*स्वस्थ लोगों को नहीं है मास्क पहनने की जरूरत
मंडी / 21 मार्च / एन एस बी न्यूज़
मंडी जिला प्रशासन ने कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच जिले में थ्री लेयर मास्क की कमी को दूर करने का पक्का इंतजाम कर लिया है। जिले में लोगों की मांग को देखते हुए स्वयं सहायता समूहों की मदद से मास्क तैयार करवाए जा रहे हैं । इन मास्क को बनाने में वही सामग्री इस्तेमाल की जा रही है जो मेडिकल मास्क के लिए उपयोग में लाई जाती है। एक मास्क की कीमत 12 रुपए होगी।
अतिरिक्त उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने इस बारे जानकारी देते हुए बताया कि मंडी में स्वयं सहायता समूहों ने शनिवार से मास्क बनाने का काम शुरू कर दिया है। इसके लिए उन्हें खास प्रशिक्षण दिया गया है। अभी प्रशासन ने 5 से 6 हजार मास्क बनाने की सामग्री मंगवाई है। जरूरत के अनुसार जल्द ही और सामग्री मंगवाई जाएगी। पहले ये मास्क अस्पतालों में व कोरोना के लक्षणों वाले लोगों व उनकी देखभाल में लगे लोगों को मुहैया करवाए जाएंगे।
आशुतोष गर्ग ने कहा कि जो लोग स्वस्थ हैं उनको मास्क पहनने की जरूरत नहीं है। यदि किसी व्यक्ति को खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ के लक्षण हांे तो उसे थ्री लेयर मास्क का प्रयोग करना चाहिए जोकि इन्फैक्शन को फैलने से रोकने में सहायक है। उन्हें तुरंत डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए। इसके अलावा किसी कोरोना वायरस संदिग्ध व्यक्ति की देखभाल करने वाले लोगों को भी मास्क पहनना चाहिए।
सही तरीके से पहनें मास्क
मास्क पर सामने से हाथ नहीं लगाना चाहिए। मास्क को ऐसे पहनना चाहिए कि नाक, मुंह उससे ढका रहे। मास्क को गले पर न लटकाएं। मास्क उतारते वक्त भी मास्क का फीता पकड़ कर निकालना चाहिए, मास्क नहीं छूना चाहिए। हर रोज मास्क बदलना चाहिए व इसके बाद तुरन्त हाथ धोने चाहिए।
थ्री लेयर मास्क जिसे सही ढंग से पहना हो, केवल 6 से 8 घंटे तक ही प्रभावी है। इसके बाद इसे सुरक्षित तरीके से ठिकाने लगाना चाहिए। वहीं यदि इन 6 से 8 घंटे की अवधि के दौरान मास्क गीला हो जाए तो उसे तुरन्त बदलना चाहिए।
प्रयोग किए मास्क को कैसे लगाएं ठिकाने
प्रयोग किए गए मास्क को सम्भावित रूप से संक्रमित माना जाता है। इसे ब्लीच या सोडियम हाइपोक्लोराइट घोल का उपयोग कर कीटाणुरहित करके जला कर अथवा जमीन में गहरा दबा कर नष्ट करना चाहिए।
हाथ अच्छी तरह धोएं
इसके अलावा साबुन से बार बार सही तरीके से 40 सेकेंड तक हाथ धोना संक्रमण से बचाव व रोकथाम का कारगर तरीका है। अपने हाथ अच्छी तरह धोएं। खांसते या छींकते समय अपना मुंह ढक लें। हाथ साफ नहीं हो तो आंखों, नाक और मुंह को छूने से बचें।