मारकंडा ने 1.59 करोड़ की लागत से तैयार सब्ज़ी उप मंडी का किया शुभारंभ

ऊना / 13 सितंबर/एनएसबी न्यूज़

कृषि, जनजातीय विकास तथा सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री राम लाल मारकंडा ने टकारला में अनाज, फल तथा सब्ज़ी उप मंडी का शुभारंभ किया। इस अवसर पर कृषि मंत्री ने कहा कि 45 कनाल भूमि में बनाई गई सब्ज़ी मंडी का निर्माण लगभग 1.59 करोड़ रुपए की लागत से हुआ, जिसमें 8 दुकानें हैं तथा यहां पर 2000 मीट्रिक टन क्षमता वाला एक गोदाम बनाना भी प्रस्तावित है।
मारकंडा ने कहा कि टकारला सब्ज़ी मंडी का विस्तार जाइका के तहत चरण दो में किया जाएगा और इस संबंध में डीपीआर बनकर तैयार हो गई है। विस्तारीकरण के तहत 25 दुकानें, विश्राम गृह, कैंटीन, नीलामी प्लेटफार्म व बाउंड्री वॉल आदि की सुविधा प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि जापान सरकार जाइका के तहत हिमाचल प्रदेश को जल्द ही 1100 करोड़ रुपए प्रदान करने जा रही है।
कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों को प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए 50 हज़ार मास्टर ट्रेनर तैयार करने जा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने नेतृत्व में प्रदेश सरकार हर खेत तक पानी पहुंचाने का प्रयास कर रही है और इस काम के लिए बजट का प्रावधान भी किया गया है।

ग्रेडिंग सेंटर को बड़ा करने की घोषणा की
डॉ राम लाल मारकंडा ने टकारला ग्रेडिंग सेंटर का बड़ा करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इससे किसानों की सुविधा मिलेगी और उनका समय भी बर्बाद नहीं होगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों से अनाज खरीद करते हुए पिक एंड चूज़ न हो बल्कि सभी किसानों का अनाज खरीदा जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने नेतृत्व में आम आदमी की सरकार चल रही है, ऐसे में छोटे किसानों के साथ नाइंसाफी नहीं होनी चाहिए।
किसानों को मिली बड़ी सुविधाः बलबीर
इस अवसर पर चिंतपूर्णी से विधायक बलबीर सिंह ने कहा कि इलाके के किसानों को सब्जी व अनाज मंडी मिलने से बड़ी सुविधा मिली है। यहां के निवासी की बहुत पुरानी मांग आज पूरी हो गई है। पहले किसानों को अपना अनाज बेचने के लिए ऊना या होशियार जाना पड़ता था लेकिन अब उन्हें यह सुविधा यहीं मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि लाहौल-स्पिति विधानसभा क्षेत्र के बाद चिंतपूर्णी प्राकृतिक खेती को अपनाने वाला दूसरा विधानसभा क्षेत्र बनेगा और यहां के किसान इस बात के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही उन्होंने कहा कि जिला ऊना की जलवायु अंजीर की खेती के लिए अनुकूल है, ऐसे में यहां पर अंजीर की खेती को बढ़ावा मिलना चाहिए। अंजीर के उत्पादों के बाज़ार में अच्छे दाम मिलते हैं और यहां पर अंजीर के खेती होती है, तो इससे इलाके के किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत बनेगी।
किसानों का समय बचेगाः प्रवीण शर्मा
इस अवसर पर हिमुडा के उपाध्यक्ष प्रवीण शर्मा ने कहा कि इलाके में लगभग 20 हजार मीट्रिक टन गेहूं का उत्पादन होता है, जिसमें से अधिकांश बीज के काम आता है। ऐसे में बड़ी ग्रेडिंग मशीन लगने से किसानों का समय बचेगा। पहले किसानों के पास इस तरह का कोई आउटलैट नहीं था।
इस अवसर पर विधायक बलबीर सिंह, उपाध्यक्ष हिमुडा प्रवीण शर्मा, राज्य कृषि विपणन बोर्ड के अध्यक्ष बलदेव भंडारी, एपीएमसी चेयरमैन बलबीर सिंह बग्गा, चिंतपूर्णी मंडल भाजपा अध्यक्ष शाम कुमार मिन्हास, शंभू गोस्वामी, नरेंद्र लठ्ठ, महेश मेहता, जयदेव खट्टा, विनय शर्मा, ग्राम पंचायत टकारला के प्रधान विजय, एसडीएम अंब तोरुल एस रवीश, डीएसपी मनोज जंवाल, मार्केटिंग बोर्ड के एमडी राकेश कौंडल, एक्सईएन विजय चौहान, एपीएमसी सचिव सर्वजीत डोगरा, उप निदेशक कृषि विभाग ऊना डॉ. सुरेश कपूर, निदेशक आतमा डॉ. बीआर तक्खी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।