फतेहाबाद / 11 सितंबर / न्यू सुपर भारत
आगामी समय में खरीफ फसलों की खरीद के लिए सुचारु व्यवस्था हो और खेतों में काम कर रहे किसान के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने पर उन्हें मिलने वाला मुआवजा जल्दी प्राप्त हो। यह बात हरियाणा एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड की चंडीगढ़ में आयोजित समीक्षा बैठक में सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो के चेयरमैन सुभाष बराला ने कहीं। बैठक में बोर्ड के अधिकारी और अपर मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा मौजूद रहीं।
चेयरमैन सुभाष बराला ने कहा कि मंडियों में काम से आने वाले किसानों के भोजन-पानी के लिए कैंटीन और रुकने की प्रबंध व्यवस्था को दुरुस्त किया जाना चाहिए। उन्होंने बोर्ड के अधिकारियों को इस दिशा में कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। सुभाष बराला ने मंडियों में उपलब्ध अधिशेष क्षेत्र के इस्तेमाल के लिए योजना तैयार करने के निर्देश भी दिए। बैठक में मौजूदा सडक़ों की मरम्मत का काम तय समय सीमा में किये जाने के बारे में भी जानकारी दी गयी।
प्रदेश में खेतों तक जाने वाले पांच क्रम के रास्तों की जानकारी लेने के लिए राजस्व विभाग को लिखा जायेगा ताकि कितने रास्ते कच्चे हैं और कब तक पक्के हो सकेगें इसके बारे में पता चल सके। इस दौरान चेयरमैन बराला ने प्रदेश में बनाये गए एग्रो मॉल्स की वर्तमान स्थिति का जायजा लेने के साथ-साथ उनकी देखरेख पर आ रहे खर्चों की जानकारी लेने के साथ ही इन एग्रो मॉल्स के बेहतर से बेहतर उपयोग के लिए भी कहा।
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार किसानों के हित के लिए प्रयासरत है तथा उनको सुविधाएं देने के लिए नित नई योजनाओं पर काम कर रही है। प्रदेश में विभाग द्वारा चलाई गई योजना विवादों का समाधान का भी जायजा लिया गया। अधिकारियों ने बताया कि अधिकतर विवादों का समाधान हुआ है। विभाग द्वारा तैयार की गई विभिन्न योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा किसान फायदा ले रहे हैं।
सुभाष बराला ने पिंजौर में बनाई जा रही सेब-फल और सब्जी मार्केट, सेरसा (जिला सोनीपत) की मसाला मार्केट और गुरूग्राम की फूल मार्केट के बारे में जानकारी ली तथा इस विषय में अपर मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने बताया कि नई बनाई जा रही सेब मार्केट में स्टोरेज सुविधा के साथ साथ वह क्षेत्रफल के लिहाज से भी बड़ी होगी।
उन्होंने यह भी कहा कि सोलन में मौजूद सेब मंडी में भी कोल्ड स्टोरेज की सुविधा उपलब्ध नहीं है इसलिए पिंजौर में बनाई जा रही मंडी से कोल्ड स्टोरेज सहित भादरण की दृष्टि से भी किसानों को अधिक लाभ होगा। चेयरमैन बराला ने अनाज मंडियों में अपनाई जा रही फसल खरीद की प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली तथा अधिकारियों को खरीफ की फसल की खरीद से पहले सभी तैयारियों का जायजा लेने के निर्देश भी दिए।