June 16, 2024

जिला स्तरीय पूर्ण राज्यत्व दिवस स्वर्ण जयंती समारोह किसान भवन बिलासपुर में आयोजित *** घुमारवीं, झण्डूता व स्वारघाट, नगर परिषद हाॅल और किसान भवन में एलईडी के माध्यम से दिखाया गया राज्य स्तरीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण

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बिलासपुर 25 जनवरी / राजन चब्बा:-

पूर्ण राज्यत्व दिवस के स्वर्ण जयंती समारोह का जिला स्तरीय कार्यक्रम किसान भवन में आयोजित किया गया जहां से पूर्ण राज्यत्व दिवस के स्वर्ण जयंती समारोह के राज्य स्तरीय कार्यक्रम का एल.ई.डी. के माध्यम से शिमला से सीधा प्रसारण दिखाया गया।


 इस अवसर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। प्रातः 10 बजे से 11 बजे तक राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया गया जिसमें मुख्य निर्वाचन आयुक्त भारत सरकार सुनील अरोडा का संदेश सुनाया गया, उसके उपरांत उपायुक्त रोहित जम्वाल ने उपस्थित जनसमूह को लोकतंत्र को मजबूत करने में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने की शपथ दिलाई और 21 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके नए पंजीकृत मतदाताओं को मतदाता पहचान पत्र वितरित किए।

इस अवसर महिला जागृति सोसाईटी कल्लर और अमर ज्योति सांस्कृतिक कला मंच घुमारवीं द्वारा सामूहिक लोक नृत्य की भव्य प्रस्तुतियां दी।
इस मौक पर उपायुक्त रोहित जम्वाल ने जिला के समस्त नागरिकों को पूर्ण राज्यत्व दिवस के स्वर्ण जयंती समारोह की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी।

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश देश की आजादी के पूरे आठ माह के उपरांत 15 अप्रैल, 1948 को 30 छोटी-बड़ी पहाड़ी रियासतों के विलय के परिणाम-स्वरूप चीफ कमिशनर प्रोविन्स के रूप में अस्तित्व में आया। उन्होंने कहा कि महासू, मण्डी, चम्बा व सिरमौर को अलग-अलग जिलों का दर्जा दिया गया। उस समय हिमाचल प्रदेश का क्षेत्रफल 10 हजार 451 वर्ग मीफ और जनसंख्या 9 लाख 83 हजार 367 थी।
उन्होंने कहा कि वर्ष 1950 को हिमाचल को ‘सी’ स्टेट का राज्य का दर्जा देकर विधासभा के गठन का प्रावधान कर दिया।

उन्होंने कहा कि मार्च, 1952 में डाॅ. परमार ने इस प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की और अपने तीन सदस्यीय मंत्रिमण्डल का गठन किया।
उन्होंने कहा कि जुलाई, 1954 में, बिलासपुर को हिमाचल में मिलाकर इसे प्रदेश का पांचवां जिला बनाया गया।

उन्होंने कहा कि आज प्रदेश पूर्ण राज्य के रूप में अपनी शानदार यात्रा के 50 वर्ष पूर्ण कर रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश ने लगभग शून्य से अपनी विकास यात्रा आरम्भ की थी। पिछले 50 वर्षों के दौरान विशेषकर पूर्ण राज्यत्व का प्राप्त होने के उपरांत हिमाचल प्रदेश ने विकास की जिन ऊंचाइयों को छुआं है वे अन्य पहाड़ी क्षेत्र के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने कहा कि इस दौरान प्रदेश ने सामाजिक एवं आर्थिक क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन लाकर चहुमुखी विकास में नए आयाम स्थापित किए है। कठिन भौगोलिक स्थिति और सीमित साधनों के बावजूद प्रदेश ने कृषि, बागवानी, सड़क नेटवर्क, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रगति की है। उन्होंने कहा कि आज हिमाचल की गिनती देश में एक खुशहाल प्रगतिशील तथा सम्पन्न राज्यों की श्रेणी में होती है।


उन्होंने कहा कि प्रदेश की इस विकास यात्रा में वर्तमान सरकार के सेवा काल का विशेष महत्व है। इस अल्पावधि में प्रदेश सरकार ने विकास की नई बुलदियां छुई है और प्रदेश का समग्र विकास सुनिश्चित किया जा रहा है। प्रदेश को सुशासन, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, बागवानी सहित सततः विकास लक्ष्यों में बेहतर प्रदर्शन के लिए अनेक राष्ट्रीय स्तरीय पुरस्कार प्राप्त हुए है।
उन्होंने कहा कि नई योजनाओं और नवाचार प्रयासों के परिणामस्वरूप प्रदेश निरंतर प्रगति के पथ पर शिखर की ओर अग्रसर है।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा, एसडीएम रामेश्वर दास, सहायक आयुक्त सिद्वार्थ आचार्य, डीआरओ देवी राम, इलेक्शन तहसीलदार विजय कुमार शर्मा के अतिरिक्त वरिष्ठ पदाधिकारी, अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
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इसी कड़ी में घुमारवीं के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाल (बाल) में एसडीएम शशिपाल शर्मा की अध्यक्षता में, झण्डूता के शहीद अश्वनी कुमार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला झण्डूता में एसडीएम विकास शर्मा की अध्यक्षता में तथा श्री नैना देवी जी स्थित स्वारघाट के राजकीय माॅडल सीनियर सैकेडरी स्कूल स्वारघाट (नजदीक एसडीएम कार्यालय) में तहसीलदार हुसन चंद की अध्यक्षता में पूर्ण राज्यत्व दिवस के स्वर्ण जयंती समारोह का एल.ई.डी. के माध्यम से शिमला में हो रहे राज्य स्तरीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दिखाया गया। काफी संख्या में लोगों ने उपस्थित होकर ऐतिहासिक कार्यक्रम का आनंद लिया।
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