May 2, 2025

कुटलैहड़ में पानी की स्कीमों पर खर्च हो रहे 149.32 करोड़ रुपए

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ऊना / 08 जनवरी / न्यू सुपर भारत

कभी पानी की कमी से जूझने वाले जिला ऊना के कुटलैहड़ विस क्षेत्र में आज करोड़ों रुपए पेयजल परियोजनाओं पर व्यय किए जा रहे हैं। चार वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश में सरकार बनने के बाद जहां कुटलैहड़ की पुरानी पेयजल योजनाओं का सुदृढ़ीकरण किया गया है, वहीं आवश्यकतानुसार नई स्कीमों के निर्माण पर कार्य जारी है।

ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कुटलैहड़ विस क्षेत्र में पानी की कमी को दूर करने के लिए अनेकों स्तर पर प्रयास किए, जिसके चलते पिछले चार वर्षों में 149.32 करोड़ रुपए पीने के पानी और सिंचाई परियोजनाओं पर खर्च किए गए हैं। 

कुटलैहड़ विस क्षेत्र में 10.82 करोड़ रुपए से बन रही रामगढ़ धार पेयजल परियोजना का 70 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया गया है। साथ ही 14.85 करोड़ रुपए से 17 पंचायतों के लिए निर्माणाधीन कोहडरा-तूतड़ू परियोजना का निर्माण कार्य भी 70 प्रतिशत तक हो चुका है। इस पेयजल योजना के निर्माण से क्षेत्र की 17 पंचायतों को लाभ मिलेगा और उन्हें पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध हो पाएगा।

पहले इस पेयजल योजना से 4 लाख लीटर पानी मिलता था, जिसकी क्षमता को बढ़ाकर अब 10 लाख लीटर तक पहुंचाया गया है और आने वाले 2 माह में इस परियोजना का सुदृढ़ीकरण कर इसकी क्षमता 25 लाख लीटर तक पहुंच जाएगी।ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर कहते हैं “पानी की दिक्कतें काफी हद तक दूर कर ली गई हैं और आने वाले सात-आठ माह में निर्माणाधीन सभी पेयजल परियोजनाओं का कार्य पूरा कर लिया जाएगा, जिससे क्षेत्र के निवासियों को भरपूर पानी मिलेगा। पेयजल के साथ-साथ किसानों को पानी उपलब्ध करवाने के लिए चैक डैम बनाए गए हैं।

समूर में डैम बनकर तैयार है, जबकि चपलाह में भी डैम का निर्माण कार्य लगभग पूर्ण कर लिया गया है और अब डीहर में चैक डैम लगाने के लिए टैंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।”कुटलैहड़ में ही 6.62 करोड़ रुपए की लागत से निर्माणाधीन धनेत-पलाहटा-डीहर पेयजल परियोजना व 1.08 करोड़ रुपए से बन रही बदोली-त्यूड़ी पेयजल परियोजना चरण-2 का कार्य 80 प्रतिशत तक पूरा कर लिया गया है।

इसके अतिरिक्त 1.72 करोड़ से माओ-मिनार परियोजना बनकर तैयार हो गई है। क्षेत्र में 2.22 करोड़ की लागत से रामगढ़ धार परियोजना के तहत अनुसूचित जाति की बस्तियों को व 84 लाख से अरलू गुरमुख, अरलू कुंड पेयजल परियोजना का सुधार किया गया है। इससे भी क्षेत्र में पानी की समस्या दूर करने में सहायता मिली है।

इसके अतिरिक्त 15.54 करोड़ रुपए से प्रस्तावित धार चामुखा परियोजना के सुधारीकरण की परियोजना के लिए टेंडर किए जा रहे हैं। अधिशाषी अभियंता, जल शक्ति विभाग थाना कलां अश्विनी कुमार बंसल ने कहा “विभाग के अधिकारी व कर्मचारी पूरी निष्ठा के साथ पेयजल परियोजनाओं का कार्य तय समयसीमा के भीतर करने के लिए प्रयासरत हैं, ताकि क्षेत्र में पानी की कमी को दूर किया जा सके। कई परियोजनाएं मात्र कुछ माह में बनकर तैयार हो जाएंगी, जिससे क्षेत्र में पानी की उपलब्धता बढ़ेगी और लोगों को भरपूर पानी मिलेगा।

लेकिन लोगों को पानी का सदुपयोग करना होगा तथा बर्बादी रोकनी होगी।”कुटलैहड़ में न सिर्फ पेयजल परियोजनाओं का सुधार किया गया है, बल्कि घर-घर नल लगाने का कार्य भी पिछले चार वर्षों में किया गया है। जल जीवन मिशन के अंतर्गत कुटलैहड़ को 64.95 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं, जिससे पेयजल परियोजनाओं का सुधार करने के साथ-साथ अब तक 3030 परिवारों को पानी के नए कनेक्शन प्रदान किए गए हैं। 

ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर के प्रयासों से शहरी क्षेत्रों को मिलने वाली सीवरेज जैसी सुविधा ग्रामीण क्षेत्र बंगाणा को मिली है। बंगाणा हिमाचल प्रदेश का पहला ग्रामीण क्षेत्र बनने जा रहा है, जहां पर सीवरेज व्यवस्था उपलब्ध होगी।

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