June 17, 2024

स्कूली विद्यार्थियों ने अपनी प्रस्तुति से डाला राष्ट्रीय ध्वज के डिजाइनर पिंगलैयी वेंकैया के जीवन पर प्रकाश

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फतेहाबाद / 2 अगस्त / न्यू सुपर भारत

आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में चलाए गए हर घर तिरंगा अभियान के तहत गांव मताना स्थित डाइट परिसर में उपायुक्त प्रदीप कुमार के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय ध्वज के डिजाइनर व महान स्वतंत्रता सेनानी पिंगलैयी वेंकैया के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने पिंगलैयी वेंकैया, राष्ट्रीय ध्वज और हर घर तिरंगा अभियान पर अपनी प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय ध्वज के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।

उल्लेखनीय है कि 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत पिंगलैयी वेंकैया के जन्मदिवस 2 अगस्त के उपलक्ष्य से विशेष प्रचार प्रसार अभियान शुरू किया गया है, जो कि 15 अगस्त तक चलेगा। इसी कड़ी में मताना डाइट में शिक्षा विभाग ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें राष्ट्रीय ध्वज के डिजाइनर पिंगलैयी वेंकैया के जीवन के बारे में विस्तार से बताया गया। विद्यार्थियों ने लघु नाटिका, गीत, भजनों के माध्यम से पिंगलैयी वेंकैया के अलावा राष्ट्रीय ध्वज के महत्ता के बारे में विस्तार से बताया।

अपनी प्रस्तुति के माध्यम से विद्यार्थियों ने बताया कि राष्ट्रीय ध्वज हमारे देश के गौरव का प्रतीक है, जिसको पिंगलैयी वेंकैया ने डिजाइन किया था। राष्ट्रीय ध्वज को डिजाइन करने में उन्होंने करीब पांच साल तक विभिन्न तीस देशों के राष्ट्रीय ध्वज पर अध्ययन किया। उसके बाद भारत देश का झंडा तैयार किया।

राष्ट्रीय ध्वज में तीन रंग शामिल किए गए, जिसमें सबसे ऊपर केसरिया, बीच में सफेद व सबसे नीचे हरा रंग लिया गया। विद्यार्थियों ने बताया कि केसरिया रंग देश की ताकत का प्रतीक है, सफेद रंग शांति व सच्चाई का तथा हरा रंग देश की समृद्धि का प्रतीक है। राष्ट्रीय ध्वज के बीच में अशोक चक्र लगाया गया है, जिसमें 24 तिलियां हैं। यह चक्र देश के निरंतर प्रगतिशील रहने का प्रतीक है।

बच्चों ने पिंगलैयी वेंकैया के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि वेंकैया सच्चे राष्ट्र भक्त थे। उनका जन्म 2 अगस्त, 1976 को आंध्र प्रदेश के तत्कालीन जिला कृष्णा में हुआ। वे देश की आजादी के लिए स्वतंत्रता आंदोलन से भी जुड़े रहे। वे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों से बहुत प्रभावित थे। उनका भू-विज्ञान और कृषि क्षेत्र से विशेष लगाव था।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी दयानंद सिहाग ने कहा कि हमें पिंगलैयी वेंकैया जैसे महान स्वतंत्रता सेनानियों को कभी नहीं भुलना चाहिए। उन्होंने तिरंगे के रूप में देश को एक अमूल्य सौगात दी है, जिसके ऋण को कभी नहीं चुकाया जा सकता। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद विद्यार्थियों व अन्य शिक्षक गणों से आह्वान किया कि वे हर घर तिरंगा अभियान के प्रति अपने आसपास व आमजन को जागरूक करें।

13 से 15 अगस्त तक अपने-अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज जरूर लगाएं। इस दौरान राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जांडली कलां, बैजलपुर, नागपुर, फुलां, बनावाली, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भोडिया खेड़ा, फतेहाबाद, रतिया, राजकीय हाई स्कूल मोचीवाली, राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल फतेहाबाद के छात्र-छात्राओं ने विभिन्न कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी।इस दौरान विभिन्न स्कूलों के शिक्षक व विद्यार्थी मौजूद रहे।

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