वैज्ञानिकों ने किया गोकुल ग्राम और मुर्राह प्रजनन फार्म का दौरा

वैज्ञानिकों ने किया गोकुल ग्राम और मुर्राह प्रजनन फार्म का दौरा
ऊना, 6 सितंबर:

राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान करनाल के मुख्य वैज्ञानिकों डॉ. टी.के. मोहंती व डॉ. एस.एस. लठवाल द्वारा कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत थाना कलां में 34 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले गोकुल ग्राम व 12 करोड़ रूपए की लागत से बरनोह में बनने वाले मुर्राह प्रजनन फार्म का दौरा किया गया। वैज्ञानिकों के दल ने गोकुलग्राम का दौरा कर इसमें बनने वाले भवन, फीड स्टोर, चारा शैड, पशुओं को पानी पीने के लिए तालाब, चैक डैम, दुग्ध उत्पादन स्थल, मिल्क कलैक्शन सैंटर तथा स्टाफ हेतु आवास के लिए स्थल चिन्हित किए।इस मौके पर राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान करनाल के मुख्य वैज्ञानिकों ने बताया कि थानकलां में बनने वाले गोकुलग्राम के लिए 500 कनाल भूमि चिन्हित की गई हैं। उन्होंने बताया कि इसकी फैंसिंग का कार्य शुरू कर दिया गया है और शीघ्र ही इसके निर्माण का कार्य भी आरंभ कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसमें 60 प्रतिशत भारतीय गौवंश जबकि 40 प्रतिशत बेसहारा पशु रखे जाएंगे। इस अवसर पर गौ सेवा आयोग के सदस्य कृष्ण पाल शर्मा ने कहा कि देसी गौवंश के गोबर व गौमूत्र से रासायनिक खाद सहित उत्पाद तैयार किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत हिमाचल प्रदेश के लिए लगभग 20 करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत की गई है।इस अवसर पर डॉ. जे.एस. सैन, लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता संजीव अग्रिहोत्री, पशुपालन विभाग के उपनिदेशक सुरेश धीमान, एसडीओ के.के. शर्मा, वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी डॉ. सतिन्द्र ठाकुर सहित डॉ. अभिनव सोनी, कपिल शर्मा व अन्य मौजूद रहे।