगा। टाबर उत्सव के माध्यम से ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान छात्र-छात्राओं का रचनात्मक/कलात्मक
विकास भी होगा।

डीसी ने आगे बताया कि शिविर में विभाग द्वारा नियुक्त किए कलाकारों एवं सह कलाकारों द्वारा  सभी विद्यार्थियों को मूर्तिकला विधा में प्रयोग होने वाली सामग्री जैसे क्ले, पीओपी (अन्य माध्यम) व सामग्री से लघु मूर्ति बनाकर रंगों से हुनर भी सिखाए जाएंगे, जिससे भविष्य में उनको मूर्तिकला क्षेत्र में शिक्षा के साथ मूर्तिकला के क्षेत्र में कैरियर बनाने का भी ज्ञान मिलेगा।

विद्यार्थी कला संस्कृति तथा मूर्तिकला के उत्थान संरक्षण, संवर्धन एवं विकास हेतु कला को निखार कर कैरियर बना पाएंगे। उन्होंने कहा कि आधुनिक मूर्तिकला के प्रचार-प्रसार के लिए यह शिविर अत्यंत सार्थक सिद्ध होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी आयु वर्ग के कोई भी विद्यार्थी इस शिविर में एक महीने हेतु नि:शुल्क भाग ले सकते हैं।  

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