May 18, 2024

एम्बूलैंस की कमी है तो एचआरटीसी की छोटी बसों से सीटें निकालकर उन्हें एम्बूलैंस के रूप में किया जाए प्रयोग : मुकेश अग्निहोत्री

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ऊना / 14 मई / राजन चब्बा


नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि एक तरफ प्रदेश में कोरोना से  मौतों का तांडव बढ़ता जा रहा है दूसरी तरफ प्रदेश सरकर की छवि को निखारने के लिए करोड़ों रुपए एक  एजैंसी पर लुटाने की तैयारी हो रही है। इसके लिए टैंडर हो गया ओर निविदाएं भी आ गई है। अब यह कभी भी फाइनल हो सकता। सरकार का यह दिवालियापन है जब संकट से निपटना है उसमें सरकार को चेहरा निखारने की फिक्र है। नेता प्रतिपक्ष मुकेश ने कहा कि  प्रदेश में कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या 2118 हो चुकी है। पहाड़ी राज्य के लिए यह बहुत बड़ा आंकड़ा है। प्रदेश में पिछले एक दिन में कोरोना से 63 मौतें हुई। मौत के इस तांडव को रोकने की जिम्मेदारी सरकार की है। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर से निपटने के लिए सरकार द्वारा कोई पुख्ता प्रबंध नहीं किए गए थे। प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को सरकार सही तरीके से ठीक करे नहीं तो आने वाले दिन इससे भी खतरनाक होंगे। इंसान अब केवल आंकड़ा बनकर रह गया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग व मंत्रालय का गम्भीर रोगियो को बचाने के लिए कोई प्लान नही है।


मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कोरोना संक्रमित की मौत होने पर उसे 4 कंधे तक नहीं मिल रहे हैं। इसके लिए सरकार को व्यवस्था कर देनी चाहिए थी। हर जगह शव वाहन उपलब्ध करवा देने चाहिए थे। उन्होंने कहा कि एम्बूलैंस की कमी है तो एचआरटीसी की छोटी बसों से सीटें निकालकर उन्हें एम्बूलैंस के रूप में प्रयोग किया जा सकता है। इस बीमारी से निपटने के लिए ऐसे अनेक तरीके हैं,पर जयराम सरकार के पास इसका समय ही नही है।


मुकेश ने कहा कि जब किसी व्यक्ति का ऑक्सीजन लेबल गिरता है तो उसे कहां रैफर किया जाए इसके लिए सरकार के पास कोई पुख्ता इंतजाम नहीं है। मैडीकल कालेज टांडा से अप्रूवल नहीं मिलती है। वहां से जवाब आता है कि सारे बैड फुल हो चुके हैं यहां रैफर मत करना। यदि आम आदमी को बड़े अस्पतालों में ट्रीटमैंट नहीं मिलेगा तो ऐसे में वह कहां जाए। यदि चंडीगढ़ या पंजाब के अस्पतालों में उपचार के लिए जाना हो तो उसके लिए लाखों रुपए चाहिए। आम आदमी इतने पैसे कहां से जाए। ऑक्सीजन का लेबल गिरने से रोजाना ऐसी डैथ हो रही हैं। मई माह के 13 दिन कहर कर गए हैं।  हिमाचल की जनता को बचाना सरकार की जिम्मेदारी है। विपक्ष पूरा सहयोग व्यवस्था में करेगा। कमी पर बोलेगा भी ।
 अग्निहोत्री ने कहा कि कोरोना महामारी में जहां आम आदमी परेशान हैं वहीं सरकार राष्ट्र के नाम संदेश देने और अलग-अलग वर्ग के लोगों के साथ बातचीत करने में मशगूल है जबकि हर वर्ग सहयोग कर रहा। सरकार विपक्ष को कह रही है कि वह हिमाचल की तुलना अन्य राज्यों से करें तो सरकार भी देखे कि पड़ोसी राज्य में मिलने वाली कोरोना फतेह किट और हिमाचल की किट में कितना अंतर है।

विधायक व पार्टी है सेवा के लिए फील्ड में ,वैक्सीन पर हो काम

मुकेश ने कहा कि  विपक्ष के विधायक व कांग्रेस पार्टी फील्ड में डटे हुए हैं और सरकार भाषणबाजी कर रही है। सरकार के पास वैकसीन नहीं है। पंचायत प्रतिनिधियों को कहा जा रहा है कि वह ग्रामीण स्तर पर व्यवस्थाएं देखेंगे लेकिन उनकी वैकसीन तक नहीं की गई। शिक्षकों को भी कोविड ड्यूटियों पर लगा दिया गया और उन्हें भी वैकसीन नहीं लगाई गई। राशन वितरण करने वाले कर्मचारियों और केमिस्टों की वैकसीनेशन नहीं की गई। फिर आम व्यापारी की कब वैकसीनेशन होगी। हर वर्ग जरूरी है और अधिक सेंटर बनाकर वेकसिन करनी चाहिए, जो नही आ सकते उनके घर पंहुच लगनी चाहिए। ग्रामीण स्तर पर क्यों वैकसीनेशन अभियान नहीं चलाया जा रहा। सरकार बहानेबाजी ढंढ रही है।

पार्टियो की लड़ाई में अफसर न बने मोहरा

नेता प्रतिपक्ष मुकेश ने कहा कि पार्टी की लड़ाई में मोहरा न बने आफिसर और शहर ,ज़िला व प्रदेश के प्रतिष्ठित और सहयोग करने वाले व्यापारियों के साथ अदब से पेश आएं अधिकारी। उन्होंने कहा कि विकास में इन प्रतिष्ठित और सहयोगियों का बड़ा योगदान है।

कर्फ्यू पर भी सही ओर सख्त निर्णय ले

नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि यह समय दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम करने का है। उन्होंने कहा कि लोगों के जीवन को बचाने के लिए सरकार को काम करना है और आने वाले समय का खतरा भांपते हुए यदि सरकार को सख्त निर्णय लेने पड़ते हैं तो लिए जाने चाहिए क्योंकि यह सवाल जिंदगी बचाने का है। उन्होंने कहा कि कर्फ्यू की भी मर्यादा रहनी चाहिए, अब ना तो बॉर्डर पर उस प्रकार की सख्ती है, ना ही इंटरनल उस प्रकार से बात है ,उन्होंने कहा कि  चालान काटना व  एफआईआर दर्ज करना हल नहीं है, यह अपने लोग हैं अपने लोगों पर इस प्रकार से तानाशाही नहीं की जानी चाहिए। मुकेश ने कहा कि नियमों को सब माने यह मेरी भी सब से अपील है ,सरकार को चाहिए कि चेन तोड़ने के लिए कुछ दिनों के लिए कंप्लीट लोकडाउन की व्यवस्था करें और जब दुकान खोलनी है तो कुछ दुकानों के स्थान पर कुछ समय के लिए सभी को खोल दें ,ताकि सबका काम भी चले और सब नियमों के पालन में सहयोग करें। मुकेश  ने कहा हर नागरिक भी अपनी जिम्मेदारी को अब समझे क्योंकि आने वाला समय कुछ चिंता में डालने वाला लग रहा है।

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