कुछ पंचायत घरों में सचिब ,प्रधान के दर्शन कम और चौकीदार के दर्शन होते है ज्यादा

फतेहपुर / रीता ठाकुर
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जिला कांगड़ा के बिकास खँड फतेहपुर में पंचायती राज बिभाग के बनाये नियम ब कायदे कानून कोई खास मायने नहीं रखते हैं तभी तो ज्यादातर पंचायत घर चौकीदारों के सहारे ही खुले रहते हैं ।बता दें खासकर खंड के अनोह क्षेत्र के पंचायत घरों में सचिबो ,प्रधानों के दर्शन कम जबकि चौकीदार के ज्यादा होते हैं ।सूत्र बताते हैं ऐसी भी कई पंचायतें हैं जहां सचिब करीब 11 बजे उपस्थिति देते हैं ब दोपहर बाद 2 या 3 बजे घरों को प्रस्थान कर जाते हैं ।ऐसी सूरत में जहां लोगों को परेशानी से दो चार होना पड़ता है तो वहीं ऐसे कर्मचारियों ब पंचायत प्रतिनिधियों के ठाठ देख हर पढा लिखा बेरोजगार या तो पंचायती राज बिभाग में नॉकरी करने को उत्सुक है या फिर चुनाब लड़ प्रतिनिधि बनने का ख्बाब देखता है ।हो कुछ भी लेकिन कर्मचारियों ब प्रतिनिधियों की कामचोर आदत युबाओं को भी कामचोर बनने को प्रेरित कर रही है।इस पर जब खंड विकास अधिकारी फतेहपुर ज्ञान प्यारी से बात की तो उन्होंने पहले माना कि कुछ पंचायतों से सचिबों के समय पर पंचायत घर न पहुचने की शिकायतें बिभाग को मिली हैं ।लेकिन सचिब बीएलओ का काम भी करते है इसलिए हो सकता है बो किसी गांब में गये हों ।बताया बीएलओ का काम 30 सितंबर तक चलेगा इसके बाद सचिबों को सुबह दस से शाम पांच बजे तक पंचायत घर में बैठने के सख्त आदेश दिए जाएंगे । वहीं प्रधानों की उपस्थिति पंचायत घरों में न होने के सबाल पर कुछ भी न कह सकीं ।