कल्पवृक्ष फाउंडेशन व आरोग्य भारती के संयुक्त पौधरोपण अभियान के तहत अंतिम चरण में रोपे 120 पौधे ।

ऊना / 10 सितम्बर।
कल्पवृक्ष फाउंडेशन व आरोग्य भारती के संयुक्त पौधरोपण अभियान का बरसात के मौसम का अंतिम चरण चताड़ा पंचायत के बनौडे महादेव में किया। इसमें करीब 120 पौधे रोपे गए। इस तरह इस बरसात के मौसम में दोनों संस्थायों ने मिलकर 1920 के लगभग पोधों का रोपण ऊना व बंगाणा में किया। अब ऊना जिला के स्कूल और गांव की पंचायतों में जाकर बच्चो ओर जन जन को पर्यावरण और जल के सरंक्षण के प्रति जागरूक करने का अभियान शुरू कर दिया गया है।आरोग्य भारतीय व कल्पवृक्ष फाऊंडेशन की ओर से अजय ठाकुर ने कहा कि पेड़ों के अंधाधुंध कटान से बारिश लगातार कम होती जा रही है। जल स्तर बहुत अधिक घट गया है। कई स्थानों पर ऐसे हालात पैदा हो गए हैं कि बोरिंगों ने पानी देना बंद कर दिया है। तालाब सूख गए हैं। समय रहते जल को बर्बाद होने से नहीं बचाया गया तो हालात और भी बदतर हो सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि जल को बर्बाद होने से बचाएं। अधिक से अधिक पौधे लगाएं। जहां पर पेड़ अधिक होते हैं, वहां पर बारिश भी ज्यादा होती है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को कम से कम 10 पौधे लगाने की जरूरत है। पर्यावरण संरक्षण के लिए हर व्यक्ति को जागरूक होना पड़ेगा। विकास के नाम पर जिस तरह से पेड़ों का कटान हो रहा है, उसी तेजी के साथ पौधरोपण की आवश्यकता है। सिर्फ पौधरोपण कर कोई अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकता। हर किसी को पौधरोपण के बाद उसकी देखभाल करने की भी आवश्यकता है, जिससे कि रोपित पौध समय से पहले न मुरझाने पाए। इस अवसर पर बनौडे महादेव मंदिर कमेटी के प्रधान विजय ठाकुर, पुजारी संदीप, पंचायत सेक्रेटरी नरेश, डॉक्टर जीएस देहल, राजिंद्र चौधरी, डॉ. जगजीत देहल, मोनिका सिंह, अनिल धीमान, भारत भूषण, जसवीर राजपूत, पुनीत, विक्रम बाबा, मनदीप सिंह, नीरज, गुरनाम सिंह, विनय ठाकुर, प्रयाग व कनिष्क सहित अन्य उपस्थित रहे।