June 18, 2024

प्रज्ञता दिवस के आयोजन के साथ संपन्न हुआ सेवा सप्ताह

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मंडी / 23 सितम्बर / न्यू सुपर भारत

मंडी जिला में वीरवार को प्रज्ञता दिवस के आयोजन के साथ वरिष्ठ नागरिकों के सम्मान में मनाया जा रहा सेवा सप्ताह सम्पन्न हो गया। प्रज्ञता दिवस पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग एवं सूचना एवं जनसंपर्क विभाग मंडी ने वरिष्ठ नागरिकों के साथ उनके अनुभव और सफलता की कहानियों पर चर्चा-परिचर्चा को लेकर संवाद सत्र आयोजित किया। जिला कल्याण अधिकारी मंडी के कार्यालय में आयोजित इस संवाद सत्र में मंडी शहर के वरिष्ठ नागरिकों व प्रबुद्धजनों ने भाग लिया।

बुजुर्गों के अनुभव व युवा जोश का हो समन्वय
इस अवसर पर नगर परिषद मंडी के पूर्व अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता हेमंत राज वैद्य ने बताया कि उन्हें 25 वर्षो तक नगर परिषद मंडी में सेवा करने का मौका मिला। समाज आज जिस दिशा में जा रहा है, उसमें संस्कारों की कमी से बुजुर्गों की अनदेखी की जा रही है । उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी को इस प्रकार संस्कारित किया जाए कि वे बुजुर्गों का सम्मान करें।  जरूरी है कि बुजुर्गों के अनुभव को साथ लेकर युवाओं के जोश में समन्वय स्थापित करके भविष्य की योजनाओं को साकार किया जाए।

बुर्जुगों के सम्मान की सदवृति करें पुनर्जीवित
वरिष्ठ पत्रकार हिमाचल गौरव पुरस्कार से अलंकृत बीरबल शर्मा ने कहा कि बुर्जुगों के सम्मान की सदवृति धीरे-धीरे समाज से समाप्त हो रही है, इसे पुनर्जीवित करना जरूरी है । उन्होंने कहा कि इन दिनों में पितृ पक्ष चला हुआ है तथा हम अपने पितरों को याद कर उनका सम्मान कर रहे हैं, लेकिन यह काम हमें उनके जीवित रहते करना चाहिए ।  जब वे जीवित होते हैं, उस समय उनकी सेवा की जाए ।  बुजुर्गों का मान-सम्मान किए बिना हम लोग आगे नहीं बढ़ सकते हैं । जहां हम लोग आज पहुंचे हैं, वह बुजुर्गों की कठिन मेहनत व परिश्रम के कारण संभव हुआ है।

खुद को बूढ़ा नहीं वरिष्ठ समझें
अपने अनुभव साझा करते हुए आयुष विभाग से सेवानिवृत सहायक निदेशक एवं वरिष्ठ नागरिक डॉ. ओम राज शर्मा ने कहा कि आज समाज में जिस तरह विसंगतियां आ रही हैं, उन्हें दूर करने के लिए यह बहुत जरूरी है कि इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन होता रहे । उन्होंने कहा कि उन्हें समाज के विभिन्न  प्रकार के लोगों से मिलने का अवसर मिला, कई तरह के रोगी हमसें मिले तथा उनकी कौंउंसिलग करने का मौका मिला । बुजुर्ग अगर बीमार हों तो उनके बच्चे उन्हें डॉक्टर के पास अच्छी तरह से चैक करवाएं न कि औपचारिकताएं निभाएं। उम्र के हिसाब से जो लोग बड़े हो जाते हैं वे स्वयं को बूढ़ा न समझ कर वरिष्ठ समझंे ।

लौटें संयुक्त परिवार की ओर
       सुन्दरनगर स्थित विशेष बच्चों के स्कूल की सेवानिवृत प्रधानाचार्य कृष्णा शर्मा ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि वशेष बच्चे हमारे समाज का अभिन्न अंग हैं उन्हें पूरा स्नेह व सम्मान दें । उन्होंने संयुक्त परिवार की वकालत करते हुए कहा कि संयुक्त परिवार के अनेक फायदे हैं तथा वर्तमान परिदृश्य में एकल परिवार का अधिक प्रचलन है । अगर यह संभव हो सके तो एक बार हमें संयुक्त परिवार की ओर जाना होगा, जिसमें बुजुर्गों को अधिक मान-सम्मान मिलेगा ।

संस्कारवान हों परिवार तो बुजुर्गों का नहीं होगा तिरस्कार
       समाज सेवी एवं स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत निर्मला चंदेल ने कहा कि हमारी युवा पीढ़ी आज संस्कार भूलती जा रही है । इसका एक कारण हम स्वयं भी हैं, क्योंकि हम उन्हें अपने संस्कारों के बारे में उतनी जानकारी नहीं दे पाते जितनी हमें देनी चाहिए । जिन परिवारों के संस्कार अच्छे होंगे वहां हमारे वरिष्ठ नागरिक अपने आप को अकेला महसूस नहीं करेंगे ।

प्रेरणादायी हैं वरिष्ठ नागरिकों के अनुभव
      इस दौरान जिला कल्याण अधिकारी आर.सी. बंसल ने बताया कि  प्रदेश भर में 17 से 23 सितम्बर, 2021 तक सेवा-सप्ताह का आयोजन किया गया, जिसमें प्रतिदिन वरिष्ठ नागारिकों के सम्मान में जिला में अनेक गतिविधियां आयोजित की गईं ।  

उन्होंने प्रज्ञता दिवस पर अपने अनुभव साझा करने व संवाद सत्र में भाग लेने के लिए वरिष्ठ नागरिकों व प्रबुद्धजनों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों के अनुभव युवाओं के लिए प्रेरणादायक होंगे । उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे अपने समाज व परिवार में वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान करें व उनेक अनुभव का लाभ लें ।इस अवसर पर तहसील कल्याण अधिकारी कुंदन हाजरी सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे ।

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