May 25, 2024

महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए ही पंचायती राज संस्थाओं में दिया गया है 50 प्रतिशत आरक्षण : देवेंद्र सिंह बबली

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टोहाना / 20 दिसंबर / न्यू सुपर भारत

प्रदेश के विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने कहा है कि संविधान में महिलाओं को कानूनी रूप से बराबर के अधिकार दिए गए है, ऐसे में घर व समाज में महिलाओं के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव करना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि महिलाएं स्वरोजगार को अपनाकर आत्मनिर्भर बनें। महिलाओं का स्वावलंबी होना बहुत जरूरी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि महिलाएं किसी भी प्रकार के शोषण के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करें। महिला अपने अंदर कोई भी हीन भावना न रखें।

कैबिनेट मंत्री श्री बबली मंगलवार को गांव जमालपुर शेखां में हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के द्वारा आयोजित कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को लिंग आधारित हिंसा के विरूद्ध शपथ भी दिलाई गई। कार्यक्रम के दौरान कैबिनेट मंत्री ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को आर्थिक सहायता राशि के चेक भी वितरित किए। विकास एवं पंचायत मंत्री श्री बबली ने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि महिलाएं स्वरोजगार के रूप में चलाई जा रही योजनाओं को अपनाकर अपना जीवन स्तर ऊंचा उठाएं।

उन्होंने कहा कि हरियाणा आजीविका ग्रामीण मिशन स्वयं सहायता समूह के द्वारा महिलाओं को सक्षम बनाया जा रहा है। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रदेश सरकार ने पंचायती राज संस्थाओं में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया है। हाल ही में संपन्न हुए पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में महिलाओं की उल्लेखनीय भागीदारी रही है। इसके साथ ही कैनिबेट मंत्री ने महिलाओं से आह्वान करते हुए कहा कि वे समाज में अपनी सकारात्मक भूमिका निभाने के लिए हमेशा आगे आएं और समाज में व्याप्त कन्या भ्रूण हत्या या दहेज प्रथा रूपी बुराई को जड़मूल से खत्म करने में अपना योगदान दें।  

उन्होंने कहा लिंग आधारित भेदभाव को खत्म करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा जिला स्तर व ब्लॉक स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से सन 2015 में महिला व बाल कल्याण विभाग व स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा चलाया गया है। उन्होंने कहा कि एक शिक्षित बेटी दो घरों को शिक्षित करती है, बेटियों को अगर पर्याप्त अवसर दिया जाए तो बेटी घर ही नहीं देश के विकास में भी अहम भूमिका निभाती है। उन्होंने कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे हैं और पुरुषों की बराबरी कर नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है।

उन्होंने कहा कि इसलिए यह हमारा दायित्व बनता है कि हम अपनी बेटियों को सुरक्षित माहौल दे एवं उन्हें अपने जीवन में बुलंदियों तक पहुंचाने के लिए सही मार्गदर्शन करे। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का मुख्य उद्देश्य लिंग आधारित भेदभाव को समाप्त करना, बालिकाओं की सुरक्षा और संरक्षण के उपाय, बालिकाओं को शिक्षा प्रदान करना और उनकी भागीदारी बढ़ाना है।इस अवसर पर हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन सीईओ अमरेंद्र कौर, जिला परिषद के सीईओ कुलभूषण बंसल, मनोज बबली सहित क्षेत्र की स्वयं सहायता समूह की महिलाएं मौजूद रही।

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