May 4, 2025

बच्चों को अच्छे संस्कार देकर रोके जा सकते है रेप जैसे अपराध **छह माह की बच्ची से भी रेप जैसे अपराध पर जताई चिंता ***कांगू में विधिक जागरूकता शिविर में बांटी कानून की जानकारी पनपने

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 सुंदरनगर, 18 जनवरी / राजा ठाकुर /: 

मंडी के एडीशनल चीफ  जुडिश्यल मैजिस्ट्रेट असलम बैग ने प्रदेश में छह माह की बच्ची से भी रेप जैसे अपराध की घटनाओं पर चिंता जताते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं को समाज में पनपने से अच्छे संस्कारों से रोका जा सकता है।

उन्होंने शनिवार को सुंदरनगर की ग्राम पंचायत कांगू में विधिक जागरूकता शिविर की अध्यक्षता करते हुए लोगों से अपील की है कि अपने बच्चों को समय दे, उन्हें समय देकर संवारें और बच्चों को परिवार अच्छे संस्कार दे। उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि कानून की सहायता के लिए जगह जगह पर इस तरह के केंद्र स्थापित किए गए हैं तथा लोगों की मांग पर लेकिन स्थापित किए जाते हैं। ऐसे केंद्रों का लक्ष्य लोगों को अधिक से अधिक न्याय सुविधाएं मुहैया करवाना है। ताकि उन्हें न्यायायिक मामलों में दिक्कतों का सामना ना करना पड़े ।

उन्होंने कानून के के प्रावधानों के बारे में स्थानीय लोगों को बताया कि किस तरह आसानी से कानूनी सहायता प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने ग्रामवासियों को जागरूक किया। कहा कि हमें अपने अधिकारों के साथ मूल कर्तव्यों का भी निर्वहन करना चाहिए। हमें देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए दृढ़ता के साथ समर्पित रहना चाहिए। बहु के साथ सास के भी बराबर के ही कानूनी अधिकारएडीशनल चीफ  जुडिश्यल मैजिस्ट्रेट असलम बैग ने खासकर महिलाओं से कहा कि बहु के साथ सास के भी कानूनी अधिकार बराबर है। सास और बहु की एकजुटता से परिवार को नशे आए बचा जा सकता है।

उन्होंने कहा कि खुशहाल समाज के लिये यह जरूरी है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में मां बाप की अनदेखी से बच्चे परिवार से दूर हो गए गये है और आसानी से नशे की चपेट में आ रहे है। उन्होंने कहा कि आज के समाज में दानव पूर्व काल के दौर की तरह सिंग वाले नहीं है। जिसे देख कर आसानी से पहचाना जा सके। उन्होंने रेप अपराध घटने पर पीडि़त और पीडि़त के परिवार को कैसे सामना करना चाहिए और इस पर विस्तृत जानकारी दी। ऐसे कार्यक्रम न्यायालय में मामलों की कमी लाने के उद्देश्य से भी अत्यधिक प्रभावी है।

गौरतलब है कि ट्रेडिशनल चीफ ज्यूडिशल मजिस्ट्रेट  असलम बैग  ने मंडी के  तेजाब कांड  के पीड़िता  हॉर्स पीड़िता  बेटियों को  तकरीबन 10 साल के अंतराल के बाद पच्चीस लाख की राशि मुआवजे के रूप में पुनर्वास के लिए  दी है  संभवत  देश में इस तरह का यह  पहला मामला रहा है  जब इतने  लंबे अरसे के बाद  न्यायालय द्वारा  यह मुआवजा राशि पीड़ित को प्रदान की गई है इस अवसर पर जिला न्यायलय में डीएलएसए ओम प्रकाश ने जानकारी देते हुए कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा लोगों को घरद्वार पर विभिन्न कानूनी प्रक्रियाओं के संबंध में जागरूकता प्रदान करने के उद्देश्य से विधिक साक्षरता शिविर आयोजित किए जाते हैं।

इस अवसर पर पंचायत प्रधान जय लाल, उप प्रधान कमल और सचिव सरला देवी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और ग्रामीण उपस्थित रहे।  

फोटो 1 –विधिक जागरूकता शिविर में लोगों को कानूनी जानकारियां देते एडीशनल चीफ  जुडिश्यल मैजिस्ट्रेट असलम बैग (
फोटो 2 — विधिक जागरूकता शिविर में भाग लेते कांगू पंचायत के ग्रामीण (राजा)  

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