May 18, 2024

मुख्यमंत्री मनोहर लाल होंगे विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस कार्यक्रम के मुख्यातिथि

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फतेहाबाद / 5 अगस्त / न्यू सुपर भारत

हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल 14 अगस्त को भट्टू रोड स्थित पुरानी अनाज मंडी में संत महापुरुष सम्मान एवं विचार प्रसार योजना के तहत आयोजित होने वाले विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस में बतौर मुख्यातिथि भाग लेंगे। इस स्मृति दिवस को भव्य रूप में मनाने और सभी तैयारियों को मूर्त रूप देने के लिए स्थानीय पंचनंद सदन में एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में फतेहाबाद के विधायक दुड़ाराम, थानेसर विधायक एवं पंचनद स्मारक ट्रस्ट के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष सुधा और स्वामी धर्मदेव जी पंचनंद समारंक ट्रस्ट के आजीवन संरक्षक ने भाग लिया।

बैठक को संबोधित करते हुए विधायक दुड़ाराम ने कहा कि इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए फतेहाबाद को चुनने पर जिलावासियों की तरफ से तहेदिल से धन्यवाद करते है। 1947 में स्वतंत्रता मिलने के बाद देश का विभाजन हुआ। इस विभाजन के दौरान जिस तरह हमारे पूर्वज अपना सब कुछ छोडक़र भारत आये थे वह बेहद तकलीफदेह दौर था। हरियाणा सरकार द्वारा उन्हीं स्मृतियों को याद करने और आज की पीढ़ी को उस दौर की यादों से जोड़ने के लिए हर वर्ष इस विभाजन विभीषिका दिवस को 14  अगस्त को मनाने का निर्णय लिया गया है। पहला कार्यक्रम पिछले वर्ष कुरुक्षेत्र में किया गया था। यह हर्ष का विषय है कि इस वर्ष हमारे जिला में इस वर्ष का यह कार्यक्रम मनाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। हम इस कार्यक्रम को सफल बनाने में हम हर तरह से अपना पूरा सहयोग देंगे।

विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि पंचनद परिवार फतेहाबाद में  एक अच्छा और भव्य कार्यक्रम किया जाएगा। यह कार्यक्रम उन लोगों की याद में मनाया जा रहा है जो  वर्ष  1947 में  विभाजन की विभीषिका झेली थी। उस समय दस लाख लोग अपने घरों से बेघर होकर भारत आये थे। उनकी याद में यह स्मृति दिवस बनाया जा रहा है। कितनी सरकारी आये परंतु किसी ने भी इस तरफ ध्यान नहीं दिया। हमने निर्णय लिया की हम इस स्मृति को सहेजते हुए इस दिवस का आयोजन किया है। पिछले दिनों हमने निर्णय लिया कि हम अपने भूले बिसरे बेरो को याद करेंगे और हर साल इस तरह के आयोजन करेंगे और यह बहुत बड़ा कार्य है।

स्वामी ब्रह्मदेव जी महाराज ने लोगों से अधिक से अधिक संख्या में समारोह में भाग लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि विभाजन के दौरान लाखों लोगों ने धर्म की वेदी में अपना सब कुछ छोड़ कर भारत में आये थे। आप उनकी संतान हो जिन्होंने धर्म की बलिवेदी पर अपना बलिदान दिया था। अपने बुजुर्गों पर आपको हमेशा गर्व होना चाहिए। पंचनद सेवा सदन हमेशा इन बलिदानों को अपनी भावी पीढ़ी को बताता रहेगा। हम उन लोगों की संताने है जिन्होंने आततायियों से हार नहीं मानी थी। हम हर साल अपने पुरुषों की याद में अपने पंचनद सदन में मिलेंगे। यह हमारे पुण्यों का फल है कि नरेंद्र मोदी जैसा प्रधानमंत्री हमारे देश को मिला है। उन्होंने 2021 में लाल किलें की प्राचीर से यह घोषणा की थी कि स्वतंत्रता दिवस से पूर्व हमेशा विभाजन विभीषिका को याद किया जाएगा।

भाजपा के प्रदेश विस्तारक भारत भूषण मिढ़ा ने बैठक में कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। इस अवसर पंचनंद सेवा ट्रस्ट के जिला प्रधान गुलशन रुखाया, प्रदेश महासचिव शैलेन भास्कर, कार्यकारिणी के राष्ट्रीय सदस्य दर्शन नागपाल, किशोरी राम, महिला जिला प्रधान वीणा भयाना,  सुनील सचदेवा, संरक्षक राजीव बतरा, अशोक मक्कड़, भीम आनंद, किशोरी लाल नारंग सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

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