May 19, 2024

मंडी के लोअर ढांगू में जिला स्तर पर ‘विश्व निमोनिया दिवस-2022’ मनाया गया

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मंडी / 11 नवंबर / न्यू सुपर भारत

मंडी जिले के नेरचौक लोअर ढांगू में ‘विश्व निमोनिया दिवस-2022’ अभियान जिला स्तर पर जागरूकता दिवस के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम मुख्य चिकित्सा अधिकारी के तत्वावधान में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेष ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित किया गया था।
उन्होंने बताया कि यह दिवस-2009 में “ग्लोबल कोएलिषन अंगेस्ट चाइल्ड निमोनिया” द्वारा निमोनिया रोग का षीघ्र पता लगाने, उपचार आदि सुनिष्चित कराने एवं रोकने संबंधी जागरूक करना है।

उन्होंने बताया कि निमोनिया फेफड़ों में एक गम्भीर संक्रमण की स्थिति है जो बैक्टिरिया, विषाणु और क्वक के कारण होता है। निमोनिया में खांसी, जुकाम, बुखार, तेज सांस चलना, सांस लेने में मुश्किल होना, पसली का धंसना, नाक फूलना और दूध न पी पाना जैसे लक्षण पाये जाते हैं। यदि समय पर इन लक्षणों को पहचान न गया तो शिशु की मृत्यु भी हो सकती है। भारत में निमोनिया से 0-5 साल के लगभग 1.50 लाख बच्चों की मौत हो जाती है, यानी कि हर 15 सेकंड में एक बच्चे की मौत निमोनिया के कारण होती है।

निमोनिया एक संक्रामक रोग है जो खांसने या छींकने से फैल सकता है। यह बच्चे के जन्म के दौरान रक्त या दूशित स्थान या आसपास की सफाई न होने से, वायु प्रदूशण से फैलता है। उन्हांने बताया कि निमोनिया छोटे बच्चों के अलावा बड़े व्यक्तियों में भी हो सकता है।उन्होंने बताया कि निमोनिया की गंभीरता को देखते हुए भारत सरकार ने सांस नामक कार्यक्रम चलाया हुआ है। इस कार्यक्रम के अन्तर्गत निमोनिया से ग्रसित बच्चे का शीघ्र पता लगाया जाता है और उसे उपचार प्रदान किया जाता है।

इसको रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाया गया है, ताकि समय रहते इसका इलाज मिले और निमोनिया से होने वाली मौतों को रोका जा सके।वहीं, जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी सोहन लाल ने बताया कि शिशु को जन्म के बाद ज्यादा देर तक गीला नहीं रखना चाहिए। संक्रमित व्यक्तियों से दूर रखना चाहिए। शिशु को गर्म रखने के लिए जन्म के एक घंटे के भीतर स्तनपान शुरू कर देना चाहिए। शिशु को छूने से पहले हाथ साफ करने चाहिए तथा जन्म के तुरन्त बाद नहलाना नहीं चाहिए।

जन्म के बाद जरूरी टीके लगवाने चाहिए। शिशु को 6 सप्ताह, 10 सप्ताह और 14 सप्ताह पर पी.सी.वी., एम.आर. का टीका तथा विटामिन ‘ए’ से बच्चों को निमोनिया से बचाया जा सकता है। उन्होंने बताया जिला में सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और आशा कार्यकर्ताओं को बच्चों को निमोनिया के लिए जरूरी दवाएं, जिसमें अमोक्सी लीन, जैन्टामाईन इंजेक्शन आदि उपलब्ध करवाये जा रहे हैं।

इस अवसर पर मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें प्रथम स्थान पर भारती, दूसरे स्थान में शीतला और तीसरे स्थान पर सीमा और नीलम रहीं। मुख्य अतिथि ने इन प्रतिभागियों को नकद पुरस्कार से नवाजा। कार्यक्रम में करीब 70 प्रतिभागियों ने भाग लिया था।

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