फसलों के अवशेष को जलाने की अपेक्षा उनका उचित प्रबंधन करें किसान : डीसी
झज्जर / 09 अक्टूबर / न्यू सुपर भारत
किसान फसल की कटाई उपरांत फसलों के अवशेष किसी भी सूरत में न जलायें। फसलीय अवशेषों का उचित प्रबंधन करते हुए किसान पर्यावरण संरक्षण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। यह अपील डीसी श्याम लाल पूनिया ने की।
फसल कटाई के इस मौसम में किसानों को जागरूक करते हुए डीसी पूनिया ने कहा कि किसान फसल अवशेषों का उचित प्रबंधन करें। फसल अवशेष जलाना किसी भी प्रकार से उचित नहीं है। इसके अत्यधिक नुकसान हैं, जिनसे बचने के लिए किसानों को पराली जलाना बंद करना होगा।
डीसी ने कहा कि किसानों को खरीफ फसल के अवशेषों के उचित प्रबंधन की ओर कदम बढ़ाना चाहिए। जो किसान फसलों के अवशेषों को जलाते हैं, वे पर्यावरण को तो दूषित करते ही हैं, साथ में अपनी भूमि की उर्वरा शक्ति को भी बेहद कमजोर कर देते हैं। उपजाऊपन कम होने से पैदावार भी कम होती है। साथ ही भूमि में किसानों के मित्र कीट भी खत्म होते हैं।
फसल अवशेषों को जलाने से कोई लाभ नहीं मिलेगा इसलिए किसानों को फसलों के अवशेष नहीं जलाने चाहिए। उन्होंने कहा कि आज के समय में पर्यावरण संरक्षण अहम है। इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को प्रशासन का पूर्ण सहयोग देना अनिवार्य है। एकजुटता के साथ हमें इस दिशा में प्रयास करने होंगे। इसमें किसान फसलों के अवशेष जलाने की बजाय उचित प्रबंधन करके बेहतरीन सहयोग दे सकते हैं। अवशेष जलाने से श्वास के रोगों के लिए भी अत्यधिक परेशानियां उत्पन्न होती है।