सांसद ने 26 लाख रुपये की लागत से 103 दिव्यांगों को 146 सहायक उपकरण वितरित किए

टोहाना / 24 फरवरी / न्यू सुपर भारत
सांसद सुनीता दुग्गल ने कहा कि शरीर में किसी भी अंग के अन्दर कमी आने की वजह से सामाजिक दृष्टि से उसमें हीनता का भाव न जागृत हो, इसके लिए उसे सक्षम बनाने के लिए हमें कार्य करना चाहिए ताकि वह अपनी सक्षमता से किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ सके। उन्होंने कहा कि कोई दिव्यांगजन अपनी ऊर्जा और चेतना से किसी क्षेत्र में आगे बढ़ सकता है चाहे वह खेल का क्षेत्र हो या अन्य। उन्होंने 103 दिव्यांगों को लगभग 26 लाख रुपये की लागत के कुल 146 उपकरण वितरित किए। यह कार्यक्रम भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण एलिम्को कानपुर के सौजन्य व जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा आयोजित किया गया।
सांसद दुग्गल ने शुक्रवार को सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की एडिप योजना के तहत उपमंडल परिसर में दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग व सहायक उपकरण वितरित कर समारोह को दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि दिव्यांग भी समाज का अभिन्न अंग है, इसलिए उन्हें भी अपने जीवन को पूरे आत्म सम्मान के साथ जीने का अधिकार है। दिव्यांगजनों के प्रति सरकार संवेदनशील है और यह संवेदनशीलता दिव्यांगों के लिए चलाई जा रही अनेक योजनाओं में साफ दिखाई भी देती है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों ने देश के लिए ओलंपिक में मेडल व क्रिकेट सहित सभी खेलों में अच्छी उपलब्धियां हासिल की है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार की एडिप योजना के तहत नोडल एजेंसी एल्मिको एक ही छत के नीचे विभिन्न प्रकार की विकलांगता के लिए सहायक यंत्रों एवं उपकरणों का निर्माण एवं आपूर्ति का कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि उच्च गुणवत्ता वाले सहायक यंत्रों एवं उपकरणों का निर्माण कर सभी दिव्यांग को निशुल्क वितरित किए जा रहे हैं।
सांसद सुनीता दुग्गल ने इस दौरान दिव्यांगजनों को 26 लाख 52 हजार रुपये की सहायक उपकरण वितरित किए।
उन्होंने 49 मोटराइज्ड साइकिल, 16 ट्राईसाइकिल, 18 फोल्डिंग व्हीलचेयर, 14 बैसाखी, 13 वाकिंग स्टिक, 01 रोलेटर, 20 बीटीई कान की मशीन, 2 एमएसआईटी किट, 2 सीपी चेयर, 3 स्मार्ट केन, 2 स्मार्टफोन, 6 कृत्रिम अंग एवं कैलिपर्स कुल 103 लाभार्थियों को 146 सहायक उपकरण वितरित किए। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा समय-समय पर लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है और सुनिश्चित किया जा रहा है कि अंतिम व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंच रहा है।
एसडीएम प्रतीक हुड्डा ने कहा कि दिव्यांगजनों की मदद के लिए प्रशासन हर संभव तैयार रहता है। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा रोड एक्सिडेंट को कम करने की दिशा में काम किया जा रहा है ताकि रोड एक्सिडेंट से होने वाले दिव्यांग की दर में कमी आए। उन्होंने कहा कि समाज में अगर कोई दिव्यांग है तो उसकी मदद करना सिर्फ उनके माता-पिता का दायित्व नहीं है, बल्कि पूरे समाज का दायित्व है।
इस दौरान समाजसेवी विनोद बबली ने कहा कि दिव्यांगजन दया नहीं बल्कि सेवा भावना के हकदार हैं। दिव्यांगों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है केवल उन्हें सेवाभाव से प्रोत्साहित करने, सुविधाएं और अवसर उपलब्ध करवाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सभी दिव्यांगजनों को जरूरत अनुसार सहायक उपकरण उपलब्ध करवाए जाएंगे, अगर कोई दिव्यांग व्यक्ति सहायक उपकरणों से वंचित रह जाता है तो वह संबंधित अधिकारी के पास सूचना दे ताकि उसको जल्द सहायता उपलब्ध कारवाई जा सके।
इस मौके पर डीएसपी शाकिर हुसैन, नगर परिषद चेयरमैन नरेश बंसल, एलिको उपप्रबंधक इशविंदर सिंह, सहायक प्रबंधक अशोक साह, सचिव जिला रेडक्रास सोसायटी सुरेंद्र श्योराण, रिंकू मान सहित अन्य गणमान्य नागरिक व अधिकारीगण मौजूद रहे।