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सरकार द्वारा महिलाओं के विकास एवं कल्याण के लिए चलाई जा रही कई योजनाएं

नारायणगढ़ / 3 जनवरी / न्यू सुपर भारत

राजकीय महाविद्यालय नारायणगढ़ में महिला प्रकोष्ठ के तत्वधान में राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ  प्राचार्य डॉ. देवेंद्र  ढींगरा ने मां सरस्वती के सामने दीप प्रज्वलित करके किया। इस वेबीनार में हरियाणा व विभिन्न राज्यों के जैसे उत्तर प्रदेश, वेस्ट बंगाल, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, पंजाब, नई दिल्ली, उत्तराखंड, जम्मू और कश्मीर, राजस्थान, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, बिहार व मध्य प्रदेश के लगभग 400  प्रतिभागी वेबीनार में शामिल हुए। वेबीनार का मुख्य विषय आज की दुनिया में महिला सशक्तिकरण का महत्व रहा।

इसकी मुख्य वक्ता निधि सैनी कॉरपोरेट ट्रेनर (लाइफ कोच) नोएडा से रही। प्राचार्य ने मुख्य वक्ता तथा विभिन्न कॉलेजों यूनिवर्सिटीज के प्रतिभागियों का स्वागत किया ओर कहा कि महिला सशक्तिकरण का मुख्य लाभ समाज से जुड़ा हुआ है, अगर हम लोगों को अपने देश को एक शक्तिशाली देश बनाना है, तो उसके लिए हम लोगों को समाज में महिला को भी शक्तिशाली बनाने की जरूरत है। महिलाओं के विकास का मतलब होता है महिलाओं को इस काबिल बनाया जाए कि वे स्वयं एवं अपने परिवार से जुड़े निर्णय लेने में सक्षम हो। महिलाओं में निर्णय शक्ति का विकास ही महिला सशक्तिकरण का सही पैमाना है।  

मुख्य वक्ता ने बताया कि अपने निजी स्वतंत्रता और चयन का फैसला लेने के महिलाओं को अधिकार देने तथा समाज में उनके वास्तविक अधिकारों को प्राप्त करने के लिए उन्हें सक्षम बनाना तभी हमारा समाज, हमारे राष्ट्र और हमारे देश का विकास होगा। महिला प्रकोष्ठ की संयोजिका प्रोफेसर रेनू ने मंच का संचालन करते हुए कहा कि आजकल हर क्षेत्र में महिलाएं काम कर रही हैं व  एक अहम भूमिका निभा रही हैं और देखा जाए चाहे शिक्षा, खेल, राजनीति, प्रशासनिक सेवा हो तथा जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में महिलाएं अग्रसर है।

उन्होने कहा कि सरकार ने महिलाओं के विकास के लिए कई योजनाएं चलाई हैं, इन योजनाओं के द्वारा  सरकार महिलाओं की मदद कर उनको  सशक्त बनाना चाहती हैं। प्रो. चंचल ने मुख्य वक्ता व वेबीनार में जुड़े सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद किया।

इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महिला प्रकोष्ठ समिति के सभी  सदस्यों प्रो. शुभम, प्रो. सपना सैनी, प्रो. राजरानी, प्रो.मनीषा, प्रो.सपना गुप्ता, प्रो. इंदु धीमान, प्रो. राजेंद्र व प्रो. निशा ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। कार्यक्रम को तकनीकी स्तर पर सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रो. रीमा संधू, डॉ. राजीव गोयल, संदीप एल.ए ने अपनी पूर्ण भूमिका निभाई। इस अवसर पर प्रो. संजीव कुमार (इतिहास विभाग), प्रो.संजीव अग्रवाल, प्रो. सुमन लता, प्रो. मनीषा अरोड़ा, प्रो.गुरप्रीत, प्रो. प्रिया मलिक, प्रो. मृदुल धींगरा व अन्य स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।

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