June 17, 2024

मछली और उसके उत्पाद करोना वायरस के वाहक नहीं ***मछली तथा इसके उत्पादों की सामान्य स्वच्छता आवश्यक है: वीरेन्द्र कंवर

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मंत्री वीरेंद्र कंवर

बिलासपुर / 20 मार्च / एन एस बी न्यूज़

आज देश व प्रदेश में सबसे चर्चित करोना वायरस को लेकर विभिन्न माध्यमों से जो जानकारियों सामने आई हैं उसमें सोशल, प्रिंट तथा इलैैक्ट्रोनिक मीडिया के माध्यम से विभाग के संज्ञान में आया है कि मछली तथा इससे सम्बन्धित उत्पादों को ग्र्रहण करने से कोरोना विशाणु का संक्रमण मनुश्य में फैल सकता है। इस तरह के समाचारों से मत्स्य किसानों, मत्स्य उद्योग तथा उपभोक्ताओं में एकाएक डर का माहौल है। इस भ्रामक समाचार का सीधा असर मछली तथा इससे सम्बन्धित उत्पादों के विक्रय पर पड़ सकता है, जिसका सीधा नुकसान मत्स्य उद्योग से जीवन उर्पाजन कर रहे किसानों पर पड़ सकता हैं। इस प्रकार का कोई भी शोध अभी तक प्रकाशित नहीं हुआ है कि मछली या उसके उत्पाद खाने से करोना वायरस फैलता है। मुझे आज मत्स्य विभाग तथा सम्बन्धित मंत्रालय (पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य) भारत सरकार से एक एडवाईजरी प्राप्त हुई है जिसमें मछली के सेवन से करोना वायरस फैलता है सिरे से नकारा गया है। मैं प्रदेश वासियों से आग्रह करता हॅू कि ऐसी अफवाहों पर ध्यान न दें और मछली तथा इसके उत्पादों को सामान्य स्चछता अपना कर प्रयोग कर सकते हैं।

कंवर ने कहा कि मत्स्य किसानों के अतिरिक्त कई अन्य तरह के उद्योग भी अप्रत्यक्ष रुप से मत्स्य सेक्टर से जुड़े है। अतः मत्स्य तथा मत्स्य उत्पादों से सम्बन्धित कोई भी भ्रामक प्रचार सीधे तौर पर इस उद्योग से जुड़े तथा अजीविका कमा रहे लोगों के जीवन उर्पाजन को प्रभावित करेगा। उपभोक्ताओं को प्रोटीन तथा अन्य पोशक तत्वों से भरपूर उत्पाद से भी वंचित होना पडे़गा।

मत्स्य विभाग तथा सम्बन्धित मंत्रालय (पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य) भारत सरकार कोरोना विशाणु संक्रमण से सम्बन्धित इस स्थिती पर पूरे विष्व तथा देश में नजर रखे हुए है। अभी तक प्राप्त सूचनाओं के अनुसार इस विशाणु का संक्रमण मनुष्य से मनुष्य में ही हो सकता है। विश्व पशु स्वास्थय संगठन के अनुसार भी संक्रमण मनुश्य से मनुष्य में ही बताया गया है। यद्यपि 2019-दब्वअ का कोई पशु स्त्रोत भी हो सकता हैं। लेकिन विश्व भर में कहीं भी मात्स्यिकी के माध्यम से कोरोना विशाणु संक्रमण की कोई भी रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। पूर्व में भी इस विशाणु के माध्यम से जो भी संक्र्र्रमण हुए है उनमें कहीं भी कोई संक्रमण मात्स्यिकी के माध्यम से नहीं हुआ है। अतः मछली तथा उसके उत्पाद ग्रहण करना पूर्णतया सुरक्षित है। यद्यापि मछली तथा इसके उत्पादों की सामान्य स्वच्छता आवष्यक है।

समाचार की पुष्टि करते हुए निदेषक एवं प्रारक्षी, मत्स्य, सतपाल मैहता ने कहा कि मछली या इसके उत्पादों के सेवन से पूर्व इसकी पुर्णतयः स्वच्छता व हाईजीन का विषेश ध्यान रखें व खरीदी गई मछली की स्चछता की परख कर लें।

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