पीएसीएल से किराया जारी ना होने से भुखे मरने के कगार पर ट्रक चालक
*विधान सभा अध्यक्ष से गुहार लगा ट्रक ऑपरेटरों का बकाया 17 करोड़ जारी करने की उठाई मांग
नंगल / 10 अप्रैल / कर्ण
नंगल में स्थित पंजाब सरकार की औद्योगिक इकाई पीएसीएल द्वारा ट्रक व टैंकर चालक को किराया जारी ना करने पर ट्रक व टैंकर चालकों में रोष गहराता जा रहा है।
पत्रकारों से बात करते ट्रक मालिक लखवीर सिंह, हरजिंदर सिंह भल, सुरजीत सिंह ढ़ेर, निक्का सिंह, दलजीत सिंह, महिंदर सिंह ढ़ाहे, जसपाल सिंह रायेपुर व जरनैल सिंह बहलू इत्यादि ने रोष भरे अंदाज में कहा कि हम नंगल कॉपरेटिव ट्रक ऑपरेटर गुड्स सोसायटी लि.से जुड़े है और पीएसीएल इकाई द्वारा बीते 5-6 माह से ट्रक ऑपरेटरों को किराया (17 करोड़) जारी नही किया जा रहा और जब सोसायटी के प्रतिनिधियों ने इकाई मैनेजमेंट से इस बारे में बात की तो उन्होने नंगल कॉपरेटिव ट्रक ऑपरेटर गुड्स सोसायटी लि.को काम देना ही बंद कर बाहर से ट्रक/टैंकर मगवाने शुरू कर दिए। दिया। उन्होने कहा कि करार के अनुसार पीएसीएल मैनेजमेंट को किराये का भुगतान तीन माह के भीतर करना होता है।
उन्होने कहा कि सोसायटी से जुड़े ट्रक मालिकों ने बैंकों से कर्ज लेकर ट्रक/टैंकर खरीदे हुए है लेकिन किराये का भुगतान समय पर ना होने के चलते बैंक की किस्ते देना भी मुशकिल हो चुका है। उन्होने पंजाब विधान सभा अध्यक्ष व स्थानीय विधायक से अपने प्रभाव का प्रयोग कर ट्रक ऑपरेटरों का किराया पीएएसीएल से जारी करवाने की गुहार लगाई।
क्या कहा सोसायटी के अध्यक्ष प्यारे लाल जसवाल ने:—जब इस बारे में सोसायटी के अध्यक्ष प्यारे लाल जसवाल से जानकारी लेने हेतू सम्पर्क किया तो उन्होने कहा कि पीएसीएल मैनेजमेंट से इस सिलसिले में बात कर चुके है लेकिन मैनेजमेंट पैसे ना होने का हवाला दे रही है। उन्होने कहा कि 23 मार्च को मैनेजमेंट द्वारा एक चैक सोसायटी को दिया था लेकिन जारी चैक भी इकाई के अधिकारी आ कर वापस ले गए और अब 20 लाख रूपए जारी करने की बात कही जा रही है जो प्रति ट्रक 3 हजार रूपए बनता है। उन्होने कहा कि जब पीएसीएल इकाई का उत्पादन नगद दाम पर बेचती है तो ट्रक/टैंकर ऑपरेटरों को क्यों किराये का भुगतान समय पर नही होता यह सवाल उनकी समझ में नही आता।
क्या कहा इकाई के डीजीएम एमपीएस वालिया ने:—-जब इस बारे में जानकारी लेने हेतू इकाई के डीजीएम एमपीएस वालिया से सम्पर्क किया तो उन्होने ट्रक ऑपरेटरों को किराये का भुगतान ना होने के कारण इकाई मैनेजमेंट का पैसा बाजार में फसा होना बताते हुए कहा कि फिलहाल इकाई से मात्र हाइपो का उत्पादन ही हो रहा है जो पंजाब सरकार को सप्लाई किया जा रहा है।उन्होने कहा कि कफ्र्यू के उपरांत ही बाजार से पैसा आएगा तब ट्रक ऑपरेटरों को किराया जारी हो सकेगा।