शिमला जिला में गत वर्षो के मुकावले लिंगानुपात तेजी से बढ़ा :उपायुक्त शिमला ***वर्ष 2018-19 में जिला में लिंगानुपात 985 आंका गया था वहीं वर्ष 2019-20 में यह 999.7 हो गया है ।

शिमला / 18 अगस्त / न्यू सुपर भारत न्यूज़
जिला में गत वर्षो के मुकावले लिंगानुपात तेजी से बढ़ा है। उपायुक्त शिमला अमित कश्यप ने आज यहां बचत भवन में जिला पोषण अभियान से सम्बन्धित बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह जानकारी दी । उन्होंने कहा कि वर्ष 2018-19 में जिला में लिंगानुपात 985 आंका गया था वहीं वर्ष 2019-20 में यह 999.7 हो गया है ।
अमित कश्यप ने किशोरियों को एनीमिया मुक्त बनाने के आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए आईसीडीएस कर्मचारियों को 6 महीनों तक स्तनपान के महत्व बारे ग्रामीण महिलाओं को जागरूक करने का आह्वान किया। उन्होंने पोषाहार के लिए आईसीडीएस विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न गतिविधियों के अनुश्रवण पर बल दियाए ताकि उपेक्षित एवं शोषित वर्ग को लाभ मिल सके।
बैठक के दौरान महामारी के दौरान आईसीडीएस की कुपोषण को हराने की विभिन्न गतिविधियों पर विस्तृत चर्चा की गई और सुझाव आमंत्रित किए गए। इसके उपरांत उपायुक्त ने जिला की आईसीडीएस गतिविधियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की । इस अवसर पर उन्होंने बताया कि जिला में 2154 आंगनवाड़ी केंद्र कार्यरत है और 6 महीने से 6 साल तक के 39591 बालक बालिकाओं को संपूर्ण पोषाहार का लाभ मिल रहा है स उपायुक्त ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला में आंगनवाड़ी केंद्रों द्वारा 8470 गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को पोषाहार उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वर्तमान प्रदेश सरकार की सर्व स्पर्शी नीतियों एवं कार्यक्रम के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों द्वारा 3 से 6 साल तक के सभी नौनिहालों के लिए शाला पूर्व शिक्षा द्वारा 29791 बच्चों को लाभ मिल रहा है।

अमित कश्यप ने बताया कि वैश्विक कोरोना संकटकाल के बावजूद 5 वर्ष तक की आयु के 2409 बालक. बालिकाओं का वजन किया गया तथा पोषाहार बारे पूरी जानकारी प्राप्त की गई ताकि विभाग द्वारा कुपोषण का डेटाबेस तैयार किया जा सके स निर्धन एवं उपेक्षित वर्ग को सशक्त बनाने के लिए जिला में 1679 महिला स्वयं सहायता समूहों विशेषकर कृषि एवं दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं । उन्होंने बताया कि इन स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से 5 करोड़ 24 लाख 88 हजार तक की बचत संभव हुई है । उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत 104 किशोरियों को लाभान्वित किया गया है जिस पर 45 लाख 16 हजार रुपए खर्च किए गए हैं ।
उपायुक्त ने बताया कि बेटी है अनमोल योजना के तहत योजना 12 लाख 83 हजार 150 रुपए खर्च कर 371 बालिकाओं को लाभ दिया गया है। उन्होंने सम्बन्धित विभागों से समन्वय स्थापित कर निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति के लिए कार्य करने को कहा । उन्होंने कहा कि विभाग सभी संसाधनों का समुचित उपयोग करते हुए आगे बढ़े । उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के दौरान विशेष मानक संचालन प्रक्रियाओं का ध्यान रखें तथा लोगों को अधिक से अधिक जानकारी व जागरूकता भी प्रदान करें । बैठक में जिला का 2020.21 कार्य अभिसरण योजना को अनुमोदित किया ।
बैठक में एसडीएम ग्रामीण मनोज कुमार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीर ठाकुर, जिला कार्यक्रम अधिकारी इरा तंवर, जिला के समस्त बाल विकास कार्यक्रम अधिकारी व आईसीडीएस विभाग के कर्मचारी गण उपस्थित थे ।