नारायणगढ़ शुगर मिल के सम्बन्धित किसानों के गन्ने की बकाया पेमैंट के लिए उठाए गये हैं विशेष कदम

नारायणगढ़ / 27 अप्रैल / न्यू सुपर भारत
चीनी मिल नारायणगढ़ कई वर्षों से किसानों का गन्ना भुगतान न करने के कारण चर्चा में रहता आया है, जिसका मुख्य कारण चीनी मिल के मिल मालिकों द्वारा चीनी मिल के पैसों का दुरपयोग करना है, साथ ही मिल मालिकों द्वारा अन्य फर्में बनाकर भी पैसों की हेरा फेरी की गयी जिसके कारण नारायणगढ़ शुगर मिल को भी ईडी द्वारा आवद्ध कर दिया गया।
उसके उपरांत चीनी मिल नारायणगढ़ में चीनी की विक्री से 69.24 करोड़, शीरा से 0.38 करोड़ रूपए, क्रॉपलोन 30 करोड़ रूपए की पिछले मिल मालिक राहुल आनंद द्वारा चोरी की गयी व चीनी मिल को सामान सप्लाई करने वाले आपूर्तिकर्ताओं का भी लगभग रूपए 4.91 करोड़ नहीं दिया गया। इसके साथ ही पराली आपूर्तिकर्ताओं से कम दर पर खरीद कर चीनी मिल को 3200 रूपए प्रति मीट्रिक टन में बेचा गया।
उक्त कारणों से चीनी मिल कभी भी किसानों के गन्ना मूल्यों का समय पर भुगतान नहीं कर पायी। इस बारे में जानकारी देते हुए एसडीएम नारायणगढ़ नीरज ने बताया कि चीनी मिल गत वर्षों से किसानों का पूरा भुगतान नहीं कर पायी जिसका विवरण निम्न प्रकार से है:-
वर्ष 2014-15 : 89.79 करोड़
वर्ष 2015-16 : 36.87 करोड़
वर्ष 2016-17 : 12.94 करोड़
वर्ष 2017-18 : 71.74 करोड़
वर्ष 2018-19 : 108.21 करोड़
वर्ष 2019-20 : 57.84 करोड़
वर्ष 2020-21 : 63.08 करोड़