बरोट के गरीब की कुटिया पर नही गई किसी की नजर ।
बरोट के गरीब की कुटिया पर नही गई किसी की नजर ।
फतेहपुर/ 4 सितम्बर / रीता ठाकुर
जहां एक तरफ जनता के आशीर्बाद से चुने गए प्रतिनिधि अपनी तन्ख्बाह ब भते बढ़ाकर एयरकंडीशनर कमरों में ठंडी – ठंडी हबा में सकून की नींद सो रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ कहीं -कहीं बही जनता पुस्तैनी कच्चे मकानों में डर के साये में नींद पूरी करने को मजबूर है ।ऐसा ही ख़ौफ़ज़दा मंजर खंड फतेहपुर की पंचायत बरोट खास के बार्ड चार में देखने को मिला ।जहां के गरीब सरूप का परिबार पुस्तैनी कच्चे जर्जर हो चुके मकान में रहने को मजबूर है ।मकान मालिक सरूप सिंह ने बताया बो दिहाड़ी -मजदूरी कर बड़ी मुश्किल से परिबार का पेट पाल रहा है ।बताया बो और उसका परिबार पुस्तैनी कच्चे मकान में रहता हैं जिसकी स्थिति इतनी खराब है कि कभी भी गिरता हुआ कभी न भरने बाले जख्म दे सकता है ।बताया उन्होंने कई बार पंचायत को नया मकान दिलबाने की गुहार लगाई लेकिन कोई राहत न मिली ।बताया हाँ कुछ माह पूर्ब पंचायत सचिब मकान की फोटो खींच कर ले गया था ।लेकिन अभी तक आगे की कारबाई के बारे में कोई जानकारी नही मिली ।कहा जर्जर हो चुके मकान में जैसे -तैसे दिन तो गुजर जाता है लेकिन रात गुजारना मुश्किल हो जाता है ।बताया कई बार तो उन्हें पशुशाला में डेरा जमाना पड़ता है ।इस पर पंचायत सचिब जोगिंदर से बात की तो उन्होंने कहा उपरोक्त परिबार का नाम पीएमएबाई के तहत भेजा गया है जैसे स्बीकृति मिलती है मकान के लिये सहायता राशि मिल जाएगी ।
: फोटो कैप्शन -मकान की दुर्दशा ब्यान करते हुए ।