मंडी / 03 अगस्त / न्यू सुपर भारत
उपायुक्त अरिंदम चौधरी ने हिमाचल प्रदेश बागवानी विकास परियोजना की जिला समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए बागवानी अधिकारियों को किसानों-बागवानों को खेतीबाड़ी से जुड़ी नई तकनीकों के बारे जागरूक करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि खेती में आधुनिक तकनीकों के उपयोग से लोगों को किसानी-बागवानी के काम में आसानी होगी ओर उनकी आमदनी भी बढ़ेगी।
उपायुक्त ने इस मौके अधिकारियों को किसानों को जल उपयोगकर्ता संघों के गठन के लिए प्रेरित व प्रोत्साहित करने को भी कहा। उन्होंने कहा कि परियोजना के तहत सिंचाई के कार्यों को लागू कर चिन्हित बागवानी कलस्टरों में सिंचाई का समुचित ढांचा विकसित करने पर जोर दिया जा रहा है । इसके अलावा किसानांें को उन्नत किस्म के विदेशी व बीमारी रहित पौधे उपलब्ध करवाने तथा उन्हें नई तकनीक के बारे में जानकारी देने का काम किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जिला में 53 कलस्टर बना कर 1953 हैक्टेयर क्षेत्र को बागवानी विकास परियोजना के तहत लाया गया है । 31 जुलाई तक इन कलस्टर के जल उपयोगकर्ता संघों को 1575 लाख रुपये की राशि जारी कर दी गई है। इससे 1379 किसान लाभान्वित हुए हैं। इन कलस्टरों को 50283 पौधे भी वितरित किए गए हैं ।
उपायुक्त ने बताया कि वर्ष 2021-22 के लिए करसोग, सदर, गोहर तथा सराज विकास खंडों के 17 अतिरिक्त समूहों को इस परियोजना के लिए अनुमोदित किया गया है । इन 17 समूहों के माध्यम से 332 हैक्टयर भूमि को लाया जाएगा, जिससे 2302 किसान लाभन्वित होंगे । इन कलस्टर के लिए जल शक्ति विभाग, जाइका तथा मनरेगा व एकीकृत विकास परियोजना के तहत कंवरजेंस के माध्यम से आवश्कतानुरूप सिंचाई सुविधा का ढांचा विकसित किया जाएगा ।
उप निदेशक बागवानी, डॉ. सुशील अवस्थी ने बैठक का संचालन किया तथा जिला में बागवानी विकास परियोजना के तहत चलाई जा रही विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी ।
बैठक में कृषि विज्ञान केंद्र सुन्दरनगर के प्रभारी डॉ. पंकज सूद, परियोजना अधिकारी, डीआरडीए, नवीन शर्मा सहित परियोजना के सरकारी व गैर सरकारी सदस्य उपस्थित थे।