June 17, 2024

कफ्र्यू से सुंदरनगर के जड़ोल में फंसे आधा दर्जन मेरठ के युवक ***अब प्रशासन ने मदद का दिया आश्वासन

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टावर का काम करने के लिए जिला एवं तहसील मेरठ के गांव जानी निवासी संदीप, सन्नी, अंकुश, दीलिप, राहुल और रोहित

सुंदरनगर / 29 मार्च / राजा ठाकुर

कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे से लगाए गए कफ्र्यू के कारण आधा दर्जन मेरठ के कामगार युवक जड़ोल के एक गांव में फंसे हुए है। जिला प्रशासन के प्रवासी कामगार रोजमर्रा के काम करने वालों को चिन्हित कर मदद करने के आदेशों के बावजूद पंचायत की ओर से युवकों की कोई सुनाई नहीं हो रही है। इन युवकों के दो दिन पहले स्थानीय वार्ड सदस्य से इनकी मदद की मांग की है। इसके बावजूद कोई सहायता नहीं की गई और न ही कोई सुनाई कर रहा है। यह सभी युवक एक खंडहरनुमा कमरे में एक साथ रहने को मजबूर है। 

गौर कफ्र्यू के दौरान पीडीएस सुविधा से बाहर के यहां फंसे हुए प्रवासी लोगों के लिए प्रशासन की ओर से खाने.पीने की व्यवस्था की जा रही है। इस कार्य के लिए शहर में दर्जन भर समाजिक संस्थाएं भी आगे आई है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के हालात बहुत खराब है, फोन पर ही आदेश किए जा रहे है और फोन पर रिप्लाई भी किया जा रहा है। लेकिन कोरोना के डर पंचायत और गांवों में जमीनी स्तर कोई आगे आ कर मदद तो दूर सरकार और जिला अधिकारियों को जानकारी तक नहीं दे रहे है। 

टावर का काम करने के लिए जिला एवं तहसील मेरठ के गांव जानी निवासी संदीप, सन्नी, अंकुश, दीलिप, राहुल और रोहित ने कहा कि सभी यहां काम करने आए है। उन्होंने कहा कि कोरोरा वायरस के कारण अचानक लगा गए कफ्र्यू के दौरान यहां सुंदरनगर के जड़ोल पंचायत फंस गए। वर्तमान में पंचायत के वार्ड नंबर 2 में चेहड़ गांव के निकट एक खंडहर में नुमाकमरे में रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि गांव की एक राशन की दुकान से राशन खरीद कर गुजारा किया है लेकिन अब इनके पास पैसे भी खत्म हो गए है। इन युवाओं को खाने.पीने की समस्या हो गई है इनके पास पैसे भी खत्म हो चुके हैं अब यह  घर जाने की हालत में भी नहीं रह गए हैं। 2 दिनों के अंतराल में भी अभी तक इनकी मदद के लिए पंचायत की ओर से कोई सहायता प्राप्त नहीं हुई है।

जड़ोल निवासी रवि ठाकुर के संपर्क में आए युवकों के बारे में सुंदरनगर एसडीएम कार्यालय में फोन से सूचना दी गई तो कहा गया, तहसीलदार से संपर्क करें। तहसीलदार कार्यालय से स्थानीय पटवारी से संपर्क को कहा गया। लेकिन स्थानीय पटवारी ने कहा कि इनकी जिम्मेदारी पंचायत को सौंपी गई है। फिलहाल इन लोगों के लिए खाने पीने का कोई प्रबंध नहीं हो पाया है। 

बयान 
पीडीएस सुविधा से बाहर के यहां फंसे हुए प्रवासी लोगों के लिए प्रशासन की ओर से खाने.पीने की व्यवस्था की जा रही है। जड़ोल के गांव में फंसे हुए लोगों की डिटेल दे दे, इनका खाने.पीने का प्रबंध कर दिया जाएगा। 
राहुल चौहान, एसडीएम, सुंदरनगर।

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