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हम अपने महापुरूषो एवं पूर्वजों को आदर्श रूप में अपने जीवन में उतारे और उनसे प्ररेणा लेकर जीवन में आगे बढे-शिक्षा मंत्री कंवर पाल

नारायणगढ / 3 मई / न्यू सुपर भारत

हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि हम अपने महापुरूषो एवं पूर्वजों को आदर्श रूप में अपने जीवन में उतारे और उनसे प्ररेणा लेकर जीवन में आगे बढे। शिक्षा मंत्री आज आहलुवालिया सभा, नारायणगढ द्वारा आयोजित महाराजा जस्सा सिंह आहलुवालिया की 304 वीं जयन्ती समारोह को बतौर मुख्यतिथि सम्बोंधित कर रहे थे।

बता दें कि 18 वीं शताब्दी के महान योद्धा सुल्तान उल कौम महाराजा जस्सा सिंह आहलुवालिया जी की जयंती आहलुवालिया धर्मशाला नारायणगढ़ में धूमधाम से मनाई गई जिसमें बतौर मुख्यतिथि हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल, अतिविशिष्ठ अतिथि के तौर पर सांसद रतन लाल कटारिया व सांसद नायब सिंह सैनी ने शिरकत की। इस समारोह की अध्यक्ष्ता भाजपा प्रदेश प्रवक्ता विजय पाल सिहं आहलुवालिया ने की।

नारायणगढ़ की समस्त आहलुवालिया बिरादरी के सहयोग से आयोजित किये गये इस समारोह में विशिष्ठ अतिथि के तौर पर भारत सरकार के जीव जन्तु कल्याण बोर्ड के सदस्य मोहन सिंह आहलुवालिया, हरियाणा के वित आयोग के पूर्व सदस्य राजेन्द्र मोहन वालिया (रोशा) व उद्योगपति प्रमोद वालिया तथा हरियाणा के अध्यक्ष रमेश वालिया ने शिरकत की।

शिक्षा मंत्री कंवर पाल तथा सांसद रतन लाल कटारिया ने आहलुवालिया धर्मशाला के लिए 11-11 लाख रूपये की राशि देने की घोषणा की।

इस अवसर पर प्रात: श्री सुखमणी साहब का पाठ का आयोजन हुआ। मुख्यतिथि शिक्षा मंत्री कंवर पाल व सांसद रतन लाल कटारिया, सांसद नायब सैनी सहित अन्य अतिथियों  द्वारा महाराजा जस्सा सिंह आहलुवालिया तथा शहीद श्री कृष्ण चंद वालिया, लांस नायक की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया गया। दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। ढाढी जत्थे द्वारा महाराजा जस्सा सिंह आहलुवालिया की जीवनी पर प्रकाश डाल जनसमूह को निहाल किया।

शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि हमें सदैव अपने उन महापुरूषों को याद रखना चाहिए जिन्होंने देश और धर्म की रक्षा के लिए विदेशी आक्रांताओं से लोहा लिया और डटकर उनका सामना किया। महाराजा जस्सा सिंह अहलूवालिया जी भारत के उन महान सपूतों में से एक थे, जिन्होंने विदेशी आक्रांताओं एवं विधर्मियों से भारत की पावन भूमि तथा संस्कृति की रक्षा की थी। उन्होंने अपनी वीरता के जौहर दिखाकर कौम और देश की रक्षा की। ऐसे महापुरूषों की जीवनीयों से हमें अपने बच्चों को अवगत करवाना चाहिए। जिससे वे उनके जीवन से प्रेरणा लेकर देश के विकास और समाज के नवनिर्माण में अपना योगदान दे पाए।

      उन्होंने सुल्तान-उल-कौम महाराजा जस्सा सिंह की जयंति की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इतिहास से हमें पता चलता हैं कि महाराजा जस्सा सिंह ने अपने वीरता के जौहर से देश और कौम की रक्षा की तथा आक्रमणकारियों को खदेड़ दिया था। वे अपने समय के एक महान योद्धा के साथ-साथ अध्यातमिकता के  शिखर पर रहे। उन्होंने कहा कि बच्चों को अच्छे संस्कार अपने माता पिता से ही मिलते हैं। इसलिए अभिभावक अपने बच्चों को इतिहास की जानकारी देने के साथ-साथ पूर्वजों की जीवनी से उन्हें अवगत करवाए जिससे कि वे देश का एक अच्छा नागरिक बन कर देश सेवा कर सके।

उन्होंने कहा कि हमने इतिहास की पुस्तकों में कुछ ऐसे महापुरूषों की जीवनीयों को शामिल किया है जिन्होंने देश व धर्म की रक्षा के लिए काम किया। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने तो महापुरूषों की कहानियां सुना-सुना कर इतिहास को संजोकर रखा।

