नारायणगढ़ / 28 नवम्बर / न्यू सुपर भारत
होम्योपैथी रोग को पूर्ण रूप से ठीक करती है। होम्योपैथी के गुण मनुष्यों पर प्रमाणित- कोमल, स्थाई, प्रभावी, सुरक्षित, अनुकूल और हानि रहित है। उपमण्डल नागरिक अस्पताल नारायणगढ़ में होम्योपैथी सैंटर में एचएमओं डॉ. सोमा चक्रवर्ती द्वारा होम्योपैथी पद्धति से मरीजों के रोगों का उपचार कर रोगों का निदान किया जा रहा है।
डॉ. सोमा चक्रवर्ती का कहना है कि होम्योपैथी पद्धति इस सिद्धांत पर आधारित है कि जो दोष शरीर में रोग का उत्पादक है। वही रोग का नाश भी करता है, होम्योपैथी एक सफल, सुरक्षित एवं सुलभ पद्धति है।
डॉ. सोमा चक्रवर्ती ने बताया कि होम्योपैथी से एलोपेशिया एरियाटा (Alopecia Areata) नामक रोग का उपचार सम्भव है। यह एक ऐसी बिमारी है जिसमें सिर की त्वचा या त्वचा के किसी भाग पर बाल रहित पैच विकसित हो जाते है। ऐसी स्थिति में जहां शरीर अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करता है वहीं सिर में एक या अधिक गंजेपन के धब्बे आमतौर पर सिर पर होते है।
इतना ही नहीं यह स्थिति शरीर के अन्य बालों वाले क्षेत्र को भी प्रभावित कर सकती है। डॉ. सोमा के अनुसार यह रोग किसी भी उम्र के लोगों में आ सकता है और किसी के व्यक्तित्व को गहराई से प्रभावित कर सकता है। जिससे व्यक्ति शर्मिन्दगी का कारण बन सकता है।
बॉक्स- डॉ. सोमा का कहना है कि होम्योपैथी एलोपेशिया के लिए उत्कृष्ट उपचार प्रदान करती है। एलोपेशिया एरियाटा (Alopecia Areata) एक आंतरिक बिमारी है जिसका इलाज आंतरिक प्रतिरक्षा में सुधार के माध्यम से किया जाना चाहिए। जो होम्योपैथी से सम्भव है। होम्योपैथी सोम्य, सुरक्षित और प्रभावी इलाज प्रदान करती है। नागरिक अस्पताल में काफी संख्या में प्रतिदिन विभिन्न रोगों के मरीज होम्योपैथी ओपीडी में इलाज के लिए आते है और लाभान्वित होते है।
एलोपेशिया से ग्रस्त नारायणगढ क्षेत्र की लगभग तीन वर्ष की एक छोटी बालिका होम्योपैथिक उपचार के बाद पूर्णत:ठीक हुई है और लगभग 6 मास के समय में उसे लाभ मिला है। यहां उन्हें दवाईयों के साथ-साथ सही जीवनशैली अपनाने, योग के लिए भी प्रेरति किया जाता है। बिमारियों से बचाव के लिए भी मार्गदर्शन दिया जाता है। डॉ. सोमा ने बताया कि एलोपेशिया से ग्रस्त पहले भी कई मरीज होम्योपैथिक उपचार से ठीक हुए है।