May 18, 2024

550 वर्षों के लंबे इंतजार को जीवित आंखों से पूरा होते देखना हमारा सौभाग्य: अरुण धूमल

0

टौणीदेवी / 5 फरवरी / न्यू सुपर भारत

550 वर्षों के लंबे इंतजार को खुद अपनी जीवित आंखों से पूरा होते हुए देखना हम सब का सौभाग्य है। हमारे आराध्य प्रभु श्री राम अयोध्या में अपनी जन्मभूमि पर निर्मित हुए भव्य राम मंदिर में रामलला के रूप में विराजमान हुए हैं यह हम सब के लिए बहुत बड़ी खुशी है। हमसे पहले ना जाने कितनी ही पीढियां सदियों पुराने इस स्वप्न को साकार होते हुए संकल्पित होते हुए देखने की चाहत मन में लिए अपनी जीवन यात्रा को पूर्ण कर चली गई।

सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के टौणीदेवी में भाजपा द्वारा आयोजित पहाड़ी संगीत प्रतियोगिता में भाग ले रही महिलाओं को संबोधित करते हुए आईपीएल चेयरमैन अरुण धूमल ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि आज पूरा विश्व हमारे देश की तरफ देख रहा है। भारतवर्ष के विश्व गुरु बनने के चिरकाल प्रतिशत स्वप्न को अपने जीते जी मूरत होते हुए देखना हमारी सबकी खुश नसीबी है। यह गर्व और तरंगित उमंग के पल हम सबको देने के लिए हम दिल की गहराइयों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कोटि-कोटि धन्यवाद व्यक्त करते हैं।

पहाड़ी संगीत प्रतियोगिता के बारे में बात करते हुए आईपीएल अध्यक्ष अरुण धूमल ने कहा कि इस प्रतियोगिता में दी गई प्रस्तुतियों को देखने के पश्चात यह धारणा और भी सुनिश्चित हो जाती है कि मात्र शक्ति ही सही मायने में संस्कृत धर्म ध्वजवाहक होती हैं। पहाड़ी संगीत क्योंकि हमारी पहाड़ी संस्कृति का एक अभिन्न हिस्सा है हमारी पहाड़ी संस्कृति का परिचायक है। पहाड़ी संगीत की अमूल्य धरोहर को हमारी मातृशक्ति आज भी न केवल जीवित रखे हुए हैं बल्कि आगे आने वाली पीढ़ी को भी इससे अवगत करवा रही हैं यह अपने आप में सिद्ध करता है कि आज की 21वीं सदी की मातृशक्ति यदि घर समाज देश और दुनिया को राह दिखा रही है किसी भी क्षेत्र में कहीं भी कम नहीं है।

अनुसंधान चिकित्सा व्यापार सेना खेल अंतरिक्ष प्रशासन राजनीति सेवा चाहे कोई भी जगह हो, जल थल या नव मातृशक्ति हर जगह अपनी धमक दिखा रही है, तो अपनी जड़ों को भी नहीं भूली है। हमारी जड़ें हमारी संस्कृति है, और हमारी संस्कृति ही हमारा धर्म है जब हमारी मातृशक्ति अपने धर्म के प्रति इतनी जागरुक है तो हमारे देश से ज्यादा ताकतवर विश्व में कोई नहीं है कोई हमें नहीं झुका सकता।

पहाड़ी संगीत कार्यक्रम करवाने की योजना कैसे बनी इसके बारे में बात करते हुए अरुण धूमल ने कहा कि पिछले काफी लंबे समय से अनुराग ठाकुर यह योजना बना रहे थे की एक ऐसा कार्यक्रम हो जो मातृशक्ति को एक मंच प्रदान करें जहां वे अगली पीढ़ी को हमारी अमूल्य सांस्कृतिक पहचान और परंपराओं से रूबरू करवा सकें। आज इस कार्यक्रम में आने का मौका मिला है तो यह आभास हो रहा है कि उनकी सोच कितनी सही है। लेकिन सिर्फ एक यह ही नहीं अनुराग ठाकुर ने ऐसे अनेकों अन्य कार्यक्रम जैसे खेल महाकुंभ भारत दर्शन स्वास्थ्य मोबाइल सेवा एक से श्रेष्ठ केंद्र इत्यादि चलाए हैं जो अपने आप में अद्वितीय है और अब उनका अनुसरण अन्यत्र स्थानों पर भी किया जा रहा है। और यह केवल उनकी ही सोच की बात नहीं है बल्कि नेतृत्व की बात है कि हम लोग कैसा नेतृत्व अपने लिए चुनते हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने अपनी सरकार में हिमाचल प्रदेश के लिए केंद्र से औद्योगिक पैकेज लाया था जिसकी बदौलत हिमाचल का औद्योगिक विकास हुआ और आज भी प्रदेश के असम क्यों युवा उसे औद्योगिक पैकेज की बदौलत रोजगार प्राप्त कर अपना जीवन आगे बढ़ा रहे हैं। यह नेतृत्व की सोच और विजन की बात होती है जैसे हम यदि महिला सशक्तिकरण की बात करें तो पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने अपनी सरकार में महिलाओं के लिए 50% आरक्षण पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में लागू किया था और महिलाओं ने उससे भी कहीं आगे बढ़कर अधिक संख्या में चुनाव जीतकर पंचायती राज संस्थाओं में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई थी।

आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में महिलाओं को 33% प्रतिशत आरक्षण दे दिया है ताकि वह अधिक संख्या में लोकसभा में पहुंचे और देश की तरक्की की राह में अपनी जोरदार भूमिका अदा करें। किसान हमारे देश की रीड की हड्डी है यदि हमारे किसान समृद्ध होंगे तो देश खुद ही समृद्धशाली होगा इसलिए प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों के लिए अनगिनत योजनाएं चलाई हुई हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *