उपायुक्त ने खेतों में जाकर की गिरदावरी के कार्य की पड़ताल

फतेहाबाद / 26 सितंबर / न्यू सुपर भारत
उपायुक्त महावीर कौशिक ने कहा कि राजस्व विभाग में गिरदावरी एक बहुत बड़ी प्रक्रिया होती है। इस प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए ई-गिरदावरी की जा रही है। उन्होंने मैनुअल तरीके से की गई गिरदावरी तथा ई-गिरदावरी का मिलान किया। उपायुक्त खरीफ फसल को लेकर राजस्व विभाग सहित संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ गिरदावरी रिकॉर्ड को मौके पर खेतों में जाकर चैक कर रहे थे।
इस मौके पर उन्होंने राजस्व विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। इसके अलावा उपायुक्त ने अधिकारियों के साथ गांव बीघड़ व आसपास के जलभराव क्षेत्रों का भी दौरा किया और पानी निकासी के उचित प्रबंध करने के निर्देश दिए।
अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए उपायुक्त महावीर कौशिक ने कहा कि खरीफ की फसल के गिरदावरी रिकॉर्ड को अप टू डेट किया जाए ताकि फसल के रिकार्ड का सही आंकड़ा सामने आ सके। इस मामले में जरा सी भी लापरवाही सहन नहीं होगी इसलिए राजस्व विभाग के सभी अधिकारी रिकार्ड को गंभीरता के साथ तैयार रखे।
उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग के सभी अधिकारी और कर्मचारी रिकॉर्ड के अनुसार फसल का सही आंकलन करें ताकि आंकड़ों में किसी भी स्थिति पर फर्क ना होने पाए। इस राजस्व रिकॉर्ड के हिसाब से ही आगामी सभी रिकॉर्ड तैयार किए जा सकते हैं। उन्होंने पटवारियों को निर्देश दिए कि गिरदावरी के दौरान यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी किसान की गिरदावरी गलत ना हो।
उपायुक्त ने कहा कि मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल के माध्यम से किसानों द्वारा अपनी फसल के बारे में जो ब्यौरा दिया जा रहा है उसका भी इसके साथ मिलान होगा ताकि फसल की बिक्री के दौरान किसानों को कोई परेशानी ना हो। गिरदावरी के कार्य की जांच पड़ताल के दौरान उपायुक्त ने राजस्व विभाग के कर्मचारियों को निर्देश देते हुए कहा कि गिरदावरी के कार्य में किसी प्रकार की देरी एवं कोताही बर्दाशत नहीं की जाएगी।
इस दौरान की गई लापरवाही के कारण बाद में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस कार्य को प्राथमिकता के आधार पर करवाना सुनिश्चित करें। इस अवसर पर जिला राजस्व अधिकारी प्रमोद चहल, नायब तहसीलदार राजेश गर्ग सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।