टौणी देवी और कलंझड़ी देवी मेलों की खूब रही धूम, लोगों ने मंदिरों में टेका माथा

हमीरपुर / 24 जून / रजनीश शर्मा ///
सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के दो प्रसिद्ध देवी मंदिरों टौणी देवी और कलंझड़ी देवी मंदिरों में मेलों की खूब धूम रही दोनों देवियों को कल देवियों का दर्जा हासिल है। टौणी देवी का मेला हर वर्ष 10 प्रविष्टे तथा कलंझड़ी देवी का मेला 11 प्रविष्टे को मनाया जाता है। दोनों देवियों के प्रति लोगों की असीम आस्था है। टौणी देवी का संबंध राजस्थान से आए चौहान भाइयों से बताया जाता है। मुगलों के जुल्म से तंग आ जब 12 भाई हमीरपुर के इस क्षेत्र में आकर बस गए तो उनके साथ उनकी बहन जो कि कानों से बहरी थी वह भी साथ ही रहने लग पड़ी।
12 भाइयों पर आए संकट का कारण इसी बहरी बहन को जब बार-बार भाभियों बताती तो भगवान पर विश्वास करने वाली यह कन्या भूमि में समा गई। उसे स्थान पर माता रानी टौणी देवी का मंदिर बनाया गया और इसी मंदिर के आसपास हर साल मेले का आयोजन होने लगा।
वही कलंझड़ी देवी का संबंध रांगड़ा परिवारों से बताया जाता है। आज रांगड़ा परिवार के ही पुश्तैनी पुजारी अजय रांगड़ा यहां के मुख्य पुजारी हैं। कलंझड़ी माता के मेले में हमीरपुर नगर के नजदीक होने के कारण खूब भीड़ रहती है। मेलों में लोगों का उत्साह देखते ही बनता है। लोगों में इन मेलों में जमकर खरीदारी की जाती है। जगह-जगह पानी की छविले लगाकर लोगों को ठंडा पानी भी पिलाया जाता है। एनएच निर्माण के कारण दोनों मंदिरों के आसपास मेले लगाने के लिए खुला स्थान बन गया है।