प्रशासन की सख्ती व जन जागरूकता से बढ़ने लगा वैक्सीनेशन का आंकड़ा

झज्जर / 4 जनवरी / न्यू सुपर भारत
महामारी अलर्ट-सुरक्षित हरियाणा की नवीनतम गाइडलाइन को लेकर जिला प्रशासन की सख्ती व जन जागरूकता से कोविड वैक्सीन लगवाने वालों की संख्या लगातार बढ़ने लगी है। जिला में मंगलवार को अलग-अलग आयु वर्ग के लोगों को वैक्सीन की 13793 (पहली 6782 व दूसरी 7011) डोज लगाई गई।
डीसी श्याम लाल पूनिया ने जिलावासियों के पुन: अपील करते हुए कहा कि कोविड के नए वेरिएंट के बचाव के लिए वैक्सीन का सुरक्षा चक्र बेहद कारगर है। जिला वासियों को कोविड की महामारी से बचाने के लिए जिला प्रशासन ने वैक्सीनेशन कार्यक्रम को तेज कर दिया है।
डीसी श्याम लाल पूनिया ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला के सभी नागरिक अस्पतालों, सीएचसी व पीएचसी को वैक्सीनेशन केंद्र बना दिया गया है। साथ ही 15 से अधिक आयु के किशोरों के लिए भी विशेष तौर पर वैक्सीनेशन कार्यक्रम आरंभ हो चुका है।
उन्होंने कहा कि 15 से 18 वर्ष आयु के किशोर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर वैक्सीन की पहली डोज लगवा सकते हैं। वैक्सीन की डोज नहीं लगवाना भी कोविड उपयुक्त व्यवहार का उल्लंघन है। जिला में सार्वजनिक स्थल पर ऐसे व्यक्तियों का चालान किया जाएगा जिन्होंने वैक्सीन की एक भी नहीं लगवाई है। वहीं दूसरी डोज ड्यू होने पर भी कोविड उपयुक्त व्यवहार का उल्लंघन माना जाएघा।
जिला में आज लगाई गई वैक्सीन
डिप्टी सिविल सर्जन डा. संजीव मलिक ने जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार को 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग में 2951, 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग में 2582, 45 से 59 वर्ष में 677 तथा 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में 372 लोगों ने वैक्सीन की पहली डोज लगवाई। इसी प्रकार 18 से 44 आयु वर्ग में 4843, 45 से 59 आयु वर्ग में 1513 व 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में 655 को दूसरी डोज लगाई गई। उन्होंने बताया कि किशोरों के लिए बुधवार से स्कूलवार भी वैक्सीनेशन कार्यक्रम निर्धारित किया गया है।
वैक्सीन की पहली डोज को लेकर युवाओं में बना उत्साह
जिला में 15 वर्ष से 18 वर्ष के लिए सोमवार से आरंभ हुए वैक्सीनेशन कार्यक्रम को लेकर युवा वर्ग में उत्साह है। सोमवार को जहां 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग में वैक्सीन लगवाने वालों की संख्या 948 रहीं वहीं दूसरे दिन मंगलवार करीब तीन गुना बढ़ते हुए 2951 पर पहुंच गई।
नागरिक अस्पताल झज्जर में वैक्सीन लगवाने पहुंची 11वीं कक्षा की छात्रा हनीशा नरूला ने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि वैक्सीन की डोज लगवाने के उपरांत किसी प्रकार की घबराहट या तबियत खराब नहीं हुई। स्कूल की अन्य फ्रेंडस ने भी अलग-अलग केंद्रों पर जाकर वैक्सीन की डोज ली। उन्होंने बताया कि वैक्सीन को लेकर परिजनों व शिक्षकों से उपयोगी जानकारी मिली थी।