मणिमहेश यात्रा लगातार स्थगित रहने से भरमौर की आर्थिकी पर पडा गहरा असर

भरमौर / 08 अगस्त / महिंद्र पटियाल
विश्व विख्यात मणिमहेश यात्रा जो की लोगों की आस्था का प्रतीक है, देश – विदेश के लाखों शिव भक्त हर वर्ष यंहा शीश नवाते थे, लेकिन लगातार दो बार करोना की भेंट चढी यात्रा से हजारों लोगों के रोजगार छिन ग ए हैं मणिमहेश से लेकर पठानकोट तक हर व्यवसायी को इससे लाभ होता था, टैक्सी कारोबारियों, होटल, होम सटे, रैसटोरैंट, ढाबा, व हर व्यापारियों को इस यात्रा में काफी लाभ होता था, खच्चर मालिकों, कुलियों, मजदूरों, बागवानों, हर वर्ग इससे लाभान्वित होता था, भरमौर से मणिमहेश तक हजारों लोग प्रसाद बेच कर लाखों कमा लेते थे, फोटो स्टुडियो वाले लाखों लोग मणिमहेश व चौरासी धाम की फोटो तैयार कर लाखों कमा लेते थे,
टैक्सी चालक भी लाखों की कमाई कर लेते थे, बागवान अपने सेबों को ज्यादातर यंहा पर ही अच्छे दामों पर विक्री कर लेते थे, अखरोट, राजमाह, के भी काफी अच्छे दाम मिल जाते थे, थोक व परचून विक्रेताओं, हर व्यापारी वर्ग को इससे लाभ होता था लेकिन लगातार करोना की भेंट चढी यात्रा से हजारों लोगों का रोजगार छिन गया है, व हर व्यापारी को काफी नुकसान उठाना पडा है, सैंकड़ों स्थानीय युवा इसी यात्रा पर निर्भर थे व अपने परिवार का भरणपोषण करते थे जिन्हें गहरी ठेस लगी है, व जिससे भरमौर की आर्थिकी पर गहरा असर पडा है