उन्होंने आहलुवालिया सभा, नारायणगढ के प्रधान मुकेश वालिया की मांग पर आहलुवालिया धर्मशाला के लिए 11 लाख रूपए देने की घोषणा भी की।

अम्बाला लोकसभा क्षेत्र से सांसद रतन लाल कटारिया ने कहा कि महापुरूष किसी एक जाति के न होकर समस्त समाज के होते है। जो भी महापुरूष हुए है उन्होंने इंसान को इंसान से प्यार करने का संदेश देने के साथ-साथ भाई चारे के साथ रहने का उपदेश दिया है। हमें महापुरूषों के बताये मार्ग पर चलते हुए समाज हित में काम करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि हमारे वीर योद्धा एक जाति के न होकर सभी कौमों के हैं,इसलिए समाज के सभी लोगों को महापुरूषों की जयंति मिलकर मनानी चाहिए।

  इस अवसर पर कुरूक्षेत्र से सांसद नायब सिंह सैनी ने कहा कि जो कौम अपने शहीदों, पूर्वजों एवं महान योद्धाओं को भूल जाती हैं, उसका पतन जल्द ही हो जाता हैं। उन्होंने कहा कि महाराजा जस्सा सिंह समाज के गौरव है जिन्होंने युद्ध कौशल से विदेशी आक्रमणकारियों को यहां से खदेडा। उन्होंने कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा विकास के रिकार्ड तोड काम करवाये जा रहे है। आजादी के अमृत महोत्सव की श्रखंला में व वर्षा के पानी के संचय के लिए अमृत सरोवर मिशन शुरू किया गया है। जिससे कि आने वाली पीढियों को पानी कि किल्लत का सामना न करना पडें।


बॉक्स- सरदार जरनैल सिंह बड़ागढ तथा आहलुवालिया सभा के प्रधान मुकेश वालिया ने महाराजा जस्सा सिंह आहलुवालिया की जीवनी के बारे में विस्तार से जानकारी दी और इसे पाठयक्रम में शामिल करने का अनुरोध किया। प्रधान मुकेश वालिया ने धर्मशाला के विस्तार एवं कमरों के निर्माण के लिए ग्रांट उपलब्ध करवाने का अनुरोध किया। नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन अमित वालिया ने समारोह के समापन अवसर पर सभी का धन्यवाद किया तथा मंच संचालन मा. राजेश वालिया द्वारा किया गया। समारोह में मुख्यतिथि व अन्य अतिथियों को शॉल ओढाकर व स्मृति चिन्ह्न देकर सम्मानित किया गया।

बॉक्स-इस अवसर पर आहलुवालिया समाज के महापुरूषों एवं शहीदों की जीवनी से सम्बंधित एक प्रदर्शनी भी लगाई गई जिसका अवलोकन मुख्यतिथि व अन्य अतिथियों द्वारा किया गया। समारोह में नारायणगढ़ के अलावा आस पास के दूसरे प्रदेशों एवं शहरों से भी आहलुवालिया बिरादरी के लोगों ने शिरकत की।

इस अवसर पर भाजपा जिला प्रधान राजेश बतौरा, जिला परिषद के निवर्तमान चेयरमैन सुरेन्द्र राणा, आहलुवालिया सभा पंजाब प्रदेश के प्रधान हरविन्द्र सिंह, कर्नल इन्द्रजीत सिंह वालिया, केसी वालिया सहारनपुर, आहलुवालिया सभा के संरक्षक रणजीत कपूर, उपप्रधान कुलबीर कपूर, अंकूर वालिया, रोशन वालिया, जगमाल वालिया,

रामगोपाल वालिया, रामेश्वर वालिया, प्रवीण कपूर, नम्बरदार सतीश वालिया, प्रिंस वालिया, संजीव वालिया सहारनपुर, अशोक वालिया, सुभाष वालिया, अशोक कपूर, अश्वनी वालिया, भूपेन्द्र कपूर, मोनू वालिया, बलविन्द्र वालिया, कैप्टन वालिया, चेतन वालिया, मोहित वालिया, अमित वालिया व सुमित वालिया, सुरेन्द्र कपूर, सुशील वालिया, राकेश वालिया, चन्द्र पाल शास्त्री, भरत वालिया, सोनू कंवर, अनिरूद्ध कपूर, अंशुल वालिया, गौरव वालिया, समर्थ कपूर, टीटू वालिया सहित काफी संख्या में आहलुवालिया बिरादरी के लोग तथा क्षेत्र के गणमान्य व्यक्ति और भाजपा कार्यकर्ता व पदाधिकारी मौजूद रहे।

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