प्रदेश सरकार की आवास योजनाओं ने गरीबो के पक्के घर के सपनो को किया साकार !

पक्के घर के साथ लाभार्थी
*नूरपुर विधानसभा क्षेत्र में दो वर्षों में आवास योजनाओं से 233 गरीब परिवारों को मिले पक्के आशियाने
नूरपुर / 29 अगस्त / पंकज
गरीब व्यक्तियों को दिन-रात मेहनत मजदूरी से अपने परिवार का पालन-पोषण करना तथा जर्जर मकान में जीवन बसर करना परन्तु अपने जीवन में पक्का आशियाना नसीब होना किसी सपने को देखने जैसा लगता है। लेकिन नूरपुर उपमंडल में प्रदेश सरकार की आवास योजनाओं ने ऐसे पात्र गरीब परिवारों के पक्के मकान के सपने को सही मायनों में साकार किया है।
गत दो वर्षों के दौरान नूरपुर विधानसभा क्षेत्र में केंद्र तथा प्रदेश सरकार की आवास योजनाओं से 233 पात्र गरीब परिवारों को पक्के आशियाने नसीब हुए हैं। ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत नौ, जबकि मुख्यमंत्री आवास योजना(ग्रामीण) के अंतर्गत 96 गरीब परिवारों को पक्की छत मिली है। जिसके अंतर्गत अकेले वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान ही 86 गरीब परिवारों को, जिनके मकान भारी बरसात व प्राकृतिक आपदा के कारण क्षतिग्रस्त हो गए थे, उन्हें अपना नया घर बनाने के लिए दो-दो लाख रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है।
इसके अतिरिक्त नूरपुर नगर परिषद के तहत शहरी विकास विभाग की प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी आवास) से गत दो वर्षों में 92 परिवारों को पक्के मकान मिले हैं। जिसमें प्रत्येक लाभार्थी को 1 लाख 65 हज़ार रुपये की राशि स्वीकृत की गई है, जबकि सामाजिक न्याय एवम अधिकारिता विभाग की गृह निर्माण अनुदान योजना के तहत 36 गरीब परिवार लाभान्वित हुए हैं।

ग्राम पंचायत जाच्छ की प्रीतो देवी तथा कमला देवी, वासा बजीरा की शशि बाला को भी मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत लाभान्वित किया गया है। वहीं हटली जम्वाला की निर्मला देवी, बदूही की पूजा देवी तथा झिकली खन्नी की सुमन देवी, जिन्हें मकान बनाने के लिए मुख्यमंत्री आवास योजना (आपदा प्रबंधन) के तहत दो-दो लाख रुपये की धनराशि प्रदान की गई है। लाभार्थियों का कहना है कि उन्हें अपनी जिंदगी में पक्का मकान नसीब होना एक सपने को देखने जैसा लगता था। परंतु, केंद्र तथा प्रदेश सरकार की बदौलत उनका यह सपना साकार हुआ है। वे सरकार की इस योजना को अपने लिए किसी बरदान से कम नहीं मानती हैं। उन्होंने इसके लिए सरकार का आभार जताया है।
क्या कहते विभाग के अधिकारी- बीडीओ डॉ रोहित शर्मा का कहना है कि किसी भी गरीब परिवार का मकान प्राकृतिक आपदा से क्षति ग्रस्त ोने पर उसे मकान के लिए मुख्यमंत्री आवास योजना (आपदा प्रबंधन) के तहत दो लाख रुपये की धनराशि प्रदान की जाती है। जबकि दूसरी आवास योजना के तहत डेढ़ लाख की राशि प्रदान की जाती है। इन योजनाओं में पात्र गरीब परिवारों को शामिल करने की पूरी प्रक्रिया पंचायतों में आयोजित होने वाली ग्राम सभा की बैठकों की अनुशंसा के आधार पर की जाती है। कोई भी पात्र गरीब परिवार ग्राम सभा की बैठक की संस्तुति के उपरांत सम्बंधित पंचायत के माध्यम से इन आवास योजनाओं के तहत लाभ उठा सकता है।

क्या कहते है एसडीएम- एसडीएम डॉ सुरेंद्र ठाकुर का कहना है कि नूरपुर प्रशासन पंचायतों तथा नगर निकायों के प्रतिनिधियों के सहयोग से ऐसे सभी पात्र गरीब परिवारों को चिन्हित कर विभिन्न आवास योजनाओं में शामिल करने की दिशा में विशेष कार्य योजना के अनुरूप कार्य कर रहा है। इसके अलावा बरसात आदि के कारण किसी व्यक्ति का मकान ढ़हने पर प्रशासन द्वारा उसे नया मकान बनाने अथवा मरम्मत के लिए भी राहत राशि प्रदान की जाती है। प्रशासन का हमेशा यह प्रयास रहता है कि हर गरीब पात्र परिवार तक योजनाओं का लाभ पहुंचना सुनिश्चित हो सके।