May 18, 2024

उर्वरकों के संतुलित उपयोग के बारे किसानों को जागरुक करने के उद्देश्य से गांव जटवाड़ में एक किसान गोष्ठी का हुआ आयोजन

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शहजादपुर / 20 मई / न्यू सुपर भारत

उर्वरकों के संतुलित उपयोग के बारे किसानों को जागरुक करने के उद्देश्य से गांव जटवाड में एक किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी की अध्यक्षता शमशेर सिंह, उप महा प्रबन्धक, इफको चण्डीगढ ने की व डॉ. राजेन्द्र सिंह, वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र तेपला मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित थे। कार्यक्रम में 80 से अधिक किसानों ने भाग लिया।

इस अवसर पर प्रवीण कुमार, सहायक प्रबन्धक इफको ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुये बताया कि यूरिया का अत्यधिक प्रयोग जमीनों के स्वास्थय पर कुप्रभाव डाल रहा है। उर्वरकों के अत्यधिक प्रयोग के कारण जमीनों के जैविक कार्बन में लगातार गिरावट आ रही है व लाभदायक जीवाणुओं की संख्या में कमी दर्ज की गई है। जमीनों के स्वास्थय में सुधार के लिये आवश्यक है कि उर्वरकों का प्रयोग कृषि वैज्ञानिकों की सिफारिशों के अनुसार करें।

शमशेर सिंह ने बताया कि इफको एक सहकारी संस्था है जो किसानों तक खेती की नवीनतम तकनीकी जानकारी पंहूचाने के लिये लगातार प्रयासरत है। उन्होने बताया कि फसलें यूरिया उर्वरक का केवल 30 प्रतिशत हिस्सा ही ग्रहण कर पाती है। बाकी 70 प्रतिशत हिस्सा भूमिगत जल व पर्यावरण को नाईट्र्स ऑकसाइड व नाईट्रेट के रुप में प्रदूषित कर रहा है।

इसके विकल्प के तौर इफको द्वारा नैनो यूरिया का विकास किया है जिससे फसलों में इस्तेमाल होने वाली यूरिया की आधी मात्रा में कमी लाई जा सकती है जो जमीनों के स्वास्थय के लिये फायदेमंद होगा। इसके उपयोग से फसलों की पैदावार में 8 से 10 प्रतिशत की बढौतरी पाई गई है। इसका पहला छिडकाव बुवाई के 30-35 दिन बाद व दूसरा छिडकाव फसल के निसारे से पहले करें।

डॉ. राजेन्द्र सिंह ने किसानों को बताया कि फसल चक्र में दलहनी फसलों के समावेश से जमीन में नाइट्रोजन की उपलब्धता बढती है व अगली फसल में यूरिया की मात्रा में 25 प्रतिशत की बचत की जा सकती है। दलहनी फसलों को खेत में दबाने से जैविक कार्बन में वृद्धि होती है जो जमीनों की भौतिक दशा में सुधार करता है। धर्मवीर, बीटीएम, कृषि विभाग ने मेरा पानी-मेरी विरासत, धान की सीधी बिजाई योजना के बारे विस्तार से जानकारी देते हुये बताया कि किसान इस योजना का लाभ उठाने के लिये कृषि विभाग के पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करवायें।

पंकज गर्ग, प्रबन्धक, पटवी पैक्स ने सहकारी समिति के माध्यम से उपलब्ध किसान क्रेडिट कार्ड योजना के बारे अवगत कराते हुये बताया इस योजना के अन्तर्गत केन्द्र सरकार द्वारा ब्याज पर 3 प्रतिशत व राज्य सरकार द्वारा 4 प्रतिशत का अनुदान उपलब्ध है। किसान अधिकतम तीन लाख का ऋण सहकरी समिति से ले सकता है।

इस अवसर पर प्रगतिशील किसान वीरेन्द्र सिंह, संदीप सिंह, सुरमुख सिंह, मान सिंह ने अधिकारियों से योजनाओं के बारे प्रश्न कर विस्तार से जानकारी ली।

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