हर पात्र लाभार्थी को सुगमता से मिले मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना का लाभ : एडीसी
झज्जर / 27 सितंबर / न्यू सुपर भारत
एडीसी सलोनी शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा हर जरूरतमंद व्यक्ति को स्वरोजगार स्थापित कर आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना क्रियान्वित की है,ताकि पात्र व्यक्ति रुचि अनुरूप योजनाओं का चयन करते हुए स्वरोजगार स्थापित कर सके। एडीसी बुधवार को लघु सचिवालय सभागार में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना को लेकर अधिकारियों की बैठक में जरूरी दिशा निर्देश दे रही थीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना मुख्यमंत्री मनोहर लाल का फ्लैगशिप कार्यक्रम है,मुख्यमंत्री समय समय पर योजना की बारीकी से समीक्षा करते हैं।
उन्होंने पशुपालन,मत्स्य,रोजगार सहित संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे योजना के पात्र लाभार्थियों से पुन: परामर्श करते हुए उन्हें योजनाओं का त्वरित लाभ प्रदान करें। एडीसी ने एलडीएम को निर्देश देते हुए कहा कि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित विभिन्न योजनाओं के तहत बैंकों से पात्र व्यक्तियों व परिवारों को ऋण व वित्तीय सहायता दी जाती है। बैंक अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि योजनाओं के तहत किसी भी प्रकार के ऋण या वित्तीय सहायता में विलंब न हो।
योजनाओं में पात्र लोगों को ऋण व वित्तीय सहायता संबंधी कोई दिक्कत न आए, इसके लिए अधिकारी गंभीरता से कार्य करें। इसके अलावा ऋण व वित्तीय सहायता के लंबित आवेदनों का शीघ्रातिशीघ्र निपटान कर अपनी रिपोर्ट भेजें।
एडीसी ने स्पष्टï किया कि जिलाभर के ऐसे पात्र लाभार्थी जो योजना को सही ढंग से समझ नहीं पाए हैं या किसी कारणवश योजना नहीं अपना पाए हैं । ऐसे पात्र लाभार्थियों के साथ पुन परामर्श सत्र चलाए जाएं। पीएफएफएमई,एमएसएमई, पशुपालन और कृषि क्षेत्र को उन्नत बनाने में बैंकों की ऋण योजनाएं इस क्षेत्र के लिए कारगर साबित हो सकती है। इसलिए छोटे किसानों की आर्थिक दशा सुधारने में बैंक के अधिकारी सकारात्मक प्रयास करें।
बैठक में यह अधिकारी रहे मौजूद
इस मौके पर एलडीएम योगेंद्र बरनवाल,पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डा मनीष डबास,डीडीपीओ ललिता वर्मा, डीएसडब्ल्यूओ बिरेंद्र यादव,जिला रोजगार अधिकारी डा नीलम,डीएचओ डा राजेंद्र ङ्क्षसह,जिला बाल कल्याण अधिकारी नरेंद्र मलिक,मत्स्य अधिकारी अमृता रानी,एसडीओ डा जितेंद्र मलिक,एचआर कुंडू के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।