June 16, 2024

पराली जलाए जाने पर निगरानी कमेटी के 36 सदस्यों को नोटिस देकर उपायुक्त ने मांगा तीन दिन में जवाब

0

फतेहाबाद / 26 अक्टूबर / न्यू सुपर भारत

जिला में पराली जलाने की बढ़ती घटनाओं के चलते उपायुक्त जगदीश शर्मा ने सख्त कदम अख्तियार किया है। उपायुक्त जगदीश शर्मा ने अब तक सबसे अधिक पराली जलाए जाने वाले गांवों में पराली प्रबंधन के लिए नियुक्त निगरानी कमेटी में शामिल कृषि, राजस्व व पंचायत विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों व सदस्यों को नोटिस जारी किया है। उपायुक्त श्री शर्मा ने नोटिस के माध्यम से तीन दिन में अपनी स्थिति स्पष्ट करने के निर्देश दिए है।

उल्लेखनीय है कि जिला में पराली जलाने पर अंकुश लगाने को लेकर उपायुक्त जगदीश शर्मा द्वारा जिला, उपमंडल व ग्राम स्तर पर निगरानी कमेटियों का गठन किया गया है। इन कमेटियों में कृषि, राजस्व व पंचायत विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को शामिल किया गया है। उपायुक्त द्वारा इन निगरानी कमेटी के सदस्यों को निर्देश दिए गए थे कि वे अपने-अपने संबंधित क्षेत्र के गांव के किसानों/लोगों को फसल अवशेष प्रबंधन के लिए जागरूक करें, ताकि लोग पराली को न जलाएं।
लेकिन, इसके बावजूद भी जिला के कुछ गांव ऐसे हैं, जहां पराली जलाए जाने की घटना सबसे अधिक हो रही है। इससे जिला की आबो-हवा पूरी तरह प्रदूषित हो रही है, जिससे की जन-जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।

पराली जलाए जाने की निरंतर बढ़ती घटनाओं को उपायुक्त ने बड़ी गंभीरता से लिया है। उपायुक्त श्री शर्मा ने गांव समैण, नांगला, साधनवास, बलियावाला और भूना में नियुक्त निगरानी कमेटी के 36 सदस्यों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इनमें 21 नंबरदार, 5 पटवारी, 5 ग्राम सचिव, कृषि विभाग से 5 सुपरवाइजर, एडीओ व निरीक्षक शामिल है।उपायुक्त श्री शर्मा ने इन गांवों से संबंधित निगरानी कमेटी में नियुक्त कृषि विभाग के एडीओ, निरीक्षक, सुपरवाइजर, पंचायत विभाग से ग्राम सचिव व राजस्व विभाग से पटवारी व नंबरदार को तीन दिन के अंदर अपनी स्थिति स्पष्ट करने के निर्देश दिए है।

उपायुक्त द्वारा मांगी गई रिपोर्ट के अनुसार गांव समैण में 9 जगह, नांगला व साधनवास में 7-7 तथा बलियावाला व भूना में 5-5 जगह पर खेतों में पराली जलाए जाने की घटनाएं हरसैक द्वारा मिली है। कृषि विभाग के अनुसार अब तक जिला में कुल 139 ऐसी लोकेशन हरसैक द्वारा भेजी गई है, जहां पर किसानों ने खेतों में पराली जलाई है। विभाग द्वारा पराली जलाए जाने पर 50 चालान किए गए हैं तथा एक लाख 25 हजार रुपये जुर्माना वसूल किया गया है।

निगरानी कमेटी के सदस्य लोगों को फसल अवशेष प्रबंधन के लिए जागरूक करें : डीसी
उपायुक्त जगदीश शर्मा ने फसल अवशेष प्रबंधन के लिए नियुक्त कमेटी के सदस्यों को निर्देश दिए हैं कि वे ग्रामीणों को जागरूक करें, ताकि लोग पराली को न जलाएं। उन्होंने कहा कि किसानों को बताएं कि सरकार द्वारा इन-सीटू व एक्स-सीटू पर प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। किसान फसल अवशेष न जलाकर इस योजना का लाभ उठाएं और अपनी आमदनी बढ़ाएं। उन्होंने निर्देश दिए है कि किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन में प्रयोग होने वाले कृषि उपकरणों व उनकी खरीद पर मिलने वाली सब्सिडी के बारे में भी जागरूक किया जाएं।

वहीं दूसरी ओर एसडीएम राजेश कुमार ने कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ गांव हिजरावां कलां व खुर्द, नूरकीअली, करनौली, बहबलपुर व भट्टू, भड़ोलावाली का दौरा किया। इस दौरान गांव भड़ोलावाली में पराली जलाने की घटना मिली, जिस पर अधिकारियों ने 2500 रुपये का चालान किया। एसडीएम ने फायरबिग्रेड की गाड़ी से आग बुझवाने का काम करवाया। इस दौरान एसडीएम ने किसानों से पराली नहीं जलाने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि पराली जलाकर किसान न केवल पर्यावरण को दूषित कर रहे हैं बल्कि जमीन की उर्वरा शक्ति को भी नष्ट कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि दो एकड़ की फसल तक 2500 रुपये, दो से पांच एकड़ तक 5000 रुपये तथा पांच एकड़ से अधिक भूमि की फसल पर पराली जलाने पर 15000 रुपये जुर्माना लगाए जाने का प्रावधान है। एसडीएम ने कहा कि किसान फसल अवशेषों को कृषि उपकरणों के माध्यम से खेत की जमीन में ही मिलाएं। इस दौरान कृषि विभाग के उपमंडल कृषि अधिकारी भीम सिंह सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